/sootr/media/media_files/2025/10/04/indore-school-bus-fire-incident-2025-10-04-17-22-11.jpg)
Photograph: (The Sootr)
INDORE. इंदौर के सांवेर थाना क्षेत्र के पंच डेरिया गांव से धरमपुरी जा रही एक स्कूल बस में शनिवार दोपहर को अचानक भीषण आग लग गई। शुक्र रहा कि इस घटना में बस में सवार दस से अधिक बच्चे बाल-बाल बच गए।
बस ड्राइवर और आसपास के लोगों की तत्परता से बच्चों को समय रहते बस से बाहर निकाला गया। हालांकि, आग लगने के कारण बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। यह घटना स्कूल बस के डीजल लीक होने के कारण हुई थी, जिसके चलते दुर्घटना में किसी भी बच्चे को चोट नहीं आई। इस घटना ने कई सवाल खड़े किए हैं, खासकर बस की फिटनेस को लेकर।
ड्राइवर की सतर्कता से बची बच्चों की जान
शनिवार दोपहर जब बस पंच डेरिया गांव से धरमपुरी की ओर जा रही थी, तो अचानक बस में आग लग गई। ड्राइवर ने फौरन समझदारी दिखाते हुए बस को पास की निर्माणाधीन ट्रेजर कॉलोनी के एक खाली मैदान में खड़ा कर दिया। बस में लगी आग के कारण बस में सवार बच्चे घबराए हुए थे, लेकिन ड्राइवर की सतर्कता ने बच्चों की जान बचा ली।
ये भी पढ़ें... मध्यप्रदेश में Coldrif Syrup पर लगा बैन, तमिलनाडु सरकार की रिपोर्ट के बाद एक्शन में आई एमपी सरकार
तत्परता से बच्चों को निकाला गया
जैसे ही आग लगी, ड्राइवर और आसपास के लोग तुरंत सक्रिय हो गए। उन्होंने बच्चों को तेजी से बस से बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इसके बाद पास की कॉलोनी के लोगों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की। उन्होंने ट्यूबवेल से पाइप फैलाकर आग बुझाने का प्रयास किया। इस दौरान घटना की सूचना दमकल विभाग को दी गई और दमकल भी मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आग पर काबू पा लिया गया था। इसके बावजूद बस पूरी तरह से जलकर खाक हो चुकी थी।
पेरेंट्स ने स्कूल प्रबंधन पर उठाए सवाल
यह घटना होते ही बच्चों के पेरेंट्स ने स्कूल प्रबंधन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से स्कूल बस की फिटनेस को लेकर शिकायत कर रहे थे। उनका आरोप था कि बस का नियमित निरीक्षण नहीं किया जा रहा था, और अब इस हादसे ने उनके शक को सही साबित कर दिया। पेरेंट्स ने स्कूल प्रशासन से इस मामले की गहन जांच की मांग की है और यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो।
ये भी पढ़ें... सीएम मोहन यादव ने एमपी कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में किए बड़े बदलाव, हर सत्र में 8 कलेक्टर देंगे फीडबैक
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गए थे। एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी ने बताया कि बस का डीजल लीक होने की वजह से आग लगी थी। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो
घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। कुछ लोग घटना का वीडियो बनाने लगे, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि, इस दौरान लोगों ने घबराहट नहीं दिखाई और एकजुट होकर आग पर काबू पाने की कोशिश की। सोशल मीडिया पर लोग घटना के बारे में चर्चा कर रहे थे, और यह घटना एक चेतावनी के रूप में सामने आई कि स्कूल बसों के रखरखाव पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
ये भी पढ़ें... अब दो नहीं, तीन बच्चे होने पर भी मिलेगी एमपी में सरकारी नौकरी, 24 साल पुरानी पाबंदी होगी खत्म!
आखिरकार बस जलकर राख हो गई
दुर्घटना के बाद बस पूरी तरह जलकर राख हो गई। हालांकि इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ, लेकिन यह घटना स्कूल बसों के फिटनेस और सुरक्षा मानकों के प्रति गंभीर सवाल खड़े करती है। यह घटना एक उदाहरण बन सकती है कि कैसे एक छोटी सी चूक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है, और सुरक्षा मानकों को लेकर और भी सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
निष्कर्ष
इंदौर में बच्चों से भरी स्कूल बस में लगी आग ने कई गंभीर मुद्दों को उजागर किया है। हालांकि समय रहते बच्चों की जान बचाई जा सकी, लेकिन स्कूल प्रशासन और परिवहन विभाग को इस घटना से सीख लेकर बसों के फिटनेस और सुरक्षा मानकों को और भी मजबूत करना होगा। यह घटना हमें यह भी बताती है कि हमें कभी भी किसी भी वाहन की सुरक्षा और देखभाल में कोई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, क्योंकि एक छोटी सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
ये भी पढ़ें... इंदौर में नो-एंट्री विवाद नहीं सुलझा, मीटिंग में नहीं बनी सहमति, ट्रांसपोर्टर 6 अक्टूबर से कर रहे माल बुकिंग बंद