इंदौर में डीएवीवी के सेल्फ फाइनेंस कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन करते हुए कुलपति डॉ. राकेश सिंघई की कार को घेर लिया। वे कार के सामने बैठ गए और उसे आगे ही नहीं बढ़ने दिया। इस पर कुलपति कार से उतरे और फिर पास ही एक दीवार की मुंडेर पर बैठ गए। गौरतलब है कि प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियाें को उन्होंने बात करने के लिए कई बार बुलाया, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। कर्मचारियों का कहना था कि कुलपति उनसे बात करने धरनास्थल पर ही आएं। इसी दौरान जब शनिवार को कुलपति किसी काम से वहां से गुजरे तो कर्मचारियों ने कार को घेर लिया।
यह है पूरा मामला
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के तक्षशिला परिसर में स्ववित्त संस्थान कर्मचारी (गैर-शिक्षक) संघ के नेतृत्व में चल रहा आंदोलन लगातार जारी है। कर्मचारी वेतन और अन्य मांगों को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसको लेकर कुलपति डॉ. राकेश सिंघई ने उन्हें कई बार बात करने के लिए बुलाया, लेकिन वे नहीं गए और अड़े रहे। कर्मचारियों का कहना था कि कुलपति को उनसे बात करने के लिए धरना स्थल पर ही आना होगा।
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बिना बात किए जाने के लगे आरोप
धरना दे रहे कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि आंदोलन के बीच शनिवार को विश्वविद्यालय के कुलपति किसी कारणवश परिसर पहुंचे। कर्मचारियों ने उनसे संवाद की कोशिश की, लेकिन कुलपति ने न तो उनकी बात सुनी और न ही धरना स्थल पर कोई चर्चा की। वे अपनी कार छोड़कर पैदल ही वहां से चले गए। कार से उतरने के बाद कुलपति सिंघई ने अपने ड्रायवर को फोन किया और कार लेकर दूसरी तरफ आने का कहा। ड्रायवर उनकी कार लेकर आया और फिर वे वहां से रवाना हुए। इस घटना को लेकर कर्मचारियों में आक्रोश है। स्ववित्त कर्मचारी संघ ने कुलपति के इस गैर-जिम्मेदाराना और असंवेदनशील रवैये की घोर निंदा की है। कहा है कि इस व्यवहार की शिकायत कुलाधिपति को पत्र के माध्यम से की जाएगी।
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दोषियों पर कार्रवाई की मांग
अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के अध्यक्ष डॉ. सुरेश पाटीदार और सचिव डॉ. सखाराम मुजाल्दे ने कुलपति के साथ हुई इस धटना की निंदा की है। उनका कहना है कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति जो कि एक सम्मानीय शिक्षक हैं। उनके साथ कर्मचारियों द्वारा जो दुर्व्यवहार किया गया है। उससे हम शिक्षक साथी बहुत व्यथित और दुखी हैं। इस पूरे घटनाक्रम की घोर निंदा करते हैं और प्रशासन से दोषियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने की मांग करते हैं।
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पूर्व नगर अध्यक्ष रणदिवे भी पहुंचे
धरना स्थल पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे भी पहुंचे। उन्होंने आंदोलन कर रहे कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। इसके साथ ही केंद्रीय मूल्यांकन प्रभारी डॉ. राजेंद्र सिंह ने भी मंच पर पहुंचकर कर्मचारियों को साहस और हिम्मत देने का कार्य किया।
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संगठन ने मोर्चा संभाला
आंदोलन का संचालन संघ के अध्यक्ष दीपक सोलंकी, महासचिव गजेंद्र परमार, उपाध्यक्ष मुकेश गुप्ता, सुरेंद्र मिश्रा, जितेंद्र भाटिया, सचिव सोहेल परवेज, संतोष मौर्य, मनीष कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष विनय यादव और कार्यकारिणी सदस्य मुकेश यादव, अब्दुल रज्जाक खान, लोकेश बारूपाल, रामेंद्र सिंह पुंडीर, सनी देवड़ा, देवी प्रसाद यादव, अब्दुल वहाब खान, सचिन वर्मा और जितेंद्र पाठक कर रहे हैं।
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