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मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उनके सहयोगियों के खिलाफ चल रही जांच जारी है। अब लोकायुक्त के बाद ईडी भी पूछताछ कर रही है। इस बीच सौरभ शर्मा मामले में मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने चेक पोस्ट घोटाले को लेकर भ्रष्टाचार के स्तर और शराबबंदी के विरोध को लेकर अपनी बातें रखी। साथ ही उन्होंने महकुंभ भगदड़ पर धीरेंद्र शास्त्री के बयान का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि एक संत को अपनी संवेदना का ध्यान रखना चाहिए।
सौरभ शर्मा मामले में बड़ा बयान
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि चेक पोस्ट घोटाले से यह साफ हो गया है कि अवैध कमाई का स्तर कितना बड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा कि एक सिपाही इतनी बड़ी रकम कमा सकता है, तो सोचिए कि नीचे से ऊपर तक इस अवैध कमाई का स्तर क्या होगा। यह कमाई नीचे से ऊपर तक कितनी भीषण और विकराल होगी। उन्होंने दावा किया कि सौरभ शर्मा जैसे कई और सिपाही, दरोगा और नेता इसमें शामिल हो सकते हैं।
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ऊपर के स्तर पर इसका क्या असर होगा?
शराबबंदी के विरोध को लेकर कहा कि लोग शराबबंदी का विरोध इस तर्क के साथ करते हैं कि इससे राज्य के राजस्व में कमी होगी, लेकिन जब एक सिपाही ही इतनी बड़ी रकम कमा सकता है, तो यह सवाल उठता है कि यदि शराब का व्यापार अवैध कमाई की दिशा में इतना बड़ा योगदान दे सकता है, तो ऊपर के स्तर पर इसका क्या असर होगा। हम राजस्व कमाने के लिए शराब पिलाकर करोड़ों लोगों की जिंदगी से खेलते है, जबकि इधर कई हजार करोड़ रुपए घोटाले में गायब हो जाते हैं। इस विसंगतति को ठीक करना ही हमारा राष्ट्रधर्म है।
सीएम मोहन यादव पर मुझे पूरा विश्वास
उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश के चेक पोस्ट घोटाले की जांच में लगी एजेंसियां पूरी तरह दक्ष और निष्पक्ष हैं, उमा भारती ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर भरोसा जताया और कहा कि वह इस भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाएंगे और यह पूरी प्रक्रिया आदर्श उदाहरण बनेगी।
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लाशों पर न हो राजनीति
साथ ही उमा भारती ने प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस हादसे की जांच चल रही है और हमें जांच के नतीजे का इंतजार करना चाहिए, न कि विवादों में पड़कर पीड़ितों की पीड़ा को बढ़ाना चाहिए। उन्होंने संतों की संवेदनाओं का समर्थन करते हुए कहा कि भगदड़ में मरने वाले लोगों के परिवारों की पीड़ा को शब्दों से कम नहीं किया जा सकता है। उमा भारती ने कहा कि लाशों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
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धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर जताई नाराजगी
साथ ही उमा भारती ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भगदड़ पर दिए मोक्ष वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उमा भारती बयान पर असहमति जताते हुए कहा कि कहा, "कुंभ में स्नान से मोक्ष मिलता है, यह बात सत्य है लेकिन वहां लोग कुचल कर तड़पकर मरे हैं, यह मोक्ष नहीं है, जो लोग जीवित हैं उनके परिवार वाले भगदड़ में तड़पकर मर गए, उन्होंने कौन सा पाप किया था?" धीरेंद्र शास्त्री को नसीहत देते हुए उमा भारती ने कहा है, "मुझे लगता है संत को अपनी संवेदना का ध्यान रखना चाहिए और उसके प्रति सजग भी रहना चाहिए"।
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