इंदौर में किसानों की ट्रैक्टर रैली-ग्रीनफील्ड कॉरिडोर व भावांतर योजना का विरोध

इंदौर में बीजेपी की ट्रैक्टर रैली के बाद किसानों ने भी रैली निकाली। बीजेपी की रैली भावांतर योजना के प्रति धन्यवाद थी, जबकि किसानों की रैली भावांतर योजना और इंदौर-उज्जैन ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के विरोध में थी।

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Sanjay Gupta
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Indore. इंदौर में बीजेपी की ट्रैक्टर रैली के बाद बुधवार को किसानों ने अपने स्तर पर ट्रैक्टर रैली निकाली। बीजेपी की रैली जहां भावांतर योजना के प्रति धन्यवाद रैली थी तो वहीं किसानों की यह दूसरी रैली भावांतर योजना के साथ ही इंदौर-उज्जैन के बीच ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के विरोध में थी। 

इस तरह निकली रैली

हातोद क्षेत्र से लेकर गांधीनगर सुपर कॉरिडोर तक किसान आंदोलन देखने को मिला, इसमें हज़ारों की संख्या में ट्रैक्टरों के काफिले के साथ किसान सड़कों पर उतरे। इसमें  किसानों ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोनों ही प्रमुख दलों की किसान विरोधी नीतियों को आड़े हाथों लिया। प्रदर्शनकारी किसानों को दोपहर 12  बजे हातोद से गोमटगिरी, गांधीनगर सुपर कॉरिडोर चौराहे होते हुए नावदा शिरपुर बाक पहुंचे जहां  प्रशासन द्वारा रोका गया।

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प्रशासन के रोकने से हुए नाराज

किसानों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनके आंदोलन को राजनीतिक भेदभाव के तहत रोका गया, जबकि एक दिन पहले बीजेपी की रैली को शहर में प्रवेश की अनुमति दी गई थी। किसान बोले कि प्रशासन शहर में नहीं घुसने देगा, तो वे भी अधिकारियों को खेतों और नेताओं को गांवों में प्रवेश नहीं करने देंगे।

आंदोलन में जीवनसिंह शेरपुर किसान नेता राधेश्याम पटेल ,ऋषि राजसिसोदिया ,बबलू जाधव, मोतीसिंह पटेल, रविंद्र चौधरी, चंदन सिंह बड़वाया, शिव सिंह,  सरपंच जितेंद्र आदि उपस्थित रहे। साथ ही दिलीप सिंह बोरिया,अरविंद सिंह राठौर ,भैरू सिंह राठौर ,शैलेंद्र पटेल ,सतीश मकवाना,अर्जुन सांखला आशीष सोनगरा पंकज तंवर विशाल पंवार मिथुन चौहान पप्पू यादव, कमल राठौर ,राहुल पटेल, अमित सिसोदिया, राजकुमार पटेल, आनंद सिसोदिया, शुभम राठौड़, विराज सिंह, आदि किसान शामिल रहे । किसानों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रीनफील्ड कॉरिडोर और भावांतर योजना के नाम पर खेती-किसानी के साथ हो रहे अन्याय को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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इधर जिले में तेजी से पंजीयन जारी

उधर भावांतर योजना के तहत जिले में तेजी से किसानों का पंजीयन जारी है। इंदौर संभाग में प्राइस डेफिसिट पेमेंट स्कीम (भावांतर योजना) अंतर्गत खरीफ वर्ष 2025 (विपणन वर्ष 2025-26) अंतर्गत इंदौर संभाग में ई-उपार्जन पोर्टल पर  सोयाबीन के पंजीयन का कार्य तेजी से जारी है। संभाग में 08 अक्टूबर तक 44242 किसानों ने अपनी फसल का पंजीयन कराया गया है।

कलेक्टर शिवम वर्मा ने जिला स्तर पर गठित जिला समिति तथा अनुभाग स्तर पर अनुविभागीय राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में गठित समितियों को विशेष निर्देश दिए हैं कि किसी भी किसान को पंजीयन में किसी प्रकार की परेशानी न हो।

जिले में 48 पंजीयन केंद्र बनाए गए हैं। इंदौर जिले में अब तक 28344 किसानों ने भावांतर योजना के अंतर्गत अपना पंजीयन कराया है। कलेक्टर द्वारा पंजीयन केन्द्रों की सतत मॉनिटरिंग हेतु  एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है। पंजीयन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है।

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