इंदौर में अत्याधुनिक टेस्टिंग लैब का सीएम मोहन ने किया लोकार्पण, बोले- अब शुद्धता ही पहचान होगी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को टेस्टिंग लैब का लोकार्पण किया। यह अत्याधुनिक फूड और ड्रग टेस्टिंग लैब है। 8.30 करोड़ रुपए लागत वाली यह लैब तलावली चांदा में बनाया गया है। लैब मालवांचल क्षेत्र में खाद्य पदार्थों की जांच करेगी।

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Sandeep Kumar
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राहुल दवे @ INDORE. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को इंदौर में अत्याधुनिक टेस्टिंग लैब का लोकार्पण किया। अत्याधुनिक फूड और ड्रग टेस्टिंग लैब की लागत 8.30 करोड़ रुपए है। तलावली चांदा स्थित इस लैब के शुरू होने से अब प्रदेश के मालवांचल क्षेत्र में खाद्य पदार्थों की जांच हो सकेगी। अब जांच के लिए सैंपल भोपाल भेजने की जरूरत नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा अब प्रदेश में शुद्धता ही पहचान होगी और जो मिलावट करेगा, वो जेल जाएगा। 

सीएम ने मजाकिया अंदाज में कहा कि मालवा के लोग हिसाब चुकता करना जानते हैं। उन्होंने फतेहाबाद की मशहूर कहावत गधे गुलाब जामुन खाते हैं, का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी मिठाई भी बदला लेने के काम आती है। जब शाहजहां और औरंगजेब के बीच फतेहाबाद में युद्ध हुआ था, तब वहां के लोगों ने गुलाब जामुन बनाकर दिल्ली भेजे गए थे। कहावत चली देखो, गधे गुलाब जामुन खा रहे हैं। अब वो गधे जहां जाना था, चले गए। हम आराम से गुलाब जामुन खाते हैं।

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मील का पत्थर साबित होगी यह लैब 

सीएम यादव ने कहा कि यह लैब राज्य में खाद्य और औषधि सुरक्षा की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। प्रदेश में अब किसी भी स्तर पर मिलावटखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ये लैब जनता को शुद्ध खाद्य सामग्री और प्रमाणिक औषधि उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित होगी। 

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जबलपुर, ग्वालियर में भी शुरू होगी लैब 

सीएम ने बताया कि अब तक भोपाल की लैब में करीब 600 सैंपल प्रतिमाह जांचे जाते थे। वहीं, इंदौर की नई लैब में 3,000 से अधिक सैंपल जांचने की क्षमता है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अगले पांच महीनों में जबलपुर और ग्वालियर में भी ऐसी लैब्स शुरू होंगी, जिससे प्रदेश का फूड और ड्रग नेटवर्क और मजबूत बनेगा।

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55 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का भी शुभारंभ 

सीएम यादव ने अमृत 2.0 योजना के तहत विकास कार्यों का शुभारंभ किया। उन्होंने मुख्यमंत्री नगरीय क्षेत्र अधोसंरचना योजना भी शुरू की। इन योजनाओं के तहत 55 करोड़ रुपए से अधिक के कार्य होंगे। इनमें सुदामा नगर सेक्टर ऊ और ए में 34 किमी सीवर लाइन है। इसकी लागत 30 करोड़ रुपए है। छावनी चौराहा से चंद्रभागा ब्रिज तक 3 किमी जलमल लाइन है। इसकी लागत 6 करोड़ रुपए है। रामबाग चौराहा से अहिल्या आश्रम तक रिवर फ्रंट सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट है। इसकी लागत 19 करोड़ रुपए है।

अब शुद्धता में भी नंबर 1 बनेगा इंदौर 

सीएम मोहन यादव ने कहा कि सौंदर्यीकरण कार्य इन्फ्रास्ट्रक्चर से अधिक है। यह इंदौर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेगा। उन्होंने कार्यक्रम के अंत में छठ पूजा की शुभकामनाएं दीं। सीएम ने कहा कि इंदौर स्वच्छता के साथ शुद्धता में भी नंबर वन बनेगा।

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यह रहे मौजूद 

कार्यक्रम में नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। वहीं, मंत्री सिलावट ने कहा कि सांवेर क्षेत्र अब स्वास्थ्य सुविधाओं और विकास कार्यों के मामले में प्रदेश का आदर्श मॉडल बन रहा है। 

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