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पार्षद कमलेश कालरा के घर पर गुंडे भेजने वाले एमआईसी मेंबर जीतू जाटव (यादव) का इस्तीफा देने वाला स्टंट बेकार गया और पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया। पीएम नरेंद्र मोदी और दिल्ली संगठन ने इस पर गंभीर नाराजगी जताई। इसे पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय के बल्ला कांड जैसा ही शर्मनाक कांड माना गया। इसके बाद भोपाल स्तर पर दिल्ली से फोन आ गया कि कठोर कार्रवाई करो और बाहर किया जाए। शुक्रवार देर रात तय हो गया की बाहर करना है। वहीं खबर यह भी है कि अब पुलिस को कार्रवाई के लिए भी कहा जा रहा है, ताकि जीतू पर भी गंभीर धाराओं में केस किया जाए और उसे भी गिरफ्तार किया जा सके। इसकी मांग दमदारी से लगातार द सूत्र उठा रहा है कि जीतू गुंडा ही है और गिरफ्तारी जरूरी है।
जीतू को लगी भनक तो इस्तीफा भेजा
इसकी भनक जीतू को लग गई थी कि उसे पार्टी से बाहर किया जा रहा है, इसके बाद उसने इस्तीफे का स्टंट खेला और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम पर इस्तीफा देकर मासूम बनने की कोशिश की। साथ ही यह इस्तीफा भी खुद ही वायरल करवाया ताकि पार्टी की नजरों में अच्छा बनकर बाद में वापसी कर सकूं।
जीतू यादव का इस्तीफा, पार्टी से बाहर करने की थी चेतावनी, पुलिस अब तो करो गिरफ्तार
यह लिखा था इस्तीफा में
माननीय श्री वीडी शर्मा जी
अध्यक्ष, मध्यप्रदेश भाजपा
भोपाल
मान्यवर
मैं भाजपा का समर्पित और अनुशासित सिपाही हूं। मेरा, मेरे परिवार और अनुसूचित जाति के मेरे जाटव समाज का पार्टी से अटूट रिश्ता है।
कुछ दिनों पहले इंदौर में पार्टी के एक साथी पार्षद के परिजनों के साथ हुई दुखद घटना में मेरा नाम घसीटकर पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। मैंने इस मामले में अपना पक्ष सभी तथ्यों के साथ माननीय शहर अध्यक्ष के समक्ष रखकर खुद आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की थी।
मान्यवर मैं ये नहीं चाहता कि मेरे कारण पार्टी को किसी असहज स्थिति का सामना करना पड़े अतः इस पूरे प्रकरण में निर्दोष साबित होने तक मै पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और MIC से त्याग पत्र देता हूं। मुझे विश्वास है पार्टी मेरे साथ अन्याय नहीं होने देगी।
सादर
आपका
जीतू यादव (जाटव)
पार्षद, MIC सदस्य इंदौर
11 साल उम्र में चाकूबाजी की, जीतू यादव पर 11 केस, BJP और पुलिस दोनों ठंडे, जनता में उबाल
जीतू जाटव के गुंडों ने नाबालिग का प्राइवेट पार्ट खींचा था, कोर्ट ने गंभीर मानकर जेल भेजा
एकलव्य ने किया ट्वीट
मामला दो पार्षदों की लड़ाई से ऊपर अब कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी विधायक मालिनी गौड़ के खेमे के बीच आ गया। दोनों नेता अपना दम दिखाने में जुटे हुए हैं। मालनी के बेटे एकलव्य ने X पर लिखा, अभी तो ये अंगड़ाई है...आगे और लड़ाई है।
अभी तो ये अंगड़ाई है,
— Aklavya Laxman Singh Gaur (@aklavyagaur) January 11, 2025
आगे और लड़ाई है..... pic.twitter.com/cQqjEQnT17
क्या पुलिस अब करेगी गिरफ्तार
अब इस्तीफा के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या सीपी संतोष सिंह की पुलिस अब जीतू को एफआईआर में आरोपी बनाकर गंभीर धाराएं लगाएगी और गिरफ्तार करेगी। क्योंकि अभी तक तो पुलिस ने ऐसे कोई संकेत ही नहीं दिए कि वह सख्ती के मूड में भी ही। जो गिरफ्तार किए उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भिजवा दिया। पुलिस रिमांड लेकर अन्य आरोपियों और मुख्य आरोपी जीतू के खिलाफ कोई बयान लेने की कोशिश ही पुलिस ने नहीं की है
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