/sootr/media/media_files/2025/09/23/indore-building-colapse-2025-09-23-08-02-36.jpg)
मध्यप्रदेश के इंदौर के रानीपुरा इलाके में सोमवार रात करीब सवा नौ बजे बड़ा हादसा हो गया। यहां एक तीन मंजिला मकान अचानक ढह गया। इस घटना में एक युवती सहित 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हो गए। घायलों में एक तीन महीने की बच्ची भी शामिल है। इनमें से चार लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। बता दें कि रात भर कलेक्टर शिवम वर्मा और पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह मौके पर रहे और रेस्क्यू ऑपरेशन चलवाया।
कलेक्टर ने दी जानकारी
घटना के बारे में जानकारी देते हुए कलेक्टर शिवम वर्मा ने बताया कि हादसे में 20 वर्षीय अल्फिया (रफीउद्दीन की बेटी) और फहीम की मौत हो गई। अल्फिया का शव रात करीब डेढ़ बजे मलबे से निकाला गया। वहीं, फहीम का शव मंगलवार सुबह करीब चार बजे बाहर निकाला गया है। सभी घायलों को इलाज के लिए एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया है। इसके अलावा बाकियों की तलाश जारी है।
इंदौर - जवाहर मार्ग में रानीपुर पर तीन मंजिला बिल्डिंग गिरी, भगदड़ मची, कई व्यक्तियों की दबे होने की सूचना, पुलिस और दमकल सहित मौके पर#Indore#JawaharMarg#RaniPurBuildingCollapse#BuildingCollapse#IndoreNews#Panic#RescueOperation#PoliceAndFireBrigade#TragicIncident… pic.twitter.com/z6JbUdApk3
— TheSootr (@TheSootr) September 22, 2025
इंदौर में इमारत गिरने की वजह
बताया जा रहा है कि इस इमारत में चार परिवार रहते थे। हादसे के समय नौ लोग अपने रिश्तेदारों के यहां गए हुए थे, जबकि चौदह लोग मलबे में दब गए थे। मकान सम्मू बाबा का था और करीब 35 साल पुराना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, बारिश के कारण इमारत में दरारें आ गई थीं। इसके अलावा मकान के तलघर में हमेशा पानी भरा रहने से जमीन धंस गई, जिसकी वजह से पूरी बिल्डिंग गिर पड़ी।
अभी तक मिली ताजा जानकारी के मुताबिक, बारिश के कारण इमारत में दरारें आ गई थीं। इसके अलावा मकान के तलघर में हमेशा पानी भरा रहने से जमीन धंस गई। इसके चलते यह बड़ा हादसा हुआ है। इधर, इंदौर एमवाय अस्पताल के सामने घायलों के परिवार पहुंच गए हैं।
35 साल पुरानी बिल्डिंग
बताया जा रहा है कि बिल्डिंग करीब 1990 में बनी थी, यानी 35 साल पुरानी हो चुकी थी। इसमें बारिश के कारण दरारें पड़ गई थीं। हादसे के दौरान बिल्डिंग के ज्यादातर लोग बाहर थे। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग में 4 परिवार और करीब 16 रहवासी थे। प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद इलियास ने बताया कि ये तीन मंजिला मकान था। इसमें 4 परिवार रहते है।
हादसे से पहले बारिश के चलते इमारत में आई दरारें को सभी ने हल्के में लिया। मकान खाली करने के बजाय सभी लोग वही रह रहे थे। इसके बाद अब इतना बड़ा हादसा हो गया है।
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस
हादसे की सूचना मिलते ही कलेक्टर शिवम वर्मा और पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह सहित पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं, विधायक गोलू शुक्ला भी पहुंचे। नगर निगम के अधिकारी और महापौर पुष्यमित्र भार्गव, भाजपा विधायक गोलू शुक्ला समेत कई जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे।
ये भी पढ़िए... इंदौर में नकली नोट गिरोह का पर्दाफाश: यूट्यूब देखकर सीखा नोट छापना, 56 हजार की फेक करेंसी जब्त
घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई थी, जिसे पुलिस ने समय रहते हटा दिया। बिजली कंपनी ने इलाके की बिजली सप्लाई को बंद कर दिया था। रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू कार्य को तेजी से जारी रखने के लिए बिजली के तारों को काट दिया।