संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर के खजराना TI सुजीत श्रीवास्तव का संदिग्ध कदाचरण है। उनके द्वारा थाना क्षेत्र में नियंत्रण का अभाव साफ दिख रहा है, वह व्यापक तौर पर खुलेआम चल रहे सट्टे को रोकने में विफल रहे हैं। यह बात श्रीवास्तव के निलंबन आर्डर में डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा ने लिखा है।
क्यों लिखा गया है ऐसा?
खजराना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सट्टा चल रहा है, इसकी लगातर खबर आ रही थी। डीसीपी ने लगातार इसे लेकर टीआई को जांच करने और कार्रवाई के लिए कहा, लेकिन टीआई श्रीवास्तव ने इस पर कोई भी एक्शन नहीं लिया। वहीं उनकी नाक के नीचे बीजेपी नेजा सलीम मंसूरी और उसके बेटे अलम मंसूरी द्वारा 24 घंटे 365 दिन खुलेआम सट्टा संचालन किया जा रहा था। पूरी तरह से थाने की पुलिस के साथ उनकी सांठगांठ थी।
टीआई की कार्रवाई संदिग्ध पाई गई
डीसीपी ने आर्डर में यह भी लिखा है कि जहां थाने में नियंत्रण का अभाव पाया गया है। साथ ही संदिग्ध कार्रवाई भी प्रथम दृष्टया स्पष्ट तौर पर पाई गई है और इससे उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा होता है। दरअसल, बताया जा रहा है कि सट्टेबाजों के पास जो मोबाइल मिले हैं, इसमें लगातार खजराना थाने के पुलिस बल के साथ बातचीत होने के भी प्रमाण मिले हैं। इसके बाद ही डीसीपी ने यह सख्त कदम उठाया है।
यह हुई थी कार्रवाई
कार्रवाई सलीम मंसूरी के यहां हुई, जो खुद को इंदौर विधानसभा पांच के विधायक महेंद्र हार्डिया का प्रतिनिधि बताता है। वह और बेटा आलम मंसूरी यह संचालित करते हैं। सलीम मंसूरी बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा में भी है। मौके से 11 लाख 77 हजार रुपए जब्त किए। वहीं संचालक आलम मंसूरी और उसके पिता सलीम मंसूरी सहित 5 लोगों को गिरफ्तार कर केस दर्ज कराया। सट्टे के अड्डे पर पकड़ाए आरोपी सलीम (65) पिता रसूल मंसूरी, उसका बेटा आलम मंसूरी (35) निवासी अशरफी नगर, रईस (46) पिता मुंशी खान, इरफान (23) पिता सत्र पटेल और यूसुफ (34) पिता जफर खान निवासी अशरफी नगर हैं। इनके पास 8 मोबाइल फोन, 9 बंडल सट्टा पर्चियां मिली हैं।
डीसीपी ने दो आईपीएस की टीम बनाकर लिया एक्शन
डीसीपी जोन-2 अभिनय विश्वकर्मा ने बताया अशरफी नगर स्थित तीन मंजिला मकान में दबिश दी गई। मंसूरी द्वारा बेटे आलम के माध्यम से सट्टे का संचालन करवाया जा रहा था। तीनों मंजिलों पर सट्टा खेलने के लिए अलग-अलग कमरे मौजूद थे। डीसीपी विश्वकर्मा ने खजराना थाने के स्टाफ को जानकारी दिए बिना एसीपी विजय नगर आईपीएस कृष्णलाल चंदानी और एसीपी परदेशीपुरा आईपीएस नरेंद्रसिंह रावत की टीम बनाकर यह छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया। दोनों आईपीएस एसीपी थाना एमआईजी और परदेशीपुरा टीआई के साथ उन्हीं के थानों के जवानों को लेकर दबिश देने खजराना पहुंचे तो सट्टा चलाने वालों को भनक तक नहीं लगी। दोनों थाना प्रभारियों सहित आईपीएस की टीम मंसूरी के पूरे मकान को घेरकर हर कमरे में पहुंचे तो सट्टा खेलते लोग मिले।
ये खबर भी पढ़ें... mp weather : इंदौर में गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड, राजस्थान में 5 की मौत
खजराना टीआई पहले भी जांच के घेरे में आ चुके
इसके पहले भी खजराना टीआई सुजीत श्रीवास्तव कुछ समय पहले भी विवादों में आ चुके हैं। एक लूट के फरियादी की रिपोर्ट नहीं लिखने को लेकर उच्च स्तर पर शिकायत हुई और इसमें जांच के भी आदेश दिए। हालांकि बाद में मामले को दबा दिया गया। एक बड़े अधिकारी के खास व्यक्ति के जरिए पोस्टिंग होने के कारण उनका बाल बांका नहीं हुआ और वह पद पर टिके रहे। अब सट्टा पकड़ाने के बाद टीआई श्रीवास्तव का कदाचरण खुलकर सामने आ गया तो फिर कोई बचा नहीं पाया और आखिर में निलंबित हो गए।
thesootr links
खजराना टीआई सुजीत श्रीवास्तव निलंबित, इंदौर डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा, इंदौर न्यूज, Khajrana TI Sujit Srivastava suspended, Indore DCP Abhinav Vishwakarma, BJP leader arrested in betting case, Indore News