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मध्य प्रदेश में 1 अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने जा रहा है। नया सत्र के पहले दिन स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। साथ ही प्रवेश उत्सव में छात्रों और अभिभावकों का स्वागत किया जाएगा, और एक जगह पर किताबें और ड्रेस उपलब्ध होंगी। रीवा में नए शैक्षणिक सत्र को लेकर शिक्षा विभाग ने तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस बार छात्रों को टीसी के लिए भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने नई व्यवस्था की है, जिसके तहत छात्रों को अगली कक्षा में नजदीकी पोषक संस्था में प्रवेश मिल सकेगा। नए सत्र में कक्षाएं 30 अप्रैल तक संचालित की जाएंगी।
नया शैक्षणिक सत्र और प्रवेश उत्सव
1 अप्रैल से मध्य प्रदेश के स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होगा। इस दिन स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें सभी छात्रों और अभिभावकों का स्वागत किया जाएगा। इस बार शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है कि छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश के लिए टीसी लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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छात्रों के एडमिशन को लेकर प्रक्रिया
अब तक छात्रों को स्कूल बदलने के लिए टीसी लेनी पड़ती थी, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है कि छात्रों का एडमिशन सीधे नजदीकी पोषक संस्था में कराया जाएगा। संबंधित स्कूलों के शिक्षक नजदीकी पोषक संस्था में अपने स्कूल के छात्रों का एडमिशन अगली कक्षा में कराएंगे। शिक्षक ही दस्तावेज संस्था को उपलब्ध कराते हुए और एडमिशन कराएंगे। इस नई व्यवस्था से उन छात्रों को ही केवल टीसी लेने की आवश्यकता होगी जो संबंधित पोषक संस्था के बजाए किसी और संस्था में प्रवेश लेना चाहते हैं। इस प्रक्रिया से छात्रों को राहत मिलेगी और उन्हें किसी अन्य स्कूल में प्रवेश के लिए भटकने की आवश्यकता नहीं होगी।
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टीसी की प्रक्रिया में बदलाव
नया शैक्षणिक सत्र और प्रवेश उत्सव को लेकर शिक्षा विभाग गाइडलाइन जारी की है। अब स्कूल खुलने के पहले ही छात्रों की डिटेल नजदीकी संस्था के पास उपलब्ध करा दिया जाएगी। इसके लिए सभी छात्रों को अगली कक्षा के लिए नजदीक के स्कूल में जाना होगा। यदि वह उस स्कूल में पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं तो वहां से फिर टीसी लेकर मनपसंद स्कूल में एडमिशन ले सकेंगे। रीवा जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी बीएमओ और संकुल प्राचार्यों के लिए निर्देश जारी किए है। जिसमें प्रवेश उत्सव मनाए जाने को लेकर व्यवस्थाएं बनाने के लिए कहा गया है। इस कार्यक्रम में छात्रों के साथ ही उनके अभिभावकों को भी बुलाने और स्वागत करने के निर्देश दिए गए।
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लगेगा पुस्तक मेला
इस साल भी सरकारी स्कूलों में किताबों का वितरण अप्रैल के पहले सप्ताह में किया जाएगा। जिला प्रशासन ने इस बार पुस्तक मेला आयोजित करने का निर्णय लिया है, ताकि अभिभावकों को एक ही स्थान पर सभी किताबें और ड्रेस मिल सकें। मेले में सभी स्कूलों की किताबें उपलब्ध रहेंगी, जिससे अभिभावकों को अलग-अलग दुकानों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
शाला प्रबंधन समितियों की होगी बैठक
प्रवेश उत्सव के बाद 4 अप्रैल को शाला प्रबंधन और विकास समितियों की बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में विद्यालय के पूर्व छात्रों को भी आमंत्रित किया जाएगा। बैठक में छात्रों के नामांकन, उपस्थिति, उपलब्धि स्तर और अध्ययन-अध्यापन की कार्ययोजना पर चर्चा की जाएगी। स्कूलों में सांस्कृतिक और खेलकूद गतिविधियों का आयोजन भी होगा।
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मनमानी करने पर होगी कार्रवाई
रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने एक आदेश में कहा है कि कोई भी स्कूल अभिभावकों को बाध्य नहीं करेंगे कि वह कौन सी दुकान से स्कूल ड्रेस और किताबें खरीदे। साथ ही दुकानदारों को निर्देश दिए गए है कि वह निर्धारित रेट में ही पुस्तकों की बिक्री करें। मनमानी करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि नया शैक्षणिक सत्र एक अप्रैल से शुरू हो रहा है। अभिभावकों को एक ही स्थान पर किताबें और ड्रेस उपलब्ध कराने के लिए इस साल भी मेले का आयोजन होगा। प्राइवेट स्कूलों को नियमों का पालन करने के निर्देश हैं। अगर नियमों का उल्लंघन होता है सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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