इंदौर देश में सफाई में सात बार लगातार नंबर वन आया और इस बार आठवीं बार की दावेदारी में जुटा है। नंबर वन का तमगा फिर हासिल करने के लिए इंदौर नगर निगमायुक्त आईएएस शिवम वर्मा ने जहां मैदान पकड़ा है। वहीं सफाई के प्रभारी आईएएस अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा भी उनेक नेतृत्व में लगातार सक्रिय हैं। इन दोनों आईएएस के काम बता रहे हैं कि फिर इंदौर नंबर वन आएगा।
यह किया निगमायुक्त ने
मंगलवार को सुबह-सुबह इंदौर निगमायुक्त वर्मा सफाई निरीक्षण के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने एक बस ड्राइवर को बस से सड़क पर थूकते हुए देखा। बस mp 13 ze 8883 के ड्राइवर संजय प्रजापत द्वारा विजय नगर चौराहे पर सड़क पर थूकने पर निगमायुक्त ने बस रुकवाई और उसे फटकार लगाई। यही नहीं, सफाई का महत्व बताने के लिए उसी से पानी डलवा कर सड़क धूलवाई भी। साथ ही सीएसआई अरविंद पथरोड को चालानी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। अरविंद पथरोड द्वारा ड्राइवर संजय प्रजापत का 500 रुपए का चालन बनाया गया और बस ड्राइवर से राशि वसूल की गई।
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अलसुबह और रात को औचक निरीक्षण भी
इसके साथ ही अब निगमायुक्त का सुबह चार बजे हो या देर रात औचक निरीक्षण शुरू हो गया है। इसमें सफाई में कमी पाए जाने पर तत्काल ही संबंधितों को निलंबित किया जा रहा है। वहीं प्रदूषण रोकने के लिए और सफाई के लिए पौधों पर सुबह पानी डलवाया जा रहा है।
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इधर आईएएस ने हाथ से अलग किया सूखा-गीला कचरा
वहीं निगम में स्वच्छता के प्रभारी आईएएस अभिलाष मिश्रा भी निगमायुक्त के पीछे-पीछे सफाई में जुटे हुए हैं। बुधवार को झोन नंबर एक वार्ड क्रमांक 9 बाणगंगा में मिश्रा सफाई व्यवस्था की हकीकत जानने इस क्षेत्र में पहुंचे। यहां से गुजर रही एक कचरा गाड़ी को रोक कर उन्होंने सेग्रीगेशन की स्थिति की जांच की। उन्होंने पाया कि गीले कचरे में सूखा कचरा मिक्स था जिसे उन्होंने स्वयं ही अपने हाथों से अलग किया और स्टाफ को चेतावनी दी की सेग्रीगेशन प्रॉपर तरीके से होना चाहिए। कचरा गाड़ी के केबिन और कचरा गाड़ी के ऊपर अन्य सामान नहीं रखा जाए।
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