/sootr/media/media_files/2025/06/25/sourabh882-2025-06-25-13-46-26.jpg)
इंदौर–इच्छापुर नेशनल हाईवे पर बाईग्राम से आगे की तरफ बन रही तीसरी टनल पर आज सुबह (25 जून) दर्दनाक हादसा हो गया। भारी बारिश के कारण इसके एक मुहाने का हिस्सा गिर गया, जिसमें दबने से दो मजदूरों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और एनएचएआई के अफसर मौके पर पहुंचे व मलबा हटवाने का काम शुरू किया।
पहाड़ से बहकर आई मिट्टी बनी जानलेवा
इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे पर चोरल में निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया। मलबे में दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई। हादसा बुधवार सुबह करीब 4 बजे हुआ। पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। अफसरों के मुताबिक तीसरी सुरंग के मुहाने (आउटर फेस) पर बारिश में मिट्टी व पानी तेजी से बहकर आया। इसके कारण सुरंग के बाहर मलबे का ढेर जमा हो गया। इसी के पास एनएचएआई की टीम काम कर रही थी, जिसमें से एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरे मजदूर ने इंदौर के अस्पताल में दम तोड़ा।
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/06/25/suran2-2025-06-25-13-26-22.jpg)
भारी बारिश से हुआ हादसा
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सोमेश बांझल ने बताया कि यह हादसा भारी बारिश के कारण हुआ है। कल जो तेज बारिश आई थी, उसके कारण सुरंग के ऊपर वाले हिस्से से बारिश के पानी के तेज बहाव के साथ बड़ी मात्रा में मिट्टी भी बहकर आई थी। इसके चलते टनल के एक मुहाने का कुछ हिस्सा भी गिर गया। इसकी चपेट में दो मजदूरों के आने की जानकारी मिली है। मैं अपनी टीम के साथ मौके पर जाने के लिए निकल गया हूं।
यह है इंदौर–इच्छापुर हाईवे का प्रोजेक्ट
इंदौर-खंडवा-एदलाबाद फोरलेन पर तीसरी सुरंग का काम अंतिम चरणों में है। यह खंडवा तरफ बाईग्राम से आगे बन रही है। सुरंग के एक मुहाने का काम लगभग पूरा हो गया है और दूसरी तरफ के हिस्से का काम भी अंतिम चरणों में है।
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/06/25/surang4-2025-06-25-13-27-19.jpg)
3 सुरंग हैं इस रूट पर
इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे पर कुल तीन सुरंग प्रस्तावित की गई हैं। पहली दो सुरंग का काम लगभग 90 फीसदी हो गया है, इसमें फिनिशिंग का काम भी अंतिम चरणों में है। तीसरी टनल में भी लाइटिंग आदि का काम ही रह गया है। बाईग्राम और चोरल के पहले बनने वाली तीसरी टनल के माध्यम से 500 पेड़ों को काटने से बचाया जाएगा।
इसलिए जरूरत पड़ी तीसरी सुरंग की
एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार 203 किमी लंबे राजमार्ग को तैयार करने के लिए इंदौर-बड़वाह वन मंडल की 82 हेक्टेयर वन भूमि अधिग्रहित की गई है। शुरुआत में प्रोजेक्ट के अंतर्गत दो सुरंग बनाई जानी थीं। इस दौरान 9,881 पेड़ों को काटा जाना था। अक्टूबर 2023 में एजेंसी ने कुछ स्थानों पर वन विभाग की अनुमति बिना अलाइनमेंट बदल दिया। मामले की जानकारी लगने के बाद वन विभाग ने एनएचएआई को दोबारा प्रोजेक्ट में संशोधन करने को कहा। इस दौरान कुछ हिस्से में विभाग ने काम रुकवा दिया था।
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/06/25/nh1-2025-06-25-13-33-10.jpg)
संशोधित प्रस्ताव में आईं 3 सुरंग
नवंबर 2023 में संशोधित प्रस्ताव भेजा गया। इसमें तीन स्थानों पर अलाइनमेंट बदलने के साथ एक अतिरिक्त यानी तीसरी सुरंग बनाने पर जोर दिया गया। चार महीने बीतने के बाद मंत्रालय ने संशोधित प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है। इसके तहत पूरे प्रोजेक्ट के अंतर्गत 9,461 पेड़ों को काटा जाएगा। तीसरी सुरंग बनाई जाने से 520 पेड़ों को नहीं काटा जाएगा। पहले 9,881 पेड़ कटने थे।
मार्च में मिल गई थी तीसरी सुरंग बनाने की अनुमति
तीसरी सुरंग को बनाने के लिए अनुमति विभाग को पिछले साल मार्च में मिली थी। 18 मार्च को वन व पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से वन विभाग मुख्यालय को पत्र भेजा गया था, जिसमें 550 मीटर लंबी सुरंग को अनुमति देने का उल्लेख था। अनुमति आने के बाद इस संबंध में एनएचएआई ने टनल बनाने वाली मेघा कंस्ट्रक्शन एजेंसी को निर्देश जारी कर दिए थे, जिसके बाद कंपनी ने टनल बनाने का काम शुरू कर दिया था।
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/06/25/nh2-2025-06-25-13-33-37.jpg)
ऐसे बन रही हैं तीनों टनल
इंदौर-खंडवा रोड पर बन रही तीसरी टनल इस प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी टनल बताई जा रही है। तीनों टनल इंदौर वन मंडल के वन क्षेत्र में आने वाले पहाड़ों को खोदकर बनाई जा रही हैं।
– पहली टनल सिमरोल के आगे तलाई नाके से शुरू हुई, जो कि 300 मीटर की है।
– दूसरी टनल बाईग्राम के आगे शनि मंदिर के पीछे से बनी है। इस टनल की लंबाई 480 मीटर है।
– तीसरी और आखिरी टनल दूसरी टनल खत्म होने के आधे किमी बाद बनी है। इस टनल की लंबाई 550 मीटर है। कुल मिलाकर वाहनों को 1,350 मीटर यानी सवा किमी से अधिक की दूरी टनल से गुजरकर तय करनी होगी।
इन 6 पैकेज में तैयार हो रहा है पूरा हाईवे
पहला पैकेज
भंवरकुआं से तेजाजी नगर
-
लंबाई – 6.5 किमी का सिक्स लेन। यह बनकर तैयार है।
-
लागत – 53.73 करोड़ रुपए।
-
एजेंसी – नगर निगम इंदौर
-
समय – निगम ने इसे 2022 में बनाना शुरू किया था और 2023 में पूरा कर दिया था।
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/06/25/nh3-2025-06-25-13-34-01.jpg)
दूसरा पैकेज
तेजाजी नगर से बलवाड़ा
-
लंबाई – 33.40 किलोमीटर
-
लागत – 1,162 करोड़ रुपए। इसके टेंडर 30% कम पर हुए। यानी यह हिस्सा 924 करोड़ रुपए में तैयार होगा।
-
टनल – 3 टनल और 1 वायाडक्ट पहाड़ी
यह खबर भी पढ़ें...इंदौर में दागी मिले 90 पुलिसकर्मी बदले जाएंगे, पहली बार DCP, ACP से मांगा जवाब
तीसरा पैकेज
बलवाड़ा से धनगांव
-
लंबाई – 40 किलोमीटर
-
लागत – 1,001.69 करोड़ रुपए
-
एजेंसी – एनएचएआई ने जीएचबी इंडिया लिमिटेड को दिया है
-
ब्रिज – नर्मदा नदी पर 12.75 किमी लंबा ब्रिज बनेगा
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/06/25/nh4-2025-06-25-13-34-26.jpg)
यह खबर भी पढ़ें...CGPSC मेंस 2024 का शेड्यूल घोषित, 26 से 29 जून तक दो शिफ्ट में होगी परीक्षा
चौथा पैकेज
धनगांव से बोरगांव
-
लंबाई – 58 किलोमीटर (90% बनकर तैयार)
-
लागत – 981 करोड़ रुपए। इसे 792 करोड़ के टेंडर में लिया है
-
एजेंसी – पाथ हाईवे इंडिया लिमिटेड
यह खबर भी पढ़ें...भोपाल से दिल्ली जा रही शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव, एक हफ्ते में चौथी घटना
पांचवां व छठा पैकेज
बोरगांव बुजुर्ग से शाहपुर और शाहपुर से मुक्ताईनगर
-
बुरहानपुर जिले की सीमा में बोरगांव बुजुर्ग से शाहपुर तक 47 किमी लंबा हाईवे है। इसकी लागत 1,497.69 करोड़ रुपए है।
-
शाहपुर से मुक्ताईनगर – यह बुरहानपुर से महाराष्ट्र सीमा में मुक्ताईनगर के पास मुंबई-हैदराबाद नेशनल हाईवे में जुड़ेगा। 30 किलोमीटर हाईवे की लागत 784 करोड़ रुपए है।