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रमेश मेंदोला (सफेद शर्ट में), सुमित मिश्रा (पीच कलर के नहरू कोट में), जीतू यादव उर्फ जाटव , उमंग सिंघार (खाली शर्ट में)
इंदौर बीजेपी नगराध्यक्ष और ग्रामीण जिलाध्यक्ष पद की घोषणा गुरुवार को हो गई। इसमें नगराध्यक्ष पद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के करीबी और खासकर विधायक रमेश मेंदोला के करीबी सुमित मिश्रा को मिलने से नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार द्वारा 11 जनवरी को कही गई बात ताजा हो गई। यह वह दिन था जब जीतू यादव उर्फ जाटव ने कालरा के घर किए कांड के बाद पार्टी से इस्तीफा दिया और उधर पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए बाहर कर दिया।
उमंग सिंघार ने यह कही थी सौदेबाजी की बात-
उमंग सिंघार ने X पर लिखा था कि – इतना होने के बाद भी अपना जिला अध्यक्ष बनवाने की शर्त पर हिस्ट्रीशीटर जीतू जाटव के सरपरस्त विधायक जी ने संगठन से सौदेबाजी कर गुंडे के इस्तीफे के बदले अपने दूसरे समर्थक सुमित मिश्रा के लिए नगर अध्यक्ष का पद मांग लिया... चाल, चरित्र और चेहरा ???
राजनीति से परे होकर जनआक्रोश यात्रा को सैद्धांतिक समर्थन।
— Umang Singhar (@UmangSinghar) January 11, 2025
एक मासूम बच्चे के साथ दिन दहाड़े ऐसी घटना होनें के इतने दिनों बाद भी इन्दौर पुलिस का जीतू जाटव को गिरफ्तार नहीं करना, कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगाता है।
इतना होनें के बाद भी अपना जिला अध्यक्ष बनवाने की शर्त पर… pic.twitter.com/BIpaMvG18C
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इधर कांग्रेस प्रवक्ता अमीनुल खान ने ट्वीट कर कहा- उमंग सिंघार की बात सही साबित हुई
जो कहा सो हुआ...
— Dr Aminul khan Suri (@SuriAminul) January 30, 2025
सिंधी समाज के पार्षद श्री कालरा के पुत्र के नग्न काण्ड मे जीतू जाटव को पेश करने के बदले हुई राजनीतिक डील आज पूर्ण हुई..
भाजपा, वह उसके बाहुबली विधायक का यह कृत्य स्पष्ट रुप से दर्शाता है की कैसे खुद की पार्टी के कमजोर पार्षद के परिवार के हुये सम्मानहनन मे भी… https://t.co/NN6YymDhaT
सुमित मिश्रा का नाम रायशुमारी में डलवाया था
उल्लेखनीय है मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की विधानसभा एक हो या उनके करीबी विधायक रमेश मेंदोला की विधानसभा दो या फिर गोलू शुक्ला की विधानसभा तीन, इन तीनों ही जगह से रायशुमारी में नगराध्यक्ष के लिए पहले नंबर पर सुमित मिश्रा का नाम रखा गया। देखने में भी आया था कि रायशुमारी वाले दिन विधायक मेंदोला ने मतदाता मंडल में शामिल सभी नेताओं को पार्टी दफ्तर में अलग-अलग से जाकर बात की और रायशुमारी में सुमित का नाम आगे रखने के लिए कहा। जीतू शुरू से ही विधायक रमेश मेंदोला के कट्टर समर्थक है और जब विवाद की शुरुआत हुई तो तब भी लगातार मेंदोला उनके साथ रहे। वहीं विधानसभा चार से विधायक व पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने पीड़ित पार्षद कमलेश कालरा के लिए खुलकर मोर्चा खोला था।
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