दस्तावेजों को सुरक्षित रखने के लिए इंदौर नगर निगम ने सभी फाइलें और टेंडर के डॉक्यूमेंट्स को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। इस काम में AI की भी सहायता ली जाएगी। पूरी प्रक्रिया में अभी करीब 60 लाख दस्तावेजों को ऑनलाइन करने की योजना है।
फाइल चोरी की बढ़ रही थी शिकायतें
इंदौर नगर निगम के दस्तावेजों को सुरक्षित करने डिजिटाइजेशन का निर्णय लिया गया है। बीते दिनों फाइलों का गाड़ी से चोरी हो जाना, ड्रेनेज बिल में घोटाला जैसे कई मामले सामने आ रहे थे। इन्हीं गड़बड़ियों को मिटाने के लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने फाइलों को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया। इस काम के लिए आईटी कंपनियों से टेंडर बुलवाए जा चुके हैं। जल्द इन्हें खोलकर कॉन्ट्रैक्ट भी दे दिया जाएगा।
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नहीं लगाने पड़ेंगे निगम के चक्कर
इंदौर नगर निगम जल्द से जल्द अपने सभी दस्तावेज ऑनलाइन करने के प्रयासों में लगा है। जब यह दस्तावेज ऑनलाइन हो जाएंगे तो आम लोगों को घर बैठे अपने डॉक्यूमेंट्स मिल जाया करेंगे। डॉक्यूमेंट इश्यू कराने बार-बार नगर निगम के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
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बन रहा अलग पोर्टल
इंदौर नगर निगम ई-नगर पालिका पोर्टल से हटकर अपना खुद का पोर्टल बना रहा है। इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गम को पूरी तरह डिजिटल बनाया जाएगा। हमारा खुद का पोर्टल बनवा रहे हैं, लेकिन इसके पहले 60 लाख दस्तावेजों को ऑनलाइन करेंगे।
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