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Photograph: (thesootr)
JABALPUR. सिहोरा में खितौला के इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में 11 अगस्त 2025 को हुई गोल्ड डकैती में जबलपुर पुलिस को एक और सफलता मिली है। करीब डेढ़ महीने की लगातार छापेमारी के बाद जबलपुर पुलिस ने इस डकैती में शामिल 4 आरोपियों को बिहार और झारखंड से गिरफ्तार किया है।
पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों के पास से तकरीबन 400 ग्राम सोना, डकैती से खरीदी गई मोटरसाइकिल, एक पिस्टल, जिंदा कारतूस, सोना गलाने वाला गैस कटर और जमीन खरीद से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिनकी कीमत लगभग 50 लाख आंकी गई है।
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स्मॉल फाइनेंस बैंक में हुई थी करोड़ की डकैती
11 अगस्त को जबलपुर के सिहोरा स्थित इसाफ स्मॉल bank robbery को अंजाम दिया गया था। सुबह बैंक खुलते ही पांच अपराधी वहां पहुंचे। इनमें से चार कट्टा लेकर अंदर घुस गए और एक बाहर गेट पर पहरा देता रहा। बैंक में मौजूद ग्राहकों और कर्मचारियों को बंदूक की नोक पर एक कमरे में कैद कर दिया गया।
इसके बाद बैंक मैनेजर की कनपटी पर कट्टा रखकर जबरन स्ट्रांग रूम खुलवाया गया। अपराधियों ने वहां से लगभग 15 किलो सोना और करीब पांच लाख रुपए नकद लूट लिए और फरार हो गए। इस वारदात ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी।
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बिहार-झारखंड से दबोचे गए डकैत
पुलिस ने 23-24 सितंबर को गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के कोलुबरा गांव से कुख्यात डकैत जहांगीर आलम अंसारी को पकड़ा, जबकि इसी कार्रवाई में शेरघाटी थाना क्षेत्र के हरिप्रसाद सोनी को भी गिरफ्तार किया गया। 28 सितंबर को आमस थाना क्षेत्र के बेलखेड़ा गांव से गोलू उर्फ रविकांत पासवान पुलिस के हत्थे चढ़ा।
इससे पहले 19 सितंबर को झारखंड के चतरा जिले से उमेश पासवान को पकड़ा जा चुका है। पुलिस के अनुसार सभी आरोपी लंबे समय से लूट और डकैती जैसी वारदातों में शामिल रहे हैं और कई मामलों में फरार भी चल रहे थे।
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5 पॉइंट्स में समझें पूरी स्टोरी👉 11 अगस्त 2025 को सिहोरा स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में पांच अपराधी आए। चार अपराधी कट्टा लेकर अंदर घुसे और एक बाहर पहरा देता रहा। 👉 करीब डेढ़ महीने की लगातार छापेमारी के बाद जबलपुर पुलिस ने बिहार और झारखंड से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में जहांगीर आलम अंसारी, हरिप्रसाद सोनी, गोलू उर्फ रविकांत पासवान और उमेश पासवान शामिल हैं। 👉आरोपियों के पास से लगभग 400 ग्राम सोना, डकैती से खरीदी गई मोटरसाइकिल, पिस्टल, जिंदा कारतूस, सोना गलाने का गैस कटर और जमीन से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए, जिनकी कीमत लगभग 50 लाख रुपएआंकी गई है। 👉डकैती के बाद जबलपुर क्राइम ब्रांच, जिला पुलिस और एसटीएफ बिहार की संयुक्त टीमों ने बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक ताबड़तोड़ छापेमारी की। 👉पुलिस का कहना है कि इस डकैती में शामिल दो अन्य फरार डकैतों की तलाश अभी जारी है। इसके अलावा सोना बेचकर कमाई गई राशि और गहनों का बड़ा हिस्सा अभी तक बरामद नहीं हुआ है। |
बिहार-राजस्थान-यूपी तक चली थी पुलिस की दबिश
इस डकैती के बाद जबलपुर क्राइम ब्रांच, जिला पुलिस और एसटीएफ बिहार की संयुक्त टीमों ने बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश और राजस्थान तक ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। पुलिस अधीक्षक जबलपुर संपत उपाध्याय ने बताया कि जिन दो फरार डकैतों की तलाश की जा रही थी, उन्हें पकड़ने में अब बड़ी सफलता मिली है। वहीं, इनकी मदद से सोना गलाने और बेचने का काम करने वाले हरिप्रसाद सोनी को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है।
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अभी बाकी है दो डकैतों की तलाश
बताया जा रहा है कि पुलिस की मुहिम अभी खत्म नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि इस डकैती में शामिल दो अन्य फरार डकैतों की तलाश अब भी जारी है। इसके अलावा सोना बेचकर कमाई गई और रकम व गहनों का बड़ा हिस्सा भी अभी तक बरामद होना बाकी है। पुलिस के द्वारा की बरामद किया गया सोना अभी आधी कीमत कभी नहीं है। इसके लिए बिहार में टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।