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इंदौर में ट्रैफिक जाम को लेकर आए–दिन होने वाली लोगों की परेशानी अब दूर होने वाली है। इसको लेकर शहर के विकास मे भागीदार तीन बड़े विभाग पुलिस, जिला प्रशासन और नगर निगम के अफसरों ने बड़ी बैठक की है। इसमें तय किया गया है कि एक बड़ी मुहिम शुरू करते हुए ट्रैफिक सुधार का मेगा प्लान तैयार किया है। इसके चलते सबसे पहले शहर की 8 प्रमुख सड़कों को चिन्हित किया जा रहा है। इन्हें अतिक्रमण से मुक्त करके सड़क पर वाहनों के आवागमन को सुगम बनाया जाएगा। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस की बड़ी कार्रवाई वाहन चालकों पर होगी। इसमें बार–बार ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले 200 लोगों के ड्रायविंग लायसेंस सस्पैंड होंगे।
शहर की तीन विभाग मिलकर शुरू कर रहे ट्रैफिक सुधार अभियान
इंदौर की जाम होती सड़कों और बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रशासन, पुलिस और नगर निगम ने मिलकर एक व्यापक योजना पर काम शुरू कर दिया है। कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में कई ठोस निर्णय लिए गए हैं, जिनका लक्ष्य शहर की यातायात व्यवस्था को अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाना है। इस बैठक में पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह और नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा सहित कई अफसर मौजूद थे।
ITMS से बनाए 35 करोड़ रुपए के चालान
कलेक्टर सिंह ने बताया कि शहर में पहले से लागू इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) को और अधिक तकनीकी रूप से सशक्त किया जाएगा। इस सिस्टम के जरिए ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर ऑटोमेटिक निगरानी की जाएगी। बैठक में यह भी सामने आया कि ITMS के माध्यम से अब तक 35 करोड़ रुपए के चालान बनाए गए हैं, लेकिन सिर्फ 5 करोड़ रुपये की वसूली ही हो पाई है। इस अंतर को कम करने के लिए चालान भुगतान प्रणाली को आसान और यूजर-फ्रेंडली बनाया जाएगा।
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बार-बार नियम तोड़ने वाले 200 लोगों के लायसेंस होंगे सस्पैंड
उन्होंने बताया कि प्रशासन ने 200 ऐसे वाहन चालकों की पहचान की है। जो बार-बार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। इन सभी के ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी। इस सख्ती का मकसद ट्रैफिक नियमों के प्रति गंभीरता पैदा करना है।
सड़कों से हटेगा अतिक्रमण, बंद होगी अवैध पार्किंग
शहर की 8 प्रमुख सड़कों को चिन्हित किया गया है। जहां अतिक्रमण और अनधिकृत पार्किंग से ट्रैफिक बाधित हो रहा है। इन स्थानों पर सघन अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया जाएगा और सड़क पर पार्किंग को पूरी तरह बंद किया जाएगा। इससे न केवल ट्रैफिक फ्लो बेहतर होगा, बल्कि दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।
जनभागीदारी की अपील
प्रशासनिक अफसरों ने शहरवासियों से अपील की है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और सुधार अभियान में सहयोग करें। उनका कहना है कि यह कदम इंदौर को स्मार्ट और सुरक्षित शहर की ओर एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इंदौर जिला प्रशासन की यह संयुक्त पहल शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव ला सकती है। यदि यह योजना प्रभावी ढंग से लागू होती है और लोगों का सहयोग प्राप्त होता है, तो इंदौर न केवल ट्रैफिक की समस्या से उबरेगा, बल्कि एक मॉडल ट्रैफिक सिस्टम के रूप में भी उभरेगा।