महाकालेश्वर मंदिर में भांग श्रृंगार पर विवाद: पुजारी ने दी मानहानि का केस करने की धमकी

महाकालेश्वर मंदिर में भांग श्रृंगार के विवाद पर पुजारियों ने पूर्व कमिश्नर डॉ. मोहन गुप्त के खिलाफ मानहानि का केस करने की धमकी दी है। मंदिर में अचानक गिरा भांग श्रृंगार और उसके बाद का विवाद अब कानूनी मोड़ पर पहुंच गया है।

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Sandeep Kumar
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UJJAIN. महाकालेश्वर मंदिर में भांग श्रृंगार पर सवाल उठाने पर पुजारियान समिति ने कोर्ट जाने की बात कही है। मंदिर के महेश पुजारी ने सभी पुजारियों की ओर से पूर्व कमिश्नर डॉ. मोहन गुप्त को पत्र लिखा है। पत्र में उन पर पुजारियों की छवि बिगाड़ने का आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया कि गुप्त ने भांग चढ़ाने को शास्त्र विरोधी बताया, जबकि शास्त्रों में इसका प्रमाण है। गुप्त ने पुजारियों पर परंपरा के खिलाफ काम करने का आरोप भी लगाया है।

भांग श्रृंगार पर क्या बोला विद्वत परिषद ?

डॉ. मोहन गुप्त ने उज्जैनी विद्वत परिषद की ओर से बयान दिया कि भांग से भगवान शिवलिंग का क्षरण होता है और यह परंपरा शास्त्रों के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि पुजारियों द्वारा इस परंपरा का पालन करने का मुख्य उद्देश्य पैसे कमाना है। उनका आरोप था कि पुजारियों ने बड़ी मात्रा में भांग का उपयोग किया है, जिससे शिवलिंग को नुकसान हो सकता है।

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पुजारी ने साधा निशाना

महाकाल मंदिर पुजारियान समिति के महेश पुजारी ने इस विवाद पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने डॉ. मोहन गुप्त पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिना प्रमाण के पुजारियों पर झूठे आरोप लगाए हैं, जिनसे उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंची है। महेश पुजारी ने डॉ. गुप्त को पत्र लिखा, जिसमें कहा गया कि शास्त्रों में भगवान शिव पर भांग चढ़ाने और लेपन करने का प्रमाण मौजूद है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि अगर गुप्त ने माफी नहीं मांगी, तो वे उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।

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2 पॉइंट्स में समझें स्टोरी

महाकाल भांग श्रृंगार: डॉ. गुप्त ने पुजारियों पर परंपरा के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि भांग चढ़ाने से भगवान शिवलिंग का क्षरण होता है। इसके अलावा, गुप्त ने यह भी कहा कि पुजारियों का मुख्य उद्देश्य पैसे कमाना है।

पुजारियों की प्रतिक्रिया: महाकाल मंदिर पुजारियान समिति के महेश पुजारी ने डॉ. गुप्त पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिना प्रमाण के झूठे आरोप लगाए हैं, जिससे पुजारियों की छवि को नुकसान हुआ है। महेश पुजारी ने गुप्त से माफी की मांग की और कहा कि अगर माफी नहीं मांगी तो मानहानि का मुकदमा दायर किया जाएगा।

महाकाल मंदिर पुजारियान समिति का ऐलान

पुजारियों ने यह भी कहा कि अगर डॉ. मोहन गुप्त माफी नहीं मांगते, तो महाकाल मंदिर पुजारियान समिति उनके खिलाफ न्यायालय में मानहानि का मुकदमा दायर करेगी। इसके अलावा, समिति ने यह भी चेतावनी दी कि भगवान महाकालेश्वर की परंपराओं को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है, और इस पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।

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विवाद का असर

यह विवाद महाकाल मंदिर में भांग के उपयोग को लेकर धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से गहरे सवाल उठाता है। कुछ लोग इसे एक धार्मिक परंपरा मानते हैं, जबकि अन्य इसे शास्त्र विरोधी और हानिकारक मानते हैं। इस विवाद ने मंदिर में होने वाली पूजा और धार्मिक परंपराओं के महत्व पर भी सवाल उठाए हैं।

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