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लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर 20 मई को इंदौर में मध्य प्रदेश की कैबिनेट मीटिंग होने जा रही है। इसकी तैयारियां तेज हो चुकी है और 16 मई को सीएम भी तिरंगा यात्रा के दौरान यह मीटिंग अहम होने की बात कह चुके हैं। यह पहला अवसर होगा जब प्रदेश मंत्रिमंडल, ऐतिहासिक विरासत वाले राजबाड़ा में एकत्र होकर जनहित से जुड़ी महत्वपूर्ण नीतियों पर मंथन करेगा।
अस्थायी सचिवालय भी बना रहे राजबाडा में
राजवाड़ा परिसर में अस्थायी सचिवालय की स्थापना की जा रही है, जहां बैठक के संबंध में सभी प्रशासनिक गतिविधियां संचालित होंगी। सुरक्षा के लिए विशेष पुलिस दल तैनात किया जा रहा है। राजवाड़ा को मां देवी अहिल्या बाई होलकर की स्मृति में पारंपरिक शैली और आधुनिक साज-सज्जा से सजाया जा रहा है। भवन के भीतर और बाहर मालवी संस्कृति की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई देगी। प्रकाश, पुष्प एवं पारंपरिक सजावट का संयोजन इसे एक अलग विशेष स्वरूप प्रदान करेगा।
मालवी परंपरा में होगा स्वागत और भोजन
आयोजन में आने वाले समस्त अतिथियों के स्वागत-सत्कार की व्यवस्था मालवी परंपरा के अनुरूप की जा रही है। बैठक के उपरांत प्रथम तल पर पारंपरिक मालवी भोज का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय व्यंजन विशेष रूप से दाल-बाटी, दही बड़ा, मावा बाटी आदि परोसे जाएंगे।
इस तरह बैठक की होगी शुरूआत
20 मई को बैठक का शुभारंभ सीएम मोहन यादव एवं समस्त मंत्रीगण द्वारा मां देवी अहिल्याबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण से होगा। इसके उपरांत वह राजवाड़ा में प्रवेश करेंगे, जहां भूतल पर मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में प्रदेश के विकास, जनकल्याण, सुशासन से जुड़ी योजनाओं पर चर्चा संभावित है।
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ट्रैफिक को किया जाएगा डायवर्ट
सीपी संतोष सिंह ने बताया कि बैठक के लिए राजबाड़ा के आगे और पीछे के ट्रैफिक को रोका जाएगा और इसे डायवर्ट किया जाएगा। इसका व्यवस्थित प्लान जारी किया जाएगा। तैयारियों का जायजा लेने के लिए संभागायुक्त दीपक सिंह, कलेक्टर आशीष सिंह, निगमायुक्त शिवम वर्मा, एडिशनल सीपी अमित सिंह, मनोज श्रीवास्तव व अन्य अधिकारी मौके पर पुहंचे। अधिकारियों को निर्देश दिए गए की सभी व्यवस्थाएं गरिमा के अनुरूप समय सीमा में सुनिश्चित की जाए।
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देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर प्रदर्शनी
इस ऐतिहासिक बैठक के साथ-साथ विविध प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जा रहा है। इसमें एक खंड देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन, व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित प्रदर्शनी का होगा। इसमें लोकमाता के त्याग, सेवा, प्रशासनिक दक्षता, धार्मिक सहिष्णुता और समाज कल्याण के विविध दृश्य चित्रों और अन्य माध्यमों के जरिए प्रस्तुत किए जाएंगे।
शासन की योजनाओं और कार्यों पर आधारित प्रदर्शनी
इस खंड में प्रदेश सरकार द्वारा लोकमाता के सिद्धांतों जैसे सुशासन, न्यायप्रियता, महिला सशक्तिकरण, लोकसेवा और जनकल्याण पर आधारित योजनाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही इंदौर के विकास पर आधारित अन्य चित्र प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
मंत्री तुलसी सिलावट की इस मौके पर मांग
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि 20 मई को मां अहिल्या माता की पावन स्मृति में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा इंदौर में कैबिनेट मीटिंग हो रही है। मंत्री ने कहा कि- राजमाता अहिल्याबाई होलकर का विवाह उपरांत आगमन कम्पेल तहसील खुडैल विधानसभा सांवेर जिला इन्दौर में हुआ था और प्रथम राजधानी के रूप में घोषित की गई थी। किन्तु सुरक्षा कारणों से राजधानी को कम्पेल से महेश्वर स्थानान्तरित किया गया। सिलावट ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मांग की है कि उनकी प्रथम राजधानी कम्पेल स्थित कचहरी, बावडी, शंकर मंदिर एवं उनके द्वारा स्थापित विश्व का एकमात्र गोवर्धन नाथजी का दस भुजानाथ मंदिर को संरक्षित कर स्मारक के रूप में विकसित किया जाए।
मंत्री ने की मां अहिल्या के नाम पर इन्हें करने की मांग
मंत्री सिलावट ने मध्यप्रदेश में लाडली सेना का नाम बदल कर राजमाता अहिल्या सेना के नाम से नामकरण घोषित किया जाए। इसी तरह जिला अस्पताल का नामकरण राजमाता अहिल्याबाई के नाम से करने का अनुरोध है। जल गंगा संवर्धन अभियान अन्तर्गत राजमाता अहिल्याबाई के द्वारा पूरे देश एवं प्रदेश में निर्मित घाट, बावडी, तालाब, सराय, धर्मशाला, आदि का जीर्णोद्वार एवं संरक्षित करने का निर्णय लिया जाए। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय स्थित सभागृह का नामकरण राजमाता अहिल्याबाई सभागृह किया जाए। इंदौर में एक राजकीय स्मृति संग्रहालय अथवा डिजिटल गैलरी की स्थापना हो।
शहर में आगमन के प्रत्येक राजमार्ग पर भव्य "देवी अहिल्याबाई होलकर द्वार"बनाए जाना चाहिए। इन्दौर एवं महेश्वर के मध्य ऐतिहासिक जामगेट जिसका निर्माण अहिल्याबाई होलकर द्वारा व्यापारियों एवं यात्रियों की सुविधा के लिए किया गया था, उस जामगेट के पास लगभग 125 फीट ऊंची मातोश्री देवी अहिल्याबाई होलकर की पूर्ण प्रतिमा लगाकर उस क्षेत्र को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाए। इन्दौर में नवनिर्मित आईएसबीटी कुमेडी बस स्टेण्ड का नामकरण "अहिल्याबाई होलकर अन्तर्राज्यीय बस स्टैण्ड" किया जाए। इन्दौर रेलवे स्टेशन का विस्तार एवं पुनर्निर्माण कर स्टेशन का नाम "अहिल्याबाई होलकर रेलवे स्टेशन" किया जाए।
आईपीएस संतोष सिंह | रानी अहिल्याबाई | MP News