इंदौर HDFC बैंक स्टाफ ने कस्टमर के खाते से राशि चुराकर भर दिया दूसरे के क्रेडिट कार्ड का बैलेंस
अनूप नगर में रहने वाले मो. तौहिक मंसूरी ने बताया कि उनका सेविंग अकाउंट एचडीएफसी बैंक के साकेत नगर ब्रांच में है। अकाउंट में उनके लगभग 3 लाख रुपए पारिवारिक काम के लिए रखे हुए थे।
इंदौर की एचडीएफसी बैंक ने एक नई कारस्तानी करते हुए बड़ा फ्रॉड कर डाला है। बैंक के स्टाफ ने एक अन्य कस्टमर के क्रेडिट कार्ड का 60 हजार 11 रुपए का बिल दूसरे कस्टमर के खाते से चुराकर सैटल कर दिया। ऐसा फर्जीवाड़ा करके जब कस्टमर को पैसे कटने की जानकारी लगी तो वह तुरंत बैंक की साकेत नगर ब्रांच पहुंचा। यहां पर डेढ़ साल तक उसे परेशानी को हल करने के नाम पर झुलाया जाता रहा। इसके बाद उसने एक्स पर एचडीएफसी बैंक, पीएमओ, आरबीआई, फाइनेंस मिनिस्टर को ट्वीट किया है। साथ ही बैंक के खिलाफ एक आवेदन पुलिस कमिश्नर को भी दिया है।
पारिवारिक काम के लिए रखे थे 4 लाख रुपए
अनूप नगर में रहने वाले मो. तौहीद मंसूरी ने बताया कि उनका सेविंग अकाउंट एचडीएफसी बैंक के साकेत नगर ब्रांच में है। अकाउंट में उनके लगभग 3 लाख रुपए पारिवारिक काम के लिए रखे हुए थे। 30 सितंबर 2023 को अचानक उनके पास एक मैसेज आया कि उनके खाते से 60 हजार 11 रुपए कट गए हैं। इसके बाद उन्होंने अकाउंट स्टेटमेंट देखा तो पता चला कि उसमें से पैसे कट गए हैं। फिर जब ब्रांच पहुंचकर जानकारी ली तो बताया गया कि उनके खाते से क्रेडिट कार्ड का बिल भर दिया गया है।
क्रेडिट कार्ड किसी और का, बिल भरा किसी और के खाते से
तौहीद ने बैंक पर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्होंने कभी भी कोई क्रेडिट कार्ड लिया ही नहीं है। वहीं, जिस क्रेडिट कार्ड का बिल भरना बैंक स्टाफ बता रहा है वह उनका नहीं है। जब ब्रांच से उस क्रेडिट कार्ड की डिटेल निकाली गई तो पता चला कि वह किसी शोहिब जिंद्रान के नाम से रजिस्टर्ड है। इसकी शिकायत जब उन्होंने ब्रांच मैनेजर से की तो उन्होंने तौहीद को भरोसा दिलाया कि वे जल्दी ही इस मामले में पूरी पड़ताल करके उनके पैसे वापस दिलाएंगे।
तौहीद ने बताया कि जब कुछ दिन बाद वे वापस बैंक पहुंचे तो उन्हें फिर वही गोलमोल जवाब दिया गया कि हम इसको दिखवा रहे हैं। इसके बाद उन्हें बैंक की बॉम्बे हॉस्पिटल वाली ब्रांच भेज दिया गया। वहां पर भी कई दिनों तक वे कई घंटों तक अपने साथ हुई धोखाधड़ी में कार्रवाई का जवाब मांगते रहे, लेकिन उनकी किसी ने मदद नहीं की। वहां से भी उन्हें हर बार यही जवाब मिलता रहा कि हम इस मामले को दिखवा रहे हैं।
तौहीद को जब डेढ़ साल में भी बैंक की तरफ से कोई हल निकलता नहीं दिखा तो उन्होंने अपने साथ हुए फ्रॉड को लेकर एक्स पर ट्वीट कर दिया। इसके तत्काल बाद बैंक की तरफ से भी ट्वीट कर दिया गया कि हम इस मामले को दिखवा रहे हैं। आप अपनी सारी डिटेल्स हमें भेज दीजिए।
एचडीएफसी बैंक के मैनेजर दीपक टंडन ने बताया कि हमारी कॉर्पोरेट टीम इस मामले में जांच कर रही है। जब तक वहां से हमें कुछ जानकारी नहीं मिलती, तब तक हमारे लिए इस संबंध में कुछ भी कह पाना मुश्किल है। जैसे ही कॉर्पोरेट टीम की तरफ से जानकारी मिलेगी, हम आपको बता देंगे।