मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले स्थित कूनो नेशनल पार्क ने एक बार फिर से भारत के वन्यजीव संरक्षण में ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। मादा चीता निर्वा (Nirva) ने पांच नन्हे शावकों को जन्म दिया है।
इसके बाद कूनो में अब कुल चीतों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Dr. Mohan Yadav) ने इस उपलब्धि की जानकारी दी और सभी को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं...
सीएम डॉ मोहन यादव ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा- "कूनो में नए मेहमानों का स्वागत है! 5 वर्षीय निर्वा ने पांच स्वस्थ शावकों को जन्म दिया है। यह चीता प्रोजेक्ट (Cheetah Project) की सफलता और भारत की समृद्ध जैव-विविधता (Biodiversity) का प्रतीक है।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वन्यजीव संरक्षण के लिए बन रहे अनुकूल वातावरण की भी सराहना की।
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कूनो में चीता प्रोजेक्ट की कहानी
भारत ने 2022 में अफ्रीका से 20 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में लाकर बसाने का ऐतिहासिक कदम उठाया था। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में विलुप्त हो चुके चीतों (Extinct Cheetahs) को फिर से बसाना और जैव विविधता को समृद्ध करना था। अब, नए शावकों के जन्म के साथ यह प्रयास सफल होता दिख रहा है।
चीता प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए...
- विशेष चिकित्सा टीमों का गठन किया गया।
- चीतों के लिए प्राकृतिक वातावरण तैयार किया गया।
- वन्यजीव विशेषज्ञों (Wildlife Experts) द्वारा सतत निगरानी रखी गई।
- स्थानीय समुदाय को भी इस अभियान में जोड़ा गया ताकि संरक्षण के प्रयास मजबूत हों।
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कूनो का भविष्य: नए शावकों के साथ आगे की राह
नए शावकों के जन्म के साथ अब कूनो पार्क के सामने यह चुनौती है कि उन्हें सही ढंग से बड़ा किया जाए। इसके लिए:
- नियमित स्वास्थ्य जांच (Regular Health Checkups)
- प्राकृतिक वातावरण में स्वतंत्रता के लिए प्रशिक्षण
- मानव संपर्क से दूर रखने के प्रयास किए जाएंगे।
वन विभाग का कहना है कि शावकों को धीरे-धीरे खुले वातावरण में छोड़ने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
मध्यप्रदेश | सीएम मोहन यादव