INDORE : भोपाल का बीआरटीएस (बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) तो हट गया लेकिन इंदौर का क्यों नहीं हट रहा है ? इसे लेकर इंदौर हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी जारी है। अब यह सवाल पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने उठाया है, साथ ही बीआरटीएस नहीं हटने का कारण भी बताया है।
यह बोले पूर्व मंत्री वर्मा
अपने तीखे बयानों के लिए पहचान रखने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि बीआरटीएस शहर में ट्रैफिक जाम की अहम वजह है, साथ ही एक और वजह है गड्ढे। एक इंच बारिश में पूरा शहर तालाब बन रहा है। बीआरटीएस जबसे बना है यह ट्रैफिक लिए आफत बन गया है। भोपाल में हट गया लेकिन इंदौर में इसलिए नहीं हटा रहा क्योंकि इसके पीछे घोर भ्रष्टाचार की जड़ें मौजूद है।
ये खबर भी पढ़ें...
रतलाम नगर निगम कार्यालय में लोकायुक्त की कार्रवाई, सड़क निर्माण को लेकर भ्रष्टाचार की थी शिकायत, कागजात जब्त
अब सड़क पर नहीं दिखेंगे निराश्रित पशु , इन लोगों को मिलेगी जिम्मेदारी
सीएम से लगाई गुहार
वर्मा ने कहा कि सीएम डॉ. मोहन यादव अब इंदौर के प्रभारी मंत्री भी है यह शहर के लिए सौभाग्य की बात है, वहीं इंदौर के ही कैलाश विजयवर्गीय नगरीय प्रशासन मंत्री भी है। दोनों को मिलकर शहर के लिए बड़े कदम उठाने चाहिए। फिलहाल शहर की हालत लगातार बेहाल होती जा रही है। एक इंच बारिश शहर को डूबा रही है।
गड्ढ़ों में सड़क है
सज्जन वर्मा ने इंदौर की बुनियादी समस्याओं पर कहा, “एक इंच बारिश में ही इंदौर की सड़कें तालाब में तब्दील हो जाती हैं। सड़क पर गड्ढे और गड्ढों में सड़क, यही इंदौर की सच्चाई है। यह वही इंदौर है जिसे देश में स्वच्छता के लिए 7 बार सम्मानित किया गया है, लेकिन विकास और यातायात के मामले में यह शहर रो रहा है।
ये खबर भी पढ़ें...
छतरपुर में सड़क हादसा : बागेश्वर धाम दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं के ऑटो की ट्रक से टक्कर, 7 की मौत, 5 घायल
निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ आक्रोश, अब आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ने सड़कों पर उतरेंगे अभिभावक और छात्र
कांग्रेस को बताया बेबस
वर्मा ने अपनी पार्टी कांग्रेस को लेकर कहा कि हम विपक्ष में बैठे लोग बेबस हैं। हम आंदोलन कर सकते हैं, चिल्ला सकते हैं, मुर्दाबाद के नारे लगा सकते हैं, लेकिन गूंगी बहरी सरकार जनता की आवाज सुनने को तैयार नहीं है।
Sanjay