कर्मचारियों ने ली हनुमानजी की शरण, मंत्रालय में 9 साल से रुकी पदोन्नति के लिए किया हनुमान चालीसा का पाठ
मध्य प्रदेश में कर्मचारी संगठनों के आंदोलन और प्रदर्शन लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच, अब मध्य प्रदेश मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी भी अपनी पदोन्नति की मांग करने लगे हैं।
मध्य प्रदेश में एक के बाद एक कर्मचारी संगठनों के आंदोलन प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच अब मध्यप्रदेश मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारियों ने भी पदोन्नति की मांग शुरू कर दी है। मंत्रालयीन सेवा अधिकारी कर्मचारी संघ ने मंगलवार 4 मार्च दोपहर वल्लभ भवन परिसर स्थित शिव हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा और सुंदर काण्ड पाठ किया। मंत्रालय के गेट नंबर 1 के सामने हनुमान चालीसा पाठ से पहले मंत्रालयीन कर्मचारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही रामचरित मानस लेकर पदयात्रा करते हुए मंदिर परिसर पहुंचे।
सरकार कर रही अनदेखी, अब भगवान से आस
मंत्रालयीन सेवा अधिकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक का कहना है बीते 9 साल से पदोन्नति नहीं मिल रही है। इसको लेकर सरकार या विभाग स्तर से कोई निर्देश या गाइडलाइन भी जारी नहीं की गई है। सरकार के स्तर पर पूर्व में भी अधिकारी कर्मचारी पदोन्नति की मांग करते आ रहे हैं लेकिन अब तक उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला है। मंत्रालयीन सेवा के अधिकारी कर्मचारियों पर जाए इसलिए हनुमान चालीसा और सुंदरकाण्ड पाठ के माध्यम से भगवान की शरण ली है।
संघ की प्रमुख मांग पदोन्नति देने की है। इसके अलावा चौथा समयमान वेतनमान, जीएडी के 9 मार्च 2020 के परिपत्र के अनुसार मंत्रालयीनकर्मियों को उच्च पदनाम, सहायक ग्रेड 3 को तृतीय पदोन्नति वेतनमान संशोधन, सचिवालय भत्ते का मूल्य सूचकांक अनुसार पुनरीक्षण, केंद्र सरकार की तरह 25 साल की सेवा उपरांत पूर्ण पेंशन की पात्रता, मंहगाई भत्ता के लंबित एरियर का भुगतान, चिकित्सा बीमा योजना का लाभ, समान कार्य और योग्यता के आधार पर सहायक ग्रेड 3 और डेटा एंट्री ऑपरेटर की ग्रेड पे 2400 रुपए की जाए।
इसके अलावा अनुकंपा नियुक्ति में पात्र कर्मचारी के लिए सीपीसीटी की अनिवार्यता निरस्त हो, मंत्रालय और मंत्री स्थापना में आकस्मिकता निधि कर्मियों की भर्ती के लिए 17 सितम्बर 2023 को ली गई विभागीय परीक्षा का परिणाम घोषित हो या नए स्तर से परीक्षा ली जाए। स्थायीकर्मियों को सातवें वेतनमान और अन्य सुविधाएं मिलें, आउटसोर्स कर्मियों को समान कार्य के लिए नियमित कर्मचारी के समतुल्य मानदेय दिया जाए। पुरानी पेंशन की बहाली, भत्तों का पुनरीक्षण और अटैचमेंट की समाप्ति की मांग भी मंत्रालयीन सेवा अधिकारी कर्मचारी संघ ने की है।