इंदौर पुलिस का सिपाही दो करोड़ की ड्रग में निकला तस्करों का पार्टनर
आजाद नगर थाने के सिपाही लखन गुप्ता को गिरफ्तार किया है। उस पर आजाद नगर क्षेत्र को नशे का अड्डा बनाने का आरोप लगाया गया है। सिपाही को ड्रग पैडलर शाहरुख उर्फ पेट्रोल की मुखबिरी पर ही पकड़ा गया है।
इंदौर में पुलिस वर्दी पर लगातार दाग लग रहे हैं। अभी तक रिश्वतखोरी और सट्टेबाजों से संबंध जैसे ही मामले सामने आ रहे थे, लेकिन अब मामला ड्रग तस्करों के साथ पार्टनरशिप तक पहुंच गया है। इसमें आजाद नगर थाने के एक सिपाही को ड्रग माफिया को गोपनीय सूचनाएं देने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। सिपाही को पकड़वाने वाले ड्रग तस्कर ने और भी कई पुलिस जवानों के नाम बताए हैं। इसकी जांच हो रही है।
ड्रग पैडलर ने ही की मुखबिरी
तेजाजी नगर पुलिस ने आजाद नगर थाने के सिपाही लखन गुप्ता को गिरफ्तार किया है। उस पर आजाद नगर क्षेत्र को नशे का अड्डा बनाने का आरोप लगाया गया है। सिपाही को ड्रग पैडलर शाहरुख उर्फ पेट्रोल की मुखबिरी पर ही पकड़ा गया है। इस मामले की जांच तीन आईपीएस अफसरों की निगरानी में चल रही है।
एडिशनल सीपी इंदौर लॉ एंड ऑर्डर अमित सिंह के मुताबिक, आईपीएस करणदीप सिंह की टीम ने 26 फरवरी को आरोपी मोहम्मद शाहनवाज उर्फ शाहरुख उर्फ पेट्रोल निवासी आजाद नगर और विजय पाटीदार निवासी मंदसौर को कस्तूरबा ग्राम रोड से 2 करोड़ रुपए की एमडी ड्रग के साथ पकड़ा था। पूछताछ में शाहरुख ने आजाद नगर थाने के सिपाही लखन गुप्ता का नाम कबूला।
शाहरुख ने पुलिस के सामने कबूला था कि वह मंदसौर से सस्ती ड्रग लाकर आजाद नगर में सप्लाई करता था। इसके लिए उसे सिपाही लखन का संरक्षण मिला हुआ था। इसके एवज में लखन को मोटी रकम भी दी जाती थी। इन साक्ष्यों को डीसीपी ने पुलिस कमिश्नर को बताया और फिर साक्ष्यों के आधार पर शनिवार को लखन को गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी के मुताबिक, शाहरुख ने पूछताछ में आजाद नगर की पैडलर मुन्नी बाई, कानी बाई, अमन बसुनिया सहित क्षेत्र के सभी पैडलर के लखन से जुड़े होने की बात कही है। लखन दबिश के पूर्व ही खुफिया नंबर से पैडलरों को सूचित कर देता था। साथ ही पैडलरों के वारंट भी तामील नहीं करवाता था। आरोपियों से पूछताछ में कुछ और पुलिसकर्मियों के नाम भी सामने आए हैं।
कुछ दिन पूर्व आजाद नगर थाने में नए एसीपी हिमांशु कार्तिकेय का भव्य स्वागत किया गया, जहां बड़ी संख्या में लोग उन्हें बधाई देने पहुंचे। इसी दौरान इलाके के कुख्यात सट्टेबाज इरफान बिहारी ने एसीपी से मुलाकात कर उन्हें गुलदस्ता भेंट किया और उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। इरफान ने कुछ ही देर बाद यह फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर दी, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सीपी को जब इस मामले की जानकारी लगी तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए एसीपी हिमांशु कार्तिकेय को ट्रेनिंग के लिए भेज दिया।
The Sootr
टीआई ने BJP नेता को सट्टे का अड्डा चलाने की दे रखी थी छूट
22 मई को सहायक पुलिस आयुक्त, परदेशीपुरा इंदौर महानगर जोन-2 के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन कर थाना खजराना क्षेत्र की अशरफी कॉलोनी में 12 लाख रुपए से ज्यादा का सट्टा पकड़ा गया। सट्टा थाना क्षेत्र में खुलेआम बड़े पैमाने पर चल रहा था। उक्त प्रकरण में पुलिस टीम ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 8 मोबाइल और सट्टा पर्ची के 9 बंडल भी जब्त किए थे। उसका मुख्य आरोपी सलीम मंसूरी बीजेपी नेता था। इसकी जांच में पता चला था कि खुद थाने के टीआई सुजीत श्रीवास्तव ने ही उसे सट्टा चलाने की छूट दे रखी थी। उन्हें थाने से हटाया गया।
The Sootr
विजयनगर थाने के दो सिपाहियों की ड्रग तस्कर के साथ फोटो
हाल ही में विजयनगर थाने के पुलिस जवानों की भी ड्रग तस्करों के साथ फोटो और वीडियो वायरल हो चुकी हैं। असल में क्राइम ब्रांच ने नशे के मामले में आरोपी आमिर गौरी के खिलाफ केस दर्ज किया था। यही आमिर गौरी पहले क्राइम ब्रांच से हटाए गए एक सिपाही का मुखबिर था और उसने अब तक 22 से ज्यादा ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी में पुलिस की मदद की थी। जब उसका संपर्क क्राइम ब्रांच से टूट गया, तो उसने विजयनगर क्षेत्र में दो मामलों में पुलिस को जानकारी दी। ड्रग तस्कर आमिर गौरी के साथ विजयनगर थाने में पदस्थ सिपाही कुलदीप गडकर और नीलेश मल्होत्रा की तस्वीरें वायरल होने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया था। यह फोटो करीब छह महीने पुरानी बताई जा रही है, लेकिन अब इस मामले में कार्रवाई की गई है।