इंदौर में अक्षय बम के कार्यक्रम के पोस्टरों में पैरों में संविधान, निगमकर्मियों ने सफेट पट्टी चिपकाकर ढंका
मिश्रा और खंडेलवाल ने अपने ट्वीट में बताया है कि यह कार्यक्रम डॉ. अक्षय कांति बम द्वारा आयोजित किया जा रहा है। वे पहले कांग्रेस में थे और अब दल बदलकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
इंदौर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आयोजित 'संविधान महाकुंभ' कार्यक्रम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। असल में रीगल चौराहे पर इस आयोजन को लेकर जो पोस्टर बीजेपी नेता अक्षय बम ने लगाए गए हैं उसमें संविधान शब्द को उनके पैरों के नीचे लिख दिया गया है। इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा और नेता विवेक खंडेलवाल ने एक्स पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। इसकी जानकारी के कुछ देर बाद नगर निगम का आमला मौके पर पहुंचा और फिर उस पोस्टर पर संविधान का महाकुंभ शब्द को सफेद पट्टी चिपकाकर ढंक दिया गया।
हत्या के प्रयास के आरोपी अक्षय बम कर रहे हैं आयोजन
मिश्रा और खंडेलवाल ने अपने ट्वीट में बताया है कि यह कार्यक्रम डॉ. अक्षय कांति बम द्वारा आयोजित किया जा रहा है। वे पहले कांग्रेस में थे और अब दल बदलकर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने आरोप लगाया है कि कार्यक्रम में लगाए गए पोस्टरों में 'संविधान' शब्द पैरों के नीचे दिखाई दे रहा है, जो संविधान का अपमान है।
इन पोस्टरों से न्यायपालिका पर दबाव बनाने का प्रयास
मिश्रा ने यह भी कहा कि हत्या के प्रयास के आरोपी अक्षय बम इस कार्यक्रम के माध्यम से न्यायपालिका पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कारण उन्होंने यह पोस्टर शहर के रीगल तिराहे पर लगाए हैं। सुना है इस महाकुंभ में “संविधान को लेकर आम नागरिकों को शपथ दिलाने का राजनैतिक ड्रामा भी होगा।
उन्होंने लिखा है कि इस समारोह में मेहमान के रूप में कई नेता आ रहे हैं तो कि शपथ दिलवाएंगे। इंदौर के ही हृदयस्थल रीगल चौराहे (गांधी प्रतिमा) परिसर में जो पोस्टर लगाए जा रहे हैं उनमें आप ही देखियेगा कि “संविधान उनके पैरों के नीचे है। केके मिश्रा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे खुद इस पोस्टर को जरूर देखें।
मिश्रा और खंडेलवाल के ट्वीट के बाद निगम के अफसरों में हड़कंप मच गया और ताबड़तोड़ पोस्ट को ढंकने के लिए कर्मचारियों को रीगल चौराहे पर भेजा गया। यहां पर पोस्टर विवाद के बाद नगर निगम कर्मचारियों ने 'संविधान' शब्द को सफेद पट्टी से ढक दिया। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं, उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि अंतर्मन की भावना किसी न किसी रूप में सामने आ ही जाती है।
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हत्या के प्रयास के आरोपी हैं बम
डॉ. अक्षय कांति बम पर 2007 के एक मामले में हत्या के प्रयास का आरोप है, जिसमें अदालत ने उनके खिलाफ धारा 307 के तहत आरोप तय किए हैं। इस मामले में उनका ट्रायल 29 अप्रैल से शुरू होने वाला है। केके मिश्रा का कहना है कि बम इस कार्यक्रम के माध्यम से राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं।
मिश्रा ने इस घटना के बाद एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि धन्यवाद,आभार जिला और निगम प्रशासन,इंदौर। आप दोनों ने राजनैतिक व्यावसायियों की कुत्सित चालों से "भारतीय संविधान को पैरों तले हो रहे अपमान से संरक्षित किया। अब "हत्या के प्रयास के आरोपितों से बीजेपी नेताओं की प्रभावित होने वाली साख को भी बचा लीजिएगा