इंदौर में एक बार फिर डिजिटल अरेस्ट करते हुए बड़ी ठगी की वारदात हुई है। पीड़ित उद्योगपति की बहू है और यह ठगी 1.60 करोड़ रुपए की हुई है। वह भी जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के मनी लॉन्ड्रिंग केस में उलझने के नाम पर। इंदौर में 3 माह में डिजिटल अरेस्ट का यह 65वां मामला है और इंदौर लगातार इस केस में कैपिटल बनता जा रहा है।
यह है मामला
इंदौर की महिला कारोबारी वंदना गुप्ता पति राजीव गुप्ता उद्योगपति सुभाष गुप्ता की बहू है। महिला ने सायबर सेल में शिकायत की है। बताया है कि नौ से 11 नवंबर को उसे वीडियो कॉल कर धमकाया गया। राठी ग्रुप में काम करने वाली गुप्ता ने बताया कि आरोपियों ने वीडियो कॉल करते हुए पहले ईडी और फिर सीबीआई अधिकारी बनकर डराया। मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने के नाम पर बैंक खाते की जानकारी ली और फिर सत्यापन के नाम पर राशि ऑनलाइन ट्रांसफर कराई।
एफडी तुड़वाकर राशि दी
वंदना का शेयर व कमोडिटी का कारोबार है। उन्होंने बताया कि ईडी अधिकारी बनकर वीडियो कॉल पर किसी ने बात की और कहा कि खातों में अवैध ट्रांजेक्शन हुआ है, इसमें नरेश गोयल को हमने पकड़ा है। आपके खातों का सत्यापन करना है। आरोपियों ने ऑनलाइन केस में फंसाने का बोलकर इस कदर धमकाया कि पीड़िता ने 1 करोड़ की एफडी भी तोड़ दी।
महिला इस मामले में जागरूक नहीं
टीआई सुरेंद्र वास्कले ने महिला से पूछा कि डिजिटल अरेस्ट के मामले मीडिया में इतने आ रहे, फिर कैसे फंस गए, पीएम नरेंद्र मोदी भी लगातार इसके लिए बोल रहे हैं और सचेत कर रहे हैं। इस पर महिला ने माना कि वह जागरूक नहीं है और खबरें नहीं पढ़ती हैं।
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