इंदौर में नकली नोट खपाने आई गैंग को क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा है। इनके पास से पुलिस ने 50 हजार रुपए के नकली नोट और नोट छापने की सामग्री भी जब्त की है। इन आरोपियों से अभी पूछताछ की जा रही है। क्राइम ब्रांच इस मामले में शाम को बड़ा खुलासा करेगी। जिसमें संभवत: यह बताया जा सकता है कि गैंग पिछले कितने समय से यह नकली नोट छापने के काम में लगी थी और उसने अभी तक लगभग कितने रुपए के नकली नोट किस किस जगह पर खपा दिए हैं।
होटल में छिपकर बैठे थे आरोपी
इंदौर क्राइम ब्रांच ने शहर में नकली नोटों की छपाई के रैकेट का खुलासा किया है। पुलिस ने होटल में छापा मारकर तीन युवकों को गिरफ्तार किया है, जो वहां नकली नोट लेकर आए थे। इनके कब्जे से कलर प्रिंटर, नोट छापने वाला कागज, लैपटॉप, एटीएम कार्ड और अन्य सामान बरामद किया गया है। पकड़े गए तीनों आरोपी छिंदवाड़ा जिले के रहने वाले हैं।
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तलाशी में मिले 50 हजार के नकली नोट
डीसीपी राजेश त्रिपाठी के निर्देशन में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच टीम ने अब्दुल शोएब, रहीश खान और प्रफुल्ल कुमार कोरी को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे निजी काम से इंदौर आए हैं और होटल में रुके हुए थे। शक होने पर जब उनके बैग की तलाशी ली गई, तो उसमें 50 हजार रुपए के नकली नोटों की एक गड्डी मिली।
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नोट छापने के काम में आ रही कलर प्रिंटर, लेमिनेशन शीट भी हुई बरामद
पुलिस ने जब इन नोटों की जांच की, तो वे पूरी तरह नकली निकले। इसके अलावा उनके पास से अलग-अलग सीरीज के और भी नकली नोट बरामद हुए। तलाशी में कलर प्रिंटर, लेमिनेशन शीट, लकड़ी के उपकरण, नोट छापने के लिए इस्तेमाल होने वाली पेपर शीट, एक लैपटॉप, एटीएम कार्ड और अन्य सामग्री भी जब्त की गई।
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दो महीने पहले पकड़े थे 2 लाख के नकली नोट
इंदौर की लसूडिया पुलिस ने 20 जनवरी 2025 को नकली नोट के साथ आरोपी शुभम रजक को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान उसने मोहित उर्फ महिपाल का नाम बताया। पुलिस ने महिपाल को 23 जनवरी को पकड़ा था। इसके बाद पुलिस ने जांच के बाद मोहित समेत अन्य 4 आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया। उनके पास से 200 और 500 रुपए के 2 लाख के नकली नोट बरामद हुए। साथ ही, नोट छापने के उपकरण भी जब्त किए गए हैं।
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तब 6 आरोपियों को पकड़ा था
पुलिस ने नकली नोट मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें मलकीत सिंह (पुत्र गुरमेश सिंह विर्क), निवासी क्वार्टर नंबर 80, चोक्स कॉलोनी, कामटी रोड, नागपुर, महाराष्ट्र; मनप्रीत सिंह (पुत्र कुलविंदर सिंह विर्क); महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा (पुत्र रामलाल बेड़ा), निवासी डांडिया वास, जोधपुर (वर्तमान पता: शास्त्री कॉलोनी, नसरुल्लागंज); अनुराग (पुत्र धर्म सिंह चौहान), निवासी होली टेकरा, ग्राम रेटी, जिला सीहोर; मोहसिन (पुत्र नासिर खान), निवासी दाऊदी नगर, खजराना; और शुभम उर्फ पुष्पांशु (पुत्र मदन रजक), उम्र 26 वर्ष, निवासी 1009, पुरानी मछली मंडी, थाना लार्डगंज, जिला जबलपुर (वर्तमान निवासी स्कीम 136, इंदौर) शामिल हैं।
500 और 200 रुपए के नकली नोट छपे कागज भी मिले थे
आरोपियों के पास से तीन लेजर प्रिंटर, A4 साइज के 85 GSM कागज (जिन पर 500 और 200 रुपए के नकली नोट छपे थे), दो लैमिनेशन मशीनें, RBI की सुरक्षा पट्टी चिपकाने वाली पन्नी और एक लैपटॉप बरामद किया गया है। पुलिस ने जब महिपाल को गिरफ्तार किया, तो उसने खुलासा किया कि नागपुर के मनप्रीत और मलकीत से 20 लाख रुपए के नकली नोट खरीदे, जिन्हें आगे अनुराग और मोहसिन को दिया गया। जांच में पता चला कि मलकीत किराए के मकान में नकली नोट तैयार करता था। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया था कि वे अब तक 20 से 22 लाख रुपए के नकली नोट तैयार कर बेच चुके हैं। फिलहाल, पुलिस आरोपियों से और जानकारी जुटा रही है।