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Photograph: (the sootr)
मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता और नगरीय विकास एवं आवास मंत्रीकैलाश विजयवर्गीय एक बार फिर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। शाजापुर में गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने संस्कृति और संस्कार पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष पर सीधा निशाना साधा।
विजयवर्गीय ने कहा, हम पुरानी संस्कृति के लोग हैं। हमारी बहनों के गांव जीरापुर में पानी तक नहीं पीते हैं। मेरे पिताजी घर से पानी का लोटा लेकर आते थे। वर्तमान में जो हमारे नेता प्रतिपक्ष हैं, वो अपनी जवान बहन को बीच चौराहे पर चुंबन करते हैं।
उन्होंने भीड़ से सवाल किया, मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आप में से कौन है, जो अपनी जवान बहन-बेटी को बीच चौराहे पर चुंबन करता है? ये संस्कारों का अभाव है। ये संस्कार तो विदेशी संस्कृति के हैं। विजयवर्गीय का यह बयान भारतीय संस्कृति और सार्वजनिक जीवन में निजी आचरण को लेकर बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है।
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कैलाश विजयवर्गीय के पिछले 4 चर्चित बयान:
कैलाश विजयवर्गीय अपने तीखे और विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। शाजापुर का बयान उनके बयानों की श्रृंखला में एकदम नया है। उनके पिछले चार बयान जो खासे चर्चित रहे।
युवाओं के नशे पर टिप्पणी
समय: अप्रैल 2023
संदर्भ: इंदौर के महावीर बाग में हनुमान जयंती कार्यक्रम
बयान: उन्होंने युवाओं के नशे और लड़कियों के पहनावे पर टिप्पणी करते हुए कहा था, "मैं आज भी जब निकलता हूं, पढ़े-लिखे नौजवानों, बच्चों को झूमते हुए देखता हूं तो सच में ऐसी इच्छा होती है कि पांच-सात ऐसी दूं कि उनका नशा उतर जाए। सच कह रहा हूं, भगवान की कसम। हनुमान जयंती पर झूठ नहीं बोलूंगा।"
इंदौर में कानून-व्यवस्था पर सख्त रुख
समय: 1 नवंबर 2024 (भविष्य की तारीख- दिए गए संदर्भ के अनुसार)
संदर्भ: इंदौर के छत्रीपुरा में पटाखा फोड़ने पर दो समुदायों में विवाद
बयान: मेरे हाथ लग गए तो उल्टा लटकाकर घुमाऊंगा। मैं भी देखूंगा कि इंदौर में कौन अशांति फैलाता है। यह बयान उनकी सख्त प्रशासक की छवि को दर्शाता है, जो कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
अखंड भारत और कटी-फटी आजादी
समय: अगस्त 2025 (भविष्य की तारीख- दिए गए संदर्भ के अनुसार)
संदर्भ: स्वतंत्रता दिवस पर टिप्पणी
बयान: 15 अगस्त 1947 को हमें कटी-फटी आजादी मिली थी। गलत नीतियों के कारण भारत माता के दो टुकड़े हुए। हम अखंड भारत की कल्पना करते हैं और वह दिन आएगा, जब इस्लामाबाद पर तिरंगा झंडा लहराएगा।
कम कपड़े पहनने वाली लड़कियों पर फिर से टिप्पणी
समय: जून 2025 (भविष्य की तारीख- दिए गए संदर्भ के अनुसार)
बयान: उन्हें कम कपड़े पहनने वाली लड़कियां पसंद नहीं हैं। विदेशों में कम कपड़े पहनने वाली लड़कियों को अच्छा माना जाता है, यह उनकी सोच है। इस बयान के बाद महिला संगठनों व कई अन्य प्रतिष्ठित महिलाओं ने विरोध भी दर्ज करवाया था।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान और उसके परिणाम को ऐसे समझेंकैलाश विजयवर्गीय का बयान:मध्यप्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने शाजापुर में कहा कि वह अपनी बहन के घर से पानी भी नहीं पीते, जबकि नेता प्रतिपक्ष अपनी बहन को सड़क पर चुंबन करते हैं। संस्कृति का हवाला: विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि उनकी परंपरा में बहनों का सम्मान अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और यह विदेशों की संस्कृति से भिन्न है। पूर्व के विवादित बयान: विजयवर्गीय ने महिलाओं के कपड़ों पर टिप्पणी की थी, जिसमें कहा था कि उन्हें कम कपड़े पहनने वाली लड़कियां पसंद नहीं हैं। अखंड भारत का सपना: विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि भारत को अधूरी आजादी मिली थी और भविष्य में पाकिस्तान में तिरंगा लहराएगा, यह उनका अखंड भारत का सपना है। साम्प्रदायिक बयान: इंदौर में हुए एक साम्प्रदायिक विवाद में विजयवर्गीय ने कहा था कि वे इंदौर में अशांति फैलाने वालों को सख्त सजा देंगे। |
विजयवर्गीय के बयानों का राजनीतिक प्रभाव
कैलाश विजयवर्गीय के ये बयान न सिर्फ मीडिया की सुर्खियां बनते हैं, बल्कि मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा विवाद भी खड़ा करते हैं। उनके समर्थक इसे भारतीय संस्कृति और संस्कार की रक्षा के लिए उनका कड़ा रुख मानते हैं, जबकि विरोधी इसे व्यक्तिगत जीवन में अनुचित हस्तक्षेप और रूढ़िवादी सोच का प्रमाण बताते हैं।
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बयान पर मच सकता है बवाल
भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय द्वारा शाजापुर में नेता प्रतिपक्ष को लेकर दिया गया बयान विवाद का कारण बन सकता है; यह बयान राजनीतिक जीवन और व्यक्तिगत जीवन के बीच एक नई बहस का कारण भी बन सकता है; साथ ही कांग्रेस इस बयान को लेकर हमलावर हो सकती है।