INDORE. इंदौर जिले में पटवारियों को लेकर लगातार आ रही शिकायतों के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने तय कर लिया है कि सारे पटवारियों को उनके स्थान से बदला जाएगा। इसके लिए कोई दबाव-प्रभाव नहीं चलेगा। यह पोस्टिंग खुद कलेक्टर भी तय नहीं करेंगे, पटवारियों को कम्प्यूटर सॉफ्टेवयर के जरिए पोस्टिंग दी जाएगी।
इस तरह से होगी पोस्टिंग
पटवारियों को यह जरूर राहत दी गई है कि उन्हें एक ही तहसील में रखा जाएगा लेकिन उनके एरिया, गांल जिसे हल्का कहते हैं बदल दिए जाएंगे। इसके लिए एनआईसी के पोर्टल के जरिए रेंडेमाइजेशन की प्रक्रिया की जाएगी। इसके जरिए ना किसी अधिकारी का हस्तक्षेप होगा और ना ही कोई दबाव-प्रभाव की राजनीति। इसके पहले तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने पटवारियों की पोस्टिंग के लिए लाटरी सिस्टम निकाला था और सारे जिले के पटवारी बदल डाले थे।
इसके बाद आरआई के लिए भी करेंगे
कलेक्टर की आगे मंशा आरआई (राजस्व निरीक्षक) के कामों में भी बदलाव की है। इस पर भी काम हो रहा है। यह काम वैसे एक महीने पहले होना था लेकिन कुछ अधिकारियों के अवकाश पर जाने के चलते इसे होल्ड कर दिया गया था। इसके पहले कलेक्टर जिले के सभी एसडीएम के कार्यक्षेत्र भी बदल चुके हैं। तभी तय हो गया थ कि सभी राजस्व अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में बदलाव होगा।
क्यों लिया कलेक्टर ने यह फैसला
कलेक्टर ने हाल ही में संवाद कक्ष स्थापित किया है। इसमें राजस्व कामों को लेकर फीडबैक लिया जा रहा है। इसमें कई पटवारियों के साथ ही आऱआई की भी शिकायतें आई है। इसके बाद कलेक्टर ने 17 पटवारियों की विभागीय जांच शुरू करा दी। इसके बाद अब कलेक्टर ने जमे हुए पटवारियों को बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही आरआई भी बदले जाएंगे।
सीमांकन और वसूली पर ध्यान दें सभी
कलेक्टर ने जिले में सीमांकन और आरआरसी वसूली पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आरआरसी के तहत सभी बकायादारों को नोटिस जारी किए जाएं। सभी बकायादारों से वसूली करें। बकाया जमा नहीं करने वालों के विरूद्ध कुर्की की कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण के लिए बुधवार 9 अप्रैल को शाम 4 बजे सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाई है।