लॉरेंस बिश्नोई की बोली सवा लाख, शाहरुख के 80 हजार रुपए, सलमान फुस्स

आपने फिल्म स्टार्स के नाम पर पटाखे या कोई अन्य सामान बिकते हुए देखें होंगे। आज हम आपको बॉलीवुड सितारों के नाम पर जानवर की बिक्री के बारे में बताएंगे। इतना ही नहीं इस बिक्री में गैंगस्टर के नाम ने एक्टर को पीछे छोड़ दिया है...

Advertisment
author-image
Sandeep Kumar
एडिट
New Update
 STYLESHEET THESOOTR - 2024-11-01T204634.214
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

हर साल की तरह इस साल भी बॉलीवुड सितारों के नाम पर चौपाए की बिक्री देखने को मिली। बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान, सलमान खान, कैटरीना कैफ, माधुरी जैसे स्टार्स के नाम से चौपायों की जबरदस्त ब्रिकी हुई। दरअसल ये बिक्री हुई है मध्य प्रदेश के सतना जिले में लगने वाले मेले में गधों की। सतना के चित्रकूट में हर साल लगने वाला ऐतिहासिक गधा मेला इस बार भी मंदाकिनी नदी के किनारे सजा है। बताया जा रहा है कि मुगल शासक औरंगजेब के समय से ही यह मेला लगता आ रहा है। इस मेले में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों से व्यापारी गधों और खच्चरों को खरीदने और बेचने आते हैं। इस बार मेले में बॉलीवुड सितारों के नाम पर जानवरों की बिक्री देखने को मिली। इतना ही नहीं इस बिक्री में गैंगस्टर ने तो एक्टर को पीछे छोड़ दिया है।

सीएम ने दिया दीपावली का तोहफा , महतारी वंदन के आज खाते में आएंगे पैसे

फिल्मी सितारों के नाम से जानवरों के नाम

चित्रकूट के मंदाकिनी नदी के किनारे हजारों की संख्या में गधे और खच्चर मेले में अपनी खासियत लिए खड़े नजर आए।  इस मेले की सबसे अनोखी बात यह है कि यहां जानवरों को फिल्मी सितारों के नाम से पुकारा जाता है। इस बार मेले में शाहरुख़, सलमान, कैटरीना, माधुरी जैसे नामों वाले गधे और खच्चर देखने को मिले।

आज 24 साल का हुआ छत्तीसगढ़, हर जिले में मनेगा राज्योत्सव

गैंगस्टर के नाम का गधा सबसे महंगा बिका

इस बार मेले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई नाम का एक खच्चर भी आया था, जिसकी सबसे ज्यादा बोली 1.25 लाख रुपए लगी। वहीं शाहरुख खान नाम के एक गधे की कीमत 80 हजार रुपए तक गई। कहा जाता है कि औरंगजेब ने अपनी सेना के लिए इसी मेले से गधे और खच्चर खरीदे थे। इसलिए इस मेले का ऐतिहासिक महत्व है।

CM मोहन यादव ने किया MP के 69वां स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ

गधों का ये ऐतिहासिक मेला खो रहा आस्तित्व

हालांकि, सुविधाओं के अभाव में यह ऐतिहासिक मेला (historical fair ) आज अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। नदी के किनारे गंदगी के बीच लगने वाले इस मेले में व्यापारियों को न तो पीने का साफ पानी मिलता है और न ही धूप से बचने के लिए कोई व्यवस्था है। स्थानीय व्यापारियों (local traders )का आरोप है कि 2 दिन चलने वाले इस मेले में सुरक्षा के नाम पर होमगार्ड तक नहीं लगाए जाते। व्यापारियों के जानवर बिकें या न बिकें, ठेकेदार उनसे पैसे वसूलते हैं।  

दिवाली पर बढ़ा MP में प्रदूषण, इंदौर-ग्वालियर में AQI 400 के पार

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

चित्रकूट मध्य प्रदेश लॉरेंस बिश्नोई सलमान एमपी हिंदी न्यूज शाहरुख जानवरों का मेला गधा मेला