75 हजार रुपए लेते रंगे हाथों पकड़ा गया हेड कॉन्स्टेबल, एफआईआर के बदले रिश्वत मामले में लोकयुक्त का एक्शन

लोकायुक्त जबलपुर ने सिवनी जिले में रिश्वत लेते हुए हेड कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार किया है। आरोपी हेड कॉन्स्टेबल ने एफआईआर दर्ज करने के बदले 5 लाख रुपए की मांग की थी।

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Neel Tiwari
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Photograph: (The Sootr)

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JABALPUR/SEONI. लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने सिवनी जिले में गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। केवलारी थाने में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल मनीष कुमार पटवा को गिरफ्तार किया गया। हेड कॉन्स्टेबल 75 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। आरोपी हेड कांस्टेबल ने ठेकेदार से 5 लाख रुपए की मांग की थी। यह रिश्वत उसकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने के बदले में मांगी गई थी।

नगर परिषद ठेके में घटिया काम के खिलाफ हुई थी शिकायत

मामला नगर परिषद केवलारी के सीसी रोड और नाली निर्माण के ठेके से जुड़ा है। आवेदक नितिन पाटकर, निवासी ग्राम आदेगांव (जिला सिवनी), सिविल ठेकेदार हैं। उन्होंने यह काम पेटी ठेकेदार राहुल राय को सौंपा था। राहुल राय द्वारा घटिया काम करने और ठगी करने पर आवेदक ने 8 अक्टूबर 2025 को थाना केवलारी में शिकायत की थी। आरोप है कि इस शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने के एवज में प्रधान आरक्षक मनीष कुमार पटवा ने 5 लाख रुपए की मांग की थी।

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पहले ली थी 25 हजार की रिश्वत, अब 75 हजार लेते धराया

शिकायतकर्ता से आरोपी हेड कॉन्स्टेबल पहले ही 25 हजार रुपए की रिश्वत ले चुका था। इसके बाद आज, 16 अक्टूबर 2025 को लोकायुक्त टीम ने ट्रैप की योजना बनाकर उसे दूसरी किस्त के रूप में 75 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। यह कार्रवाई थाना केवलारी में ही की गई, जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।

लोकायुक्त की इस टीम ने किया ट्रैप

एफआईआर के लिए रिश्वतः लोकायुक्त जबलपुर इकाई की इस कार्रवाई का नेतृत्व निरीक्षक उमा कुशवाहा ने किया। टीम में निरीक्षक राहुल गजभिए, जितेंद्र यादव और बृजकिशोर नरवरिया शामिल थे। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा 7, 13(1)(B) और 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस ट्रैप कार्रवाई को पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख के निर्देशों के तहत अंजाम दिया गया, जिससे प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई को एक और बड़ी सफलता मिली है।

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