संजय गुप्ता, INDORE. मप्र के बड़े शराब कारोबारी रमेश राय उनकी कार से 56 लाख रुपए नकदी जब्ती में उलझ गए हैं। जिला प्रशासन ने इस मामले की जानकारी इंकमैटक्स विभाग को दे दी है। इसके बाद इंकमटैक्स विभाग ने संबंधित को IT का नोटिस जारी कर इस राशि का हिसाब मांगा है।
दस लाख से अधिक राशि पर आईटी हो जाता है सक्रिय
दस लाख और इससे अधिक की कैश जब्ती के मामले में इंकमटैक्स विभाग को सूचना दिया जाना अनिवार्य होता है। प्रशासन की एफएसटी टीम ने वही किया और इस मामले की जानकारी विभाग को दे दी। शराब कारोबारी रमेश राय कार से कैश मिलने के दौरान भी जांच अधिकारियों को इस राशि का कोई हिसाब नहीं बता पाए थे। कार भी उन्हीं की थी और उन्होंने यह भर बताया था कि यह उनके कारोबार की राशि है लेकिन उसका कोई हिसाब नहीं दे पाए थे। इसके बाद राशि को जब्त कर पहले थाने में जमा की गई, बाद में मंगलवार को इसे जिला कोषालय में जमा करा दिया गया है।
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ऐसे हुआ था कैश जब्त
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर लगी जांच टीम ने यह कार्रवाई की। लोकसभा चुनाव 2024 से संबंधित जांच के दौरान सोमवार अलसुबह चोइथराम चौराहा विधानसभा क्षेत्र (क्रमांक 210) में जांच के दौरान यह राशि जब्त हुई। कार्रवाई विधानसभा राऊ इंदौर क्षेत्र के अंतर्गत FST प्रभारी ठाकुर सिंह एवं अनुविभागीय अधिकारी एवम सहायक रिटर्निग अधिकारी विनोद राठौड़, ACP आलोक शर्मा DCP रुबीना मिजवानी एवम थाना प्रभारी सियाराम गुर्जर के संयोजन में हुई।
रमेश राय के साथ ड्राइवर भी था
यह राशि वाहन क्रमांक MP09ZS9594 से जब्त हुई। इसमें शराब कारोबारी रमेश राय के साथ ही उनका ड्राइवर मुकेश प्रसाद थे। जिसका वाहन चालक के पास कोई हिसाब नही था और ना ही उनके द्वारा कोई संतोष जनक जबाब दिया गया।
पुलिस विभाग से खूब फोन लगवाए थे राय ने
इस पूरे मामले में पुलिस विभाग के साथ रमेश राय की नजदीकियां भी एक बार फिर सामने आ गई। राय ने एफएसटी जांच के दौरान कार रोके जाने के बाद तत्काल कई अधिकारियों को फोन लगा दिए और इन मित्र अधिकारियों ने भी मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों को फोन लगाने शुरू कर दिए। लेकिन मामले में पूरी वीडियोग्राफी होने से और कार्रवाई भी लोकसभा निर्वाचन के संबंध में जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा की जाने से किसी की एक नहीं चली और राशि को जब्त कर लिया गया। यह कार्रवाई सुबह तीन बजे हुई, इसके लिए माना जा रहा है कि राय को लगा था कि इस समय किसी तरह की जांच नहीं हो रही होगी तो वह आसानी से यह राशि घर ले जाएगा लेकिन मौके पर जांच टीम मिल गई और जांच में राय उलझ गया।