गुजरात के वडोदरा निवासी अमित गुप्ता, जो टेक महिंद्रा के कंट्री हेड हैं, 1 जनवरी 2024 से कतर में हिरासत में हैं। कतर की स्टेट सिक्योरिटी ने उन्हें अज्ञात कारणों से गिरफ्तार किया। उनकी मां पुष्पा गुप्ता ने बताया कि गुप्ता को कतर की राज्य सुरक्षा एजेंसी द्वारा हिरासत में लिया गया है। अमित गुप्ता के परिवार ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से अपील की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें।
भारत सरकार का रुख
भारतीय दूतावास ने पुष्टि की है कि वे नियमित रूप से अमित गुप्ता के परिवार, वकीलों और कतर के अधिकारियों के संपर्क में हैं। भारतीय दूतावास के एक अधिकारी ने कहा कि हम इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं और हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।
दोहा में 7 भारतीय कैद
अमित गुप्ता अकेले भारतीय नहीं हैं जो कतर में कैद हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, भोपाल के नीतेश पांडे समेत सात भारतीय नागरिकों को भी हिरासत में लिया गया है।
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नवंबर 2024 में नीतेश पांडे को हिरासत में लिया गया।
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दिसंबर में कोलकाता के बीतेश रॉय को गिरफ्तार किया गया।
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राजस्थान के एक अन्य युवक को भी हिरासत में रखा गया है।
सरकार जल्द कार्रवाई करेगी
भारतीय जनता पार्टी के सांसद हेमांग जोशी ने कहा कि वह विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं और इस मामले में तेजी से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। गुप्ता पिछले 10 सालों से कतर में टेक महिंद्रा के लिए काम कर रहे थे। उनके माता-पिता उनसे मिलने गए लेकिन सफलता नहीं मिली।
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भारतीय नौसेना अधिकारियों को फांसी की सजा
कतर में भारतीयों को कैद करने का यह पहला मामला नहीं है। साल 2022 में, आठ भारतीय नौसेना अधिकारियों को कतर में हिरासत में लिया गया था और 2023 में मौत की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, 2024 में कतर के अमीर (शासक) के आदेश पर उन्हें रिहा कर दिया गया।
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