इंदौर में हूटर लगी सांसद, महापौर के काफिलों की कारों पर कार्रवाई
निजी वाहनाें पर हूटर लगाने को लेकर कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक पुलिस ने पिछले दिनों तेजाजीनगर चौराहे पर चेकिंग प्वाइंट लगाया था। इस दौरान सूबेदार ब्रजराज अजनार और उनकी टीम ने खंडवा पासिंग स्कॉर्पियो कार (MP12BC9292) पर हूटर लगा देख रोका।
इंदौर की ट्रैफिक पुलिस ने भोपाल मुख्यालय से आए आदेश के बाद जो कार्रवाई शुरू की तो इसमें सांसद, महापौर के समर्थक सहित कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री और अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष तक पकड़ में आ गए। ये वे लोग थे जो कि नेताओं के नाम का रौब दिखाकर निजी वाहनों पर हूटर लगाकर चल रहे थे। ट्रैफिक पुलिस ने जिन वाहनों में पकड़ा है उनमें इंदौर के अलावा आसपास के गांव व शहर के नेताओं के समर्थकों के वाहन हैं। ये वाहन आए दिन नेताओं के काफिले में शामिल होते रहते हैं। अकेले मार्च में इंदौर में 124 हूटर वाली गाड़ियों पर कार्रवाई की गई है।
खंडवा महापौर का रौब झाड़ने पर लगाई फटकार
निजी वाहनाें पर हूटर लगाने को लेकर कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक पुलिस ने पिछले दिनों तेजाजीनगर चौराहे पर चेकिंग प्वाइंट लगाया था। इस दौरान सूबेदार ब्रजराज अजनार और उनकी टीम ने खंडवा पासिंग स्कॉर्पियो कार (MP12BC9292) पर हूटर लगा देख रोका। इस पर जब उन्होंने हूटर निकलवाया और चालानी कार्रवाई की बात की तो वाहन चालक भड़क उठा और कार को खंडवा महापौर के काफिले की होना बताया। इस पर सूबेदार ने उसे फटकार लगाते हुए हूटर उतरवाया और तीन हजार रुपए का चालान काटकर उसे रवाना कर दिया।
ट्रैफिक डीसीपी अरविंद तिवारी ने बताया कि तेजाजी नगर पर कार्रवाई के दौरान ही ग्वालियर पासिंग अर्टिगा कार (MP07CK1504) को रोका। इस पर कार चालक अपनी कार को सांसद के काफिले की कार बताने लगा और बहस करने लगा। उसे भी कार्रवाई के दौरान भोपाल के आदेश का हवाला दिया तो वह इधर-उधर फोन घुमाने लगा। इस पर भी हूटर जब्त कर चालानी कार्रवाई की गई।
अल्पसंख्यक आयोग और ब्राह्मण महासभा जिलाध्यक्ष का भी हूटर उतरवाया
इसी दौरान अल्पसंख्यक विभाग कांग्रेस कमेटी इंदौर के जिला अध्यक्ष की स्कॉपियो कार (MP09LP0786), अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा जिला अध्यक्ष इंदौर की कार (MP09CP5727), मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री की कार (MP19CB7677) के अलावा अन्य निजी कारें MP12BC9292 और MP09AG5991 को भी रोका गया। इनपर लगे हूटर और फ्लैश लाइट व वीआईपी के स्टीकर भी निकलवाकर चालानी कार्रवाई की गई।
ऐसा नहीं है कि इंदौर की ट्रैफिक पुलिस हूटरबाजों को पकड़ नहीं रही थी। वह अभी तक इन्हें पकड़ भी रही थी और इन पर कार्रवाई भी कर रही थी। लेकिन जैसे ही 1 मार्च 2025 को भोपाल पीटीआरआई से हूटरबाजों को पकड़ने के लिए आदेश जारी किया गया। इसके बाद इंदौर की ट्रैफिक पुलिस का अमला सड़क पर उतर पड़ा और फिर कार्रवाई शुरू कर दी। ऐसे में सवाल यह उठता है कि भोपाल से आए आदेश के पहले तक इतने हूटरबाज हर चौराहे और गली मोहल्ले के मुहाने पर चालान बनाने में मुस्तैद ट्रैफिक पुलिस के साथ थाने की पुलिस को भी दिखाई क्यों नहीं दे रहे थे।
मध्यप्रदेश में निजी वाहनों पर अनाधिकृत तौर पर हूटर, फ्लैश लाईट और वीआईपी स्टीकर लगाने पर कार्रवाई के आदेश मार्च में जारी किए गए। इनका दुरुपयोग रोकने के लिए प्रदेशभर में पुलिस अभियान शुरू कर दिया। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को सख्ती से अभियान चलाने के आदेश दिए थे। यह अभियान पूरे महीने चलाया गया। अभियान के बाद सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई की डिटेल भोपाल भेजे जाने के आदेश दिए गए थे।
पुलिस मुख्यालय से आदेश जारी किया था
पीटीआरआई में उप पुलिस महानिरीक्षक तुषार कांत विद्यार्थी ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि "हूटर, फ्लैश लाइट, गलत नंबर प्लेट लगाकर घूमने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पिछले दिनों एक वीआईपी मूवमेंट के दौरान एक अनाधिकृत वाहन पकड़ में आया था। उस पर निर्धारित नियमों के तहत कार्रवाई की गई थी। ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने से वाहन चालकों को प्रोत्साहन मिल रहा है। इसलिए ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए।
ग्लोबल समिट के वीआईपी मूवमेंट में घुस गई थी कार
मध्यप्रदेश में वाहनों पर हूटर लगाकर रौब झाड़ने की दो घटनाओं ने पुलिस मुख्यालय के कान खड़े कर दिए। भोपाल में हुई ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के दौरान वीआईपी मूवमेंट के दौरान एक काली कलर की हूटर लगी गाड़ी काफिले के पीछे पहुंच गई। पुलिस ने आनन-फानन में वाहन को रोकना चाहा तो वाहन चालक ने रफ्तार बढ़ा दी। इसके बाद पुलिस ने वाहन को रुकवाया तो पता चला कि ये वाहन निजी है और अवैध रूप से उस पर हूटर लगाया गया था।
जबलपुर में कलेक्टर भी खा गए थे चकमा
वहीं, वीआईपी स्टीकर लगी गाड़ी को देखकर जबलपुर कलेक्टर भी चकमा खा गए थे। कुछ दिन पूर्व काली कलर की गाड़ी पर वीआईपी पास लगा हुआ था। गाड़ी से आए शख्स ने कलेक्टर से सर्किट हाउस में कमरा मांगा। गाड़ी पर हूटर भी लगा था। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। यह घटना 16 जनवरी 2025 की बताई जा रही है। इन घटनाओं के बाद पुलिस मुख्यालय भोपाल ने पूरे प्रदेश में हूटर लगाकर घूमने वाले वाहन चालकों के अलावा गाड़ियों पर वीआईपी स्टीकर लगाने, फ्लैश लाइट लगाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चलाकार कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
गुंडे से संत, फिर नेता बने मनोज परमार को भी छोड़ा
इंदौर में हूटर लगाकर वाहन चलाना तो जैसे आम बात हो चली है। इसी का उदाहरण है कि पिछले दिनों वाहन चेकिंग के दौरान कार से जा रहे गुंडे मनोज परमार के ड्रायवर ने हूटर बजा दिया। इसके बाद पुलिस ने उसे रोक लिया। इस दौरान पुलिस ने उसे हिदायत देकर छोड़ दिया था। बता दें कि गुंडा मनोज परमार कुछ दिनों तक संत बनकर घूमता रहा। उसके बाद अब वे नेता बनकर गया है।
बाणेश्वरी मतलब रौब दिखाना
कारों पर तेज हूटर बजाते हुए बना रुके जाना, रौब जमाते हुए तेज रफ्तार से कार चलाना शुक्ला परिवार (गोलू शुक्ला, संजय शुक्ला) का शौक है। इनका भौकाल पुलिस देख चुकी है और ‘द सूत्र’ इसका खुलासा भी कर चुका है। उसके बावजूद पुलिस का अमला इन पर कार्रवाई को लेकर बेबस और असहाय सा नजर आता है।
आरटीओ की चेकिंग की भी उड़ाते हैं धज्जियां
आरटीओ द्वारा भी समय–समय पर शहरभर में चेकिंग करते नजर आते हैं। यही नहीं उनका उड़नदस्ता अंतरराज्यीय बसों पर भी कार्रवाई करता दिखता है। हालांकि उनको शहरभर में ट्रैफिक के नियमों की दज्जियां उड़ाती ये बाणेश्वरी की गोलू लिखी बसें नहीं दिखती हैं। यही कारण है कि बेखौफ ये बसें राह चलते लोगों को टक्कर मारते व रौंदते हुए निकल जाती हैं।
अभी कुछ दिन पहले ही वृद्धा को कुचला था
विधायक गोलू शुक्ला और पूर्व विधायक संजय शुक्ला के भतीजे यश शुक्ला के करीबी रहे राधाकिशन प्रजापति के नाम पर दर्ज काली स्कॉर्पियो ने पिछले दिनों बेदर्दी से एक वृद्ध महिला को कुचल डाला था। कार का नंबर भी वीवीआईपी एमपी 09 डीक्यू 9999 था। इसने 85 वर्षीय वृद्धा कौशल्याबाई को कुचल डाला था और उसे काफी दूर तक घसीटते हुए लेकर गया था। चालक पर बीएनएस की धारा 106 (1) के तहत केस दर्ज हुआ।
बाणेश्वरी लिखी कारों पर लगे होते हैं हूटर
इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र में ही पिछले दिनों पुलिस चेकिंग के दौरान एसीपी करणदीप सिंह ने एक एसयूवी को रोका था। इस पर हूटर लगा हुआ था। कार पर बाणेश्वरी लिखा था और कार को मोनू खत्री नामक व्यक्ति चला रहा था। कार रोके जाने पर उसने रौब दिखाते हुए फोन लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे रोक दिया और हूटर हटा दिया गया।
बेरिगेट्स देखकर बजा दिया था हूटर
कुछ दिन पूर्व ही तेजाजी नगर चेकिंग पॉइंट पर बेरिगेट्स लगे थे। यहां से एक एसयूवी एंडेवर कार एमपी09 सीटी 2500 ने पुलिस के बेरिगेट्स देखकर हूटर बजाने शुरू कर दिए और कार निकालने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने उसे रोक दिया और कार पर हूटर लगे होने का कारण वह बता नहीं पाया। कार की नंबर प्लेट पर भी एक लाल रंग की कवर चढ़ी हुई थी।