उज्जैन के महाकाल मंदिर (Mahakal Mandir) के सामने स्थित महाराजवाड़ा स्कूल की रिटेनिंग वाल गिरने से दुर्घटना हो गई थी। इसके बाद संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। बता दें कि शुक्रवार शाम को तेज बारिश के चलते यह दीवार ढह गई थी। इससे मलबे में दबने से एक महिला और एक पुरुष की मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद प्रशासनिक लापरवाही के चलते कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
पांच अधिकारी निलंबित
मामले की गंभीरता को देखते हुए उज्जैन के कलेक्टर (Ujjain Collector) ने बड़ा एक्शन लिया है। कलेक्टर के निर्देश पर नगर निगम आयुक्त (Municipal Commissioner) ने नगर निगम के प्रभारी उपयंत्री गोपाल बोयत और विशेष गैंग प्रभारी मनीष बाली को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने महाराजवाड़ा स्कूल के आसपास अस्थाई अतिक्रमण को हटाने में लापरवाही बरती, जो इस घटना का प्रमुख कारण बना। इसके अलावा, प्लाटून कमांडर दिलीप बामनिया को भी निलंबित कर दिया गया है।
TI और SI भी सस्पेंड
इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने भी त्वरित कदम उठाए हैं। उज्जैन एसपी (Ujjain SP) के निर्देश पर महाकाल थाना प्रभारी (TI) अजयकुमार वर्मा और बीट प्रभारी एसआई (Sub-Inspector) भरतसिंह निगवाल को भी लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। इन अधिकारियों पर भी अतिक्रमण हटाने में सुस्ती बरतने का आरोप है।
भारी बारिश के चलते हुई घटना
महाकाल मंदिर के गेट नंबर-4 के सामने स्थित महाराजवाड़ा स्कूल की रिटेनिंग वाल का ढहना प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा माना जा रहा है। भारी बारिश (Heavy Rainfall) के दौरान दीवार कमजोर हो गई। इससे यह हादसा हुआ। इस घटना ने उज्जैन के महाकाल क्षेत्र (Mahakal Area) में सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश
इस हादसे के बाद प्रशासन ने महाकाल मंदिर के आसपास के सभी अतिक्रमणों को हटाने का निर्णय लिया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। उज्जैन नगर निगम (Ujjain Municipal Corporation) को अब इस क्षेत्र में सुरक्षा के और अधिक पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक