/sootr/media/media_files/2025/06/08/PQTRFRzX1uAjo4k1F77t.jpg)
The Sootr
इंदौर में कोविड-19 संक्रमण को लेकर इंदौर जिला प्रशासन ने एक बार फिर सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। रविवार को आयोजित समीक्षा बैठक में बताया गया कि जिले में जनवरी 2025 से अब तक कुल 41 कोविड पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। इनमें से 26 मरीज वर्तमान में आइसोलेशन में रहते हुए इलाज ले रहे हैं। इनमें से अधिकतर मरीजों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मिलने की पुष्टि हुई है। अच्छी खबर यह है कि सभी की हालत सामान्य है और गंभीर लक्षण नहीं हैं। एडीएम गौरव बैनल ने अस्पतालों को सतर्क रहने का कहा है।
समीक्षा बैठक में बने कई निर्णय
अपर कलेक्टर गौरव बेनल की अध्यक्षता में हुई कोविड समीक्षा बैठक में जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या और डॉ. माधव हसानी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
ये हो सकते हैं कोरोना के लक्षण
स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि वर्तमान में सामने आ रहे अधिकतर केस ‘ओमिक्रॉन BA.2-लाइक’ वेरिएंट से संबंधित हैं, जिनमें गंभीर लक्षण नहीं देखे जा रहे। ये वेरिएंट हल्के बुखार, खांसी, गले में खराश और शरीर दर्द जैसे लक्षणों के साथ प्रकट हो रहे हैं।
प्रशासन की अपील: घबराएं नहीं, सतर्क रहें
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं बल्कि लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। प्रशासन द्वारा सभी अस्पतालों को कोविड प्रोटोकॉल पालन करने और पर्याप्त दवाइयों व संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश और सतर्कता उपाय
सभी अस्पतालों में सैंपलिंग और टेस्टिंग की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
आरआरपी टीमों को फिर से प्रशिक्षित किया जा रहा है।
नागरिकों से भीड़-भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनने और बार-बार हाथ धोने की अपील की गई है।
बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति कम हवादार या भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
सार्वजनिक स्थानों पर अनावश्यक ठहरने से बचें और सामाजिक दूरी बनाए रखें।
फिर से न दोहराएं लापरवाही
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि अब भी समय है कि हम सतर्क रहें। कोविड का खतरा खत्म नहीं हुआ है, बस उसका रूप बदल गया है। खासतौर से कमजोर इम्यूनिटी वाले, सहरुग्णता (कॉमॉर्बिडिटी) से पीड़ित और बुजुर्गों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है।
यदि लक्षण हों तो तुरंत जाँच कराएं
यदि किसी को सांस लेने में तकलीफ, लगातार बुखार, खांसी या शरीर में दर्द जैसी समस्याएं हों तो वे अपनी स्वास्थ्य निगरानी स्वयं करें और लक्षण बढ़ने की स्थिति में तुरंत स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। इंदौर जिला प्रशासन ने साफ किया है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन एहतियात बरतना अब भी उतना ही जरूरी है जितना पहले था। नागरिकों के सहयोग से ही संक्रमण की संभावित लहर को रोका जा सकता है।
यह खबर भी पढ़ें...कांग्रेस नेत्री नूरी खान का विवादित बयान- ईद नहीं, होली पर कटते हैं ज्यादा जानवर