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प्रवर्तन निदेशालय (ED) Photograph: (the sootr)
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प्रवर्तन निदेशालय (ED) Photograph: (the sootr)
INDORE. प्रवर्तन निदेशालय (ED) इंदौर ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी सट्टा मटका के मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लाण्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के तहत संपत्ति अटैच की है। इसकी कीमत 1 करोड़ रुपए से अधिक की है। यह संपत्तियां मनोज मालवीय नामक व्यक्ति की हैं, जो महू के सट्टेबाज लोकेश वर्मा और निखिल हलभवी उर्फ अजय रतन राजपूत के साथ मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी के संचालन में सक्रिय रूप से शामिल था।
ईडी ने जानकारी देते हुए बताया कि अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले के संबंध में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की। जांच से पता चला कि धनगेम्स और अन्य सट्टा मटका ऐप जैसे अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मध्य प्रदेश, कर्नाटक और देश के अन्य हिस्सों में आम जनता को लुभाने के लिए संचालित किए जा रहे थे। ऐप ने उपयोगकर्ताओं को मोबाइल नंबर के माध्यम से पंजीकरण करने और UPI के माध्यम से धनगेम्स वॉलेट में पैसे ट्रांसफर करने और सट्टेबाजी में शामिल होने की अनुमति दी।
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ईडी ने बताया कि इन सट्टा मटका ऐप के माध्यम से उत्पन्न अवैध धन को लोकेश वर्मा और मनोज मालवीय द्वारा डमी व्यक्तियों के नाम पर खोले गए फर्जी बैंक खातों के जाल के माध्यम से उनके KYC दस्तावेजों का दुरुपयोग करके सट्टेबाजी संचालन चलाने के लिए लूटा गया था। बेनामी बैंक खातों में सट्टेबाजी के संचालन से उत्पन्न अपराध की आय को लूटा गया और संपत्ति खरीदने के लिए उपयोग किया गया।
इस पूरे गेम का मास्टरमाइंड लोकेश वर्मा है। इसका महू गुजरोखेड़ा में निवास है जहां पर दो साल पहले ईडी ने छापा मारा था। इसके पहले ईडी 8.89 करोड़ की संपत्ति पहले ही लोकेश की अटैच कर चुकी है। छापे के दौरान 46 लाख नकद भी जब्त किए थे।
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गुजरखेडा (महू) निवासी लोकेश वर्मा ने इंदौर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर मनोज मालवीय से मिलकर 10 लाख में धन गेम और धन कुबेर सट्टा ऐप बनवाया था। दोनों इसके बाद ऑनलाइन सट्टेबाजी में कूद गए। नौकरी पर लड़कों को रखकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन मटका सट्टे का कारोबार फैला लिया। को-ऑपरेटिव बैंक में कई फर्जी खाते भी खोले।
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे सट्टा के कारोबार की सूचना पर महू पुलिस ने अक्टूबर 2020 में गुजरखेडा स्थित एक मकान में छापा मारा। पुलिस ने 9 सटोरियों को गिरफ्तार किया था। 1.33 करोड़ रुपए जब्त किए थे। पुलिस ने लोकेश वर्मा, विकास यादव, जितेन्द्र लोवंशी, हेमंत गुप्ता, सोनू गुप्ता, पलाश अभिचंदानी, शुभम कलमें, मुकेश अभिचंदानी और मनोज मालवीय को गिरफ्तार किया था।
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