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सिंगरौली जिले के देवसर से भाजपा विधायक राजेंद्र मेश्राम की शिकायत पर कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव भास्कर मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी का कारण एक विवादास्पद सोशल मीडिया वीडियो है। इसमें भास्कर मिश्रा ने विधायक मेश्राम के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। यह मामला एससी-एसटी एक्ट (SC-ST Act) के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है। आगे की कार्रवाई तथ्यों के आधार पर की जाएगी।
कांग्रेस नेता की सोशल मीडिया पोस्ट बनी मुसीबत
मामला लगभग एक सप्ताह पुराना है, जब कांग्रेस नेता भास्कर मिश्रा ने सोशल मीडिया (Social Media) पर एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में उन्होंने भाजपा विधायक राजेंद्र मेश्राम के लिए बेहद आपत्तिजनक और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। मिश्रा का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इससे राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद भाजपा विधायक के शिकायत के बाद कांग्रेस नेता भास्कर मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है।
भाजपा विधायक ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
विधायक राजेंद्र मेश्राम ने कहा, राजनीतिक विरोध (Political Opposition) एक अलग बात है, लेकिन सार्वजनिक मंच पर इस तरह की अमर्यादित भाषा का उपयोग स्वीकार्य नहीं है। मेश्राम ने भास्कर मिश्रा के बयान को न केवल अपमानजनक बताया, बल्कि यह भी कहा कि ऐसे बयानों से समाज में नफरत फैलती है।
वीडियो की जांच कर रही पुलिस
नगर पुलिस अधीक्षक पीएस परस्ते ने बताया कि विधायक की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा, हम वीडियो की पूरी जांच कर रहे हैं। यदि आरोप सही पाए गए तो पुलिस आवश्यक कार्रवाई करेगी। एसपी (Superintendent of Police) ने यह भी स्पष्ट किया कि कार्रवाई पूरी तरह से तथ्यों (Facts) पर आधारित होगी।
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कांग्रेस ने प्रशासन पर लगाए ये आरोप
कांग्रेस के शहर अध्यक्ष प्रवीण सिंह चौहान ने इस पूरे घटनाक्रम में जिला प्रशासन (District Administration) पर भेदभाव का आरोप लगाया। उनका कहना था कि जिला प्रशासन केवल भाजपा के जनप्रतिनिधियों (BJP Representatives) के पक्ष में काम करता है। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि नेताओं को अपनी भाषा पर संयम (Restraint) रखना चाहिए।