इंदौर ED का एक्शन, महू के मटका सट्टा चलाने वाले लोकेश के साथी मनोज की संपत्ति की अटैच

इंदौर ED ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और मटका सट्टे के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने मामले में 1 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को अटैच की है। यह संपत्तियां मनोज मालवीय नामक व्यक्ति की हैं, जो अवैध सट्टेबाजी के संचालन में शामिल था।

author-image
Sanjay Gupta
New Update
indore ed action illegal online betting matta lokesh verma assets attachment

प्रवर्तन निदेशालय (ED) Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

INDORE. प्रवर्तन निदेशालय (ED) इंदौर ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी सट्टा मटका के मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लाण्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के तहत संपत्ति अटैच की है। इसकी कीमत 1 करोड़ रुपए से अधिक की है। यह संपत्तियां मनोज मालवीय नामक व्यक्ति की हैं, जो महू के सट्टेबाज लोकेश वर्मा और निखिल हलभवी उर्फ अजय रतन राजपूत के साथ मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी के संचालन में सक्रिय रूप से शामिल था।

ईडी की जांच में यह हुआ खुलासा

ईडी ने जानकारी देते हुए बताया कि अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले के संबंध में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की। जांच से पता चला कि धनगेम्स और अन्य सट्टा मटका ऐप जैसे अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मध्य प्रदेश, कर्नाटक और देश के अन्य हिस्सों में आम जनता को लुभाने के लिए संचालित किए जा रहे थे। ऐप ने उपयोगकर्ताओं को मोबाइल नंबर के माध्यम से पंजीकरण करने और UPI के माध्यम से धनगेम्स वॉलेट में पैसे ट्रांसफर करने और सट्टेबाजी में शामिल होने की अनुमति दी।

यह खबर भी पढें - डॉ. श्याम अग्रवाल के नवोदय हॉस्पिटल पर ईडी की रेड, खुलेंगे सौरभ शर्मा से कनेक्शन

फर्जी बैंक खातों में शिफ्ट कर रहे थे कमाई

ईडी ने बताया कि इन सट्टा मटका ऐप के माध्यम से उत्पन्न अवैध धन को लोकेश वर्मा और मनोज मालवीय द्वारा डमी व्यक्तियों के नाम पर खोले गए फर्जी बैंक खातों के जाल के माध्यम से उनके KYC दस्तावेजों का दुरुपयोग करके सट्टेबाजी संचालन चलाने के लिए लूटा गया था। बेनामी बैंक खातों में सट्टेबाजी के संचालन से उत्पन्न अपराध की आय को लूटा गया और संपत्ति खरीदने के लिए उपयोग किया गया।

indore ed action

दो साल पहले ईडी ने मारा था छापा

इस पूरे गेम का मास्टरमाइंड लोकेश वर्मा है। इसका महू गुजरोखेड़ा में निवास है जहां पर दो साल पहले ईडी ने छापा मारा था। इसके पहले ईडी 8.89 करोड़ की संपत्ति पहले ही लोकेश की अटैच कर चुकी है। छापे के दौरान 46 लाख नकद भी जब्त किए थे। 

यह खबर भी पढें - EOW ने आलोट जनपद के सहायक लेखाधिकारी को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा

कौन है लोकेश वर्मा

गुजरखेडा (महू) निवासी लोकेश वर्मा ने इंदौर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर मनोज मालवीय से मिलकर 10 लाख में धन गेम और धन कुबेर सट्टा ऐप बनवाया था। दोनों इसके बाद ऑनलाइन सट्टेबाजी में कूद गए। नौकरी पर लड़कों को रखकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन मटका सट्टे का कारोबार फैला लिया। को-ऑपरेटिव बैंक में कई फर्जी खाते भी खोले।

यह खबर भी पढें - कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री के यहां ईडी की कार्रवाई

पुलिस के छापे में हुआ था खुलासा

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे सट्टा के कारोबार की सूचना पर महू पुलिस ने अक्टूबर 2020 में गुजरखेडा स्थित एक मकान में छापा मारा। पुलिस ने 9 सटोरियों को गिरफ्तार किया था। 1.33 करोड़ रुपए जब्त किए थे। पुलिस ने लोकेश वर्मा, विकास यादव, जितेन्द्र लोवंशी, हेमंत गुप्ता, सोनू गुप्ता, पलाश अभिचंदानी, शुभम कलमें, मुकेश अभिचंदानी और मनोज मालवीय को गिरफ्तार किया था।

यह खबर भी पढें - ग्वालियर में केके अरोरा के घर ईडी की रेड: रात 11 बजे बुलाया सुनार

प्रवर्तन निदेशालय ED मध्य प्रदेश Indore News इंदौर पुलिस इंदौर न्यूज ऑनलाइन सट्टा ईडी की कार्रवाई एमपी न्यूज