इंदौर, भोपाल में पुलिस कमिश्नरी नहीं कर पाई क्राइम कंट्रोल, विधानसभा सवाल में खुलासा

मध्यप्रदेश विधानसभा में दिए गए लिखित जवाब से पता चला कि इंदौर और भोपाल में दिसंबर 2022 में लागू की गई पुलिस कमिश्नरी सिस्टम अपराध रोकने में खास असरदार नहीं रही। चलिए पूरा मामला बताते हैं विस्तार से...

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Sanjay Gupta
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इंदौर और भोपाल में दिसंबर 2022 में लागू हुई पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था क्राइम कंट्रोल में फेल साबित हुई है। यह खुलासा खुद मध्य प्रदेश विधानसभा में हुए सवाल से हुआ है। यह सवाल पूर्व गृहमंत्री व कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने किया था। इसमें जवाब सीएम डॉ. मोहन यादव ने लिखित में दिया।

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यह था सवाल

बच्चन ने सवाल किया था कि इंदौर और भोपाल में पुलिस कमिश्नरी के पहले क्राइम के क्या रिकॉर्ड थे और कमिश्नरी के बाद क्या आंकड़े हुए। महिला अपराध में क्या स्थिति रही और कितने आरोपी फरार हैं।

पूरी खबर 5 पॉइंट्स में

  1. इंदौर (Indore Police) और भोपाल (Bhopal Police) में पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था अपराध नियंत्रण में सफल नहीं रही। विधानसभा में दिए गए जवाब से खुलासा।

  2. कमिश्नरी लागू होने के बाद चोरी, वाहन चोरी, लूट और हत्या जैसे अपराधों में बड़ी बढ़ोतरी हुई।

  3. इंदौर में महिला अपराध 30% और भोपाल में 26% बढ़े। दोनों शहरों में आंकड़े तेज़ी से बढ़े।

  4. अपराध के पुराने और नए आंकड़ों की तुलना में हर श्रेणी में वृद्धि दिखी, अपराध घटने के बजाय बढ़ गया।

  5. सैकड़ों आरोपी अब भी फरार। इंदौर में 474 और भोपाल में 277 आरोपी पुलिस रिकॉर्ड से गायब हैं।

इंदौर में पुलिस कमिश्नरी के पहले और बाद 

दिसंबर 2019 से दिसंबर 2020 के आंकड़े और फिर दिसंबर 2020 से पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद–

कमिश्नरी से पहले

कमिश्नरी के बाद

पहले चोरी – 1106

वाहन चोरी – 5907

लूट – 125

डकैती – 8

हत्या – 122

कमिश्नरी के बाद 2490

कमिश्नरी के बाद 12181

कमिश्नरी के बाद 536

कमिश्नरी के बाद 8

कमिश्नरी के बाद 265

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भोपाल में पुलिस कमिश्नरी के पहले और बाद में

दिसंबर 2019 से दिसंबर 2020 के आंकड़े और फिर दिसंबर 2020 से पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद–

कमिश्नरी से पहले

कमिश्नरी के बाद

पहले चोरी – 1704

वाहन चोरी – 2426

लूट – 79

डकैती – 1

हत्या – 92

कमिश्नरी के बाद 4141

कमिश्नरी के बाद 6465

कमिश्नरी के बाद 205

कमिश्नरी के बाद 2

कमिश्नरी के बाद 179

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महिला अपराध 30 फीसदी बढ़ गए 

इसी तरह इंदौर और भोपाल में महिला संबंधी अपराध में भी बढ़ोतरी हुई है। इंदौर में यह 30 फीसदी तो भोपाल में 26 फीसदी बढ़ गए हैं।

महिला अपराध इंदौर में पहले 2952 थे जो पुलिस कमिश्नरी के बाद 7 हजार 569 हो गए। भोपाल में पहले यह 4 हजार 530 थे जो पुलिस कमिश्नरी के बाद चार साल में 1 हजार 794 हो गए। वहीं इंदौर में 474 आरोपी फरार चल रहे हैं और भोपाल में यह संख्या 277 है, जो पुलिस रिकॉर्ड से फरार है। बता दें कि भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र और इंदौर पुलिस कमिशनर संतोष सिंह हैं।

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