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ग्वालियर में बुधवार को एक नाबालिग ने तेजी से कार चलाते हुए छह से अधिक वाहनों को टक्कर मारी। इस दौरान एक पुलिसकर्मी ने नाबालिग को रोकने की कोशिश की। लेकिन वह पुलिसकर्मी को अपनी कार के बोनट पर लटका कर करीब 10 मीटर तक घसीटता गया। यह घटना रेसकोर्स रोड पर हुई। हादसे में पुलिसकर्मी और महिला सहित तीन लोग घायल हो गए।
रेसकोर्स रोड पर नाबालिग की हुड़दंगई
लगभग शाम 7 बजे, ग्वालियर के रेसकोर्स रोड पर एक नाबालिग कार चालक की खतरनाक ड्राइविंग ने हर किसी को हैरान कर दिया। नाबालिग ने कार से पहले एक एक्टिवा सवार व्यक्ति को टक्कर मारी, फिर कुछ ही देर में उसकी कार और भी कई वाहनों से टकरा गई। ये टक्करे इतने जबरदस्त थे कि शहर की सड़कों पर अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान कार की स्पीड इतनी ज्यादा थी कि सड़क पर चल रहे अन्य वाहन भी मुश्किल से बच पाए।
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नाबालिग ने पुलिसकर्मी को 10 मीटर तक घसीटा
एमपी ट्रैफिक पुलिसकर्मी अतुल शर्मा ने नाबालिग चालक को रोकने की पूरी कोशिश की। लेकिन नाबालिग के दिमाग में किसी भी तरह से भागने का प्लान था। जैसे ही पुलिसकर्मी ने कार को रोकने की कोशिश की, उसने बिना कोई देर किए पुलिसकर्मी को कार के बोनट पर लटका लिया। इसके बाद, करीब 10 मीटर तक घसीटता चला गया। आखिरकार, एएसआई उदय प्रताप ने साहस दिखाया और अपनी समझदारी से कार को रोका। नाबालिग को पकड़ लिया गया।
नाबालिग ने पुलिसकर्मी को मारी टक्कर, इस खबर पर एक नजर
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बिना अनुमति घर से कार लेकर निकला
जब पुलिस ने नाबालिग को पकड़ा, तो उसने खुद की पहचान आदित्यपुरम निवासी के तौर पर बताई। इससे यह साफ हो गया कि यह युवक नाबालिग था। पुलिस ने उसके परिजनों को सूचित किया और उन्हें थाने बुलाया। वहां परिजनों ने बताया कि उनका बेटा बिना किसी की अनुमति के कार लेकर चला गया था। इस घटना से वे पूरी तरह से अनजान थे।
दुर्घटना में घायल हुए तीन लोग
इस दुर्घटना की वजह से तीन लोग घायल हो गए हैं। इनमें एक पुलिसकर्मी और एक महिला शामिल हैं। उन्हें तत्काल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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18 महीने में एमपी पुलिस पर 461 हमले
मध्यप्रदेश विधानसभा में एक सवाल के जवाब में सरकार ने बताया कि राज्य में पुलिसकर्मियों पर हो रहे हमलों में भारी वृद्धि हो रही है। पिछले डेढ़ साल में 461 हमले हुए। इनमें 612 पुलिसकर्मी घायल हुए और 5 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इन हमलों के आंकड़े कांग्रेस विधायक बाला बच्चन के सवाल पर सरकार ने सदन में प्रस्तुत किए। विधायक ने आरोप लगाया कि राज्य में अपराधी और माफिया इतने ताकतवर हो गए हैं कि वे पुलिस पर भी हमले करने से नहीं चूकते। सरकार के जवाब में यह भी बताया गया कि प्रतिदिन एक से अधिक हमले हो रहे हैं, और इन घटनाओं में पुलिस के वाहनों को भी निशाना बनाया जा रहा है।
मध्य प्रदेश में 1 जनवरी 2024 से 30 जून 2025 तक पुलिसकर्मियों पर 461 हमले दर्ज किए गए हैं। इन हमलों में भोपाल, इंदौर, उज्जैन और राजगढ़ जिलों में सबसे अधिक घटनाएं देखने को मिली हैं। इसके अलावा, सरकार ने विधानसभा में अपराधों से संबंधित आंकड़े भी प्रस्तुत किए, जिसमें इंदौर में 11567 वाहन चोरी की घटनाएं, 5045 महिला अत्याचार के मामले, और भोपाल में 5654 वाहन चोरी की घटनाएं शामिल थीं। इन आंकड़ों से साफ है कि राज्य में अपराधी और माफियाओं के हौसले बुलंद हैं, जो पुलिस को भी निशाना बना रहे हैं।