मध्य प्रदेश के चर्चित सौरभ शर्मा परिवहन घोटाले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक बार फिर आशंका जताई है कि यह घोटाला गंभीर मसला हो सकता है। उमा भारती ने कहा कि अब इसकी जांच कर रही एजेंसियों की जिम्मेदारी है। यह उनकी परीक्षा है कि वे इस मामले को यहीं खत्म करते हैं या असली दोषियों को पकड़कर उन्हें सख्त से सख्त सजा देते हैं।
घोटाला बन सकता है गंभीर मुद्दा
उमा भारती ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि चेक पोस्ट घोटाले के आरोपी पकड़े जा चुके हैं। अगर जांच में यह साबित हो जाता है कि उन्होंने अकेले ही यह घोटाला किया है, तो गहराई में जाने पर यह घोटाला गंभीर मुद्दा बन सकता है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां जांच में जुटी हुई हैं।
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जांच एजेंसियों के लिए परीक्षा की घड़ी
लोगों को उनकी कार्यकुशलता और निष्पक्षता पर भरोसा है। अब उन जांच एजेंसियों के लिए परीक्षा की घड़ी है कि वे इस मामले को यहीं खत्म कर देते हैं या और गहराई में जाकर असली दोषियों को पकड़ते हैं, सबूत जुटाते हैं और उन्हें कड़ी सजा देते हैं।
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व्यापमं से भी बड़ा मामला
इससे पहले 24 जनवरी को उमा भारती ने कहा कि जिस घोटाले में कांस्टेबल ने करोड़ों कमाए, उसमें अफसरों और नेताओं के बारे में सोचिए। उमा ने कहा कि मुझे यह व्यापमं से भी बड़ा मामला बनता दिख रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सौरभ शर्मा चूहा है, अजगर अभी बिल से बाहर नहीं आया है।
उमा भारती ने कहा कि 2003 में ट्रांसपोर्ट में जो बिल था, वह चूहे का बिल था, लेकिन यह गहरा होता चला गया। सौरभ शर्मा अभी उस गहरे बिल से बाहर निकले हैं, अजगर अभी बाहर आना बाकी है। उन्होंने कहा कि वह इस व्यवस्था को सुधारने का प्रयास कर रही थीं, लेकिन तब तक वह सत्ता में नहीं रह पाईं।