इंदौर में पिछले दिनों बीजेपी विधायक प्रतिनिधि कपिल पाठक और उसके परिवार के लोगों के साथ हुई मारपीट के मामले में जेल में बंद पार्षद चिंटू चौकसे शनिवार को जेल से बाहर आ गए। उन्हें शुक्रवार को ही कोर्ट ने जमानत दे दी थी। कोर्ट ने उन्हें गवाहों को ना धमकाने और जांच में सहयोग करने की शर्त पर जमानत दी है। शनिवार दोपहर को सेंट्रल जेल से बाहर आने के बाद चिंटू ने कहा कि अन्याय, अत्याचार और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा काम चल रहा है। जिस घटनाक्रम में मैं था ही नहीं उसमें आरोपी बना दिया गया। हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। हालांकि अभी किसी भी प्रकार का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। चिंटू के साथ गिरफ्तार हुए उनके सहयोगी सुभाष यादव को भी जमानत मिल गई है। उन्हें घटना के दौरान भंडारे में मौजूद होने वाले वीडियो के आधा पर जमानत मिली है। उन्हें 25–25 हजार रुपए के मुचलके पर छोड़ा गया है।
कोर्ट में यह तर्क रखे थे चिंटू की तरफ से
चिंटू चौकसे की तरफ से लगाई गई जमानत की याचिका में उनके एडवोकेट ने कोर्ट में तर्क रखा था कि कपिल पूर्व में भी इसी तरह से झूठे आरोप लगाकर चिंटू पर प्रकरण दर्ज करवा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इसके पहले 2023 में विधायक प्रतिनिधि कपिल ने चौकसे के करीबी लक्की पर झूठा केस दर्ज करवा दिया था। जब जांच हुई तो पता चला कि घटना के दौरान लक्की हरिद्वार में थे। इस पर पुलिस ने मामले में खात्मा किया था। इन्हीं सब तथ्यों के आधार पर चिंटू चौकसे को शुक्रवार को सशर्त जमानत मिली थी।
यह खबर भी पढ़ें...रील बनाने से रोकता था शराबी पति, बेटी को लात मारने पर आग बबूला हुई पत्नी, फिर कर दी हत्या
भंडारी अस्पताल का एक और वीडियो आया सामने
इंदौर में विधायक रमेश मेंदोला के विधायक प्रतिनिधि कपिल पाठक से मारपीट और हत्या के प्रयास के मामले में कांग्रेसी पार्षद और नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे का गुरूवार को भंडारी अस्पताल का एक और वीडियो सामने आया है। इसमें चिंटू चौकसे अपने समर्थकोंं के साथ अस्पताल के गेट पर ही खड़े दिखाई दे रहे हैं। वे यहां अपने समर्थकों से कुछ बात कर रहे हैं और उसके कुछ देर बाद ही जब कपिल परिजनों के साथ अस्पताल के गेट पर पहुंचते हैं तो चिंटू के समर्थक उसके साथ मारपीट करने लगते हैं। इसके पूर्व टैंकर वाले घटनाक्रम में चिंटू मौके पर नहीं मिले थे। उस मामले में कांग्रेस ने दावा किया था कि जिस समय मारपीट का घटनाक्रम हुआ उस समय चिंटू चौकसे एक भंडारे में जाते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन इस नए वीडियो के सामने आने के बाद चिंटू की मुश्किलें अब बढ़ती नजर आ रही हैं।
यह खबर भी पढ़ें...हिमाचल राजभवन : 53 साल पहले शिमला समझौते के बाद लगाया था पाकिस्तान का झंडा, हटाया गया
कांग्रेस ने दावा किया था कि चिंटू अस्पताल में नहीं थे
भंडारी हॉस्पिटल में कपिल पाठक से उपचार के दौरान हुई मारपीट की घटना के दौरान चिंटू चौकसे मौके पर मौजूद थे और अपने समर्थकों को मारपीट के लिए उकसाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कपिल पाठक की पत्नी लगातार चिंटू चौकसे से अपने पति को छोड़ने की गुहार लगा रही हैं, लेकिन चौकसे की मौजूदगी में ही हमला जारी रहता है।
यह खबर भी पढ़ें...सरकार की लग्जरी सुविधा, भारत गौरव डीलक्स ट्रेन में यात्रा के दौरान अब मसाज भी
कॉरिडोर में लगे कैमरे ने उगला सच
असल में अभी तक कांग्रेस और बीजेपी नेताओं की तरफ से मारपीट का जो वीडियो जारी किए गए थे। उसमें भंडारी अस्पताल के गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग दी गई थी। यह कैमरा ठीक गेट पर ही लगा हुआ था। इसमें केवल गेट के बाहर का ही घटनाक्रम रिकॉर्ड हुआ था। वहीं, जो नया वीडियो आया है वह गेट के अंदर कॉरिडोर में लगा हुआ है। इस वीडियो में चिंटू साफ तौर पर अपने समर्थकों के साथ गेट के पास खड़े नजर आ रहे हैं। जब उनके समर्थक हमला करने लगते हैं तो वे अस्पताल के अंदर भागते नजर आ रहे हैं। इन दोनों ही वीडियो में जो समय आ रहा है वह रात 10.48 का ही आ रहा है। इससे यह भी स्पष्ट हो रहा है कि दोनों वीडियो उसी समय के हैं।
यह खबर भी पढ़ें...इंदौर के एमओजी लाइन में गुजरात की तीरथ गोपीकॉन 454 करोड़ में खरीदेगी 7 लाख स्क्वेयर फीट जमीन