/sootr/media/media_files/2025/09/23/sourabh042-2-2025-09-23-13-07-55.jpg)
इंदौर शहर कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी खींचतान और गुटबाजी एक बार फिर सामने आई है। इंदौर की विधानसभा 4 में हाल ही में नकुल पाटोदी को प्रभारी नियुक्त किए जाने के बाद पार्टी के कई जमीनी कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह निर्णय कांग्रेस के हित में नहीं है और इससे सच्चे वफादार कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा।
राहुल गांधी के बयान का हवाला
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने याद दिलाया कि कुछ महीने पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस में ऐसे कई लोग हैं जो पार्टी में रहकर पर्दे के पीछे भाजपा की मदद करते हैं। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि नकुल पाटोदी भी ऐसे ही नेताओं में शामिल हैं और चुनावों के दौरान वे भाजपा उम्मीदवारों के लिए काम करते रहे हैं।
बीजेपी नेताओं से नजदीकी के आरोप
विरोध कर रहे कांग्रेसजनों ने दावा किया कि विधानसभा 4 में प्रभारी नियुक्त किए गए नकुल पाटोदी के बीजेपी नेताओं से करीबी रिश्ते हैं। विधानसभा 4 की विधायक मालिनी गौड़ और विधानसभा 1 के विधायक व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से उनके संबंध बताए जा रहे हैं। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पाटोदी ने व्हाट्सएप पर बीजेपी नेताओं को जीत की बधाई भी दी थी। वे बीजेपी नेताओं के साथ कारोबारी संबंध भी रखते हैं।
सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट
पाटोदी के पुराने सोशल मीडिया पोस्ट भी विवाद का कारण बने हैं। उन्होंने बीजेपी के युवाओं को आगे बढ़ाने की तारीफ करते हुए कांग्रेस पर तंज कसा था। राहुल गांधी द्वारा जाति जनगणना के समर्थन के बावजूद पाटोदी ने इसका विरोध किया था। उनके अकाउंट पर बीजेपी के पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्रियों की प्रशंसा वाले संदेश भी साझा किए गए थे।
यह खबर भी पढ़ें...खुलेआम चाकुओं की बिक्री पर हाईकोर्ट सख्त... अब ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर होगी कार्रवाई
कार्यकर्ताओं की आपत्ति
जमीनी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसे “फूल छाप कांग्रेसियों” को जिम्मेदारी देना पार्टी के लिए नुकसानदायक है। जब बीजेपी नेता एकलव्य गौड़ के खिलाफ आंदोलन हुआ था, तो नकुल पाटोदी उसमें शामिल नहीं हुए। कार्यकर्ताओं का सवाल है कि क्या ऐसे लोग बीजेपी नेताओं के खिलाफ लड़ाई लड़ पाएंगे?
नेतृत्व पर सवाल
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे से पूछा है कि जब विधानसभा 4 में कई सच्चे और सक्रिय कार्यकर्ता मौजूद हैं तो फिर निष्क्रिय और विवादित छवि वाले नकुल पाटोदी को क्यों प्रभारी बनाया गया। उनका कहना है कि ऐसे फैसलों से कांग्रेस का वफादार कार्यकर्ता हतोत्साहित होगा और पार्टी कमजोर होगी।
यह खबर भी पढ़ें...रानीवाड़ा विधाायक को पूर्व मंत्री से खतरा! सोशल मीडिया पर लगाए ये आरोप