इंदौर के नए IAS अपर कलेक्टर पवार नवजीवन की 3 दिन की कार्यशैली से ही भड़के एसडीएम, तहसीलदार

इंदौर में 2019 बैच के आईएएस पवार नवजीवन विजय की तीन दिन की कार्यशैली ने कलेक्ट्रेट में हंगामा मचा दिया। एसडीएम और तहसीलदार उनके रवैये से खासे नाराज हैं। ये है पूरा मामला

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Sanjay Gupta
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सोमवार (22 सितंबर) को ही इंदौर में जॉइन करने वाले 2019 बैच के आईएएस पवार नवजीवन विजय (IAS Pawar Navjivan Vijay) की तीन दिन की कार्यशैली ने ही इंदौर कलेक्ट्रेट में हंगामा बरपा दिया है। एसडीएम से लेकर तहसीलदार तक उनके रवैये से खासे नाराज हैं। कुछ अधिकारियों ने तो इस संबंध में कलेक्टर शिवम वर्मा को भी शिकायत कर दी है। नए साहब ने तीन दिन में ही सभी विधानसभाओं के सहायक रिटर्निंग अधिकारी यानी नौ के नौ एसडीएम को नोटिस थमा दिया है।

अधिकारियों ने साफ कहा- ये रवैया रहा...तो काम नहीं करेंगे

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अधिकारियों ने उनके तीन दिन के रवैये से ही परेशान होकर कलेक्टर को साफ कह दिया है कि यदि वरिष्ठ अधिकारी का रवैया इस तरह का रहा तो वह काम नहीं करेंगे। अधिकारियों की नाराजगी की वजह उनका गुस्सा होना और इस गुस्से में कुछ ऐसे शब्द बोल देना है, जो सुनना अधिकारियों को सहन नहीं हुआ।

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एसडीएम से बोले आईएएस- क्या रोना है आप लोगों का

इस मामले की मूल वजह भारत निर्वाचन आयोग का आदेश है जिसमें मतदाता सूची के सघन पुनरीक्षण की बात है और इस पर आयोग ने रिपोर्ट मांगी है।

इसमें सभी एसडीएम का काम पीछे है। इसकी मुख्य वजह है कि बीते दस दिनों से इंदौर में एक के बाद एक बड़ी घटनाएं हो रही हैं। वहीं नए साहब को नए कार्य विभाजन में निर्वाचन का जिम्मा दिया गया है। इसी काम को लेकर उन्होंने आनन-फानन में टीएल मीटिंग के बाद सभी को मीटिंग के लिए बुला लिया।

इसमें देरी का कारण पूछा तो अधिकारी कारण बताने लगे, इतने में वह बोले दिए कि बोलो और क्या रोना है आप लोगों का। इंदौर में कई चुनाव करा चुके एक सीनियर को कहा और मास्टर क्या कर रहे हैं आप काम में। एक एसडीएम देरी से आए तो उन्होंने कहा कि क्या पीले चावल देंगे तो आएंगे मीटिंग में।

तहसीलदारों को भी खराब लगा लहजा

एसडीएम और सभी तहसीलदारों को अपर कलेक्टर ने कहा है कि वह बीएलओ से दिन-रात काम कराकर आयोग के आदेश का पहले पालन सुनिश्चित कराएं। इसके बाद उनके द्वारा लगातार अधिकारियों को मैसेज किए जा रहे हैं और पल-पल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसी दौरान कुछ तहसीलदारों को भी उन्होंने गुस्से में फटकार लगाई। यह भी अधिकारियों को रत्ती भर पसंद नहीं आया। इसके बाद सभी अधिकारियों ने उनके रवैये को लेकर बात भी की है और इसकी जानकारी कलेक्टर तक भी पहुंचा दी है।

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कौन हैं आईएएस पवार

आईएएस पवार 2019 बैच के आईएएस हैं। वह सिवनी जिला पंचायत सीईओ पद के बाद इंदौर आए हैं। इसके पहले वह कुक्षी में एसडीएम थे। तब सितंबर 2022 में शराब माफिया के साथ उनकी मुठभेड़ हुई थी और इस दौरान नायब तहसीलदार राजेश भिड़े को किडनैप करने की भी कोशिश माफिया ने की थी। पवार और भिड़े दोनों पर पत्थर फेंके गए, फायरिंग भी हुई थी। इस केस में 50 लाख की अवैध शराब की तस्करी का मामला था।

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