BHOPAL. मध्य प्रदेश में 21 अप्रैल को महावीर जयंती ( Mahavir Jayanti ) रथयात्रा निकाली जाएगी। भगवान महावीर के जन्मदिवस को तीर्थकर के रूप में मनाया जाता है। इसी को लेकर राज्य में कल यानी मांस की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा। प्रदेश में 21 अप्रैल 2024 रविवार को मांस बिक्री नहीं होगी। महावीर जयंती के मौके पर नगरीय क्षेत्र में संचालित मांस की दुकानें और पशुवध गृह बंद रहेंगे। प्रदेश सरकार ( state government ) के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने जिला कलेक्टर्स को निर्देश जारी किए हैं।
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महावीर जयंती क्या है?
महावीर जयंती जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है।
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महावीर जयंती कब मनाई जाती है?
महावीर जयंती हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र महीने के 13वें दिन मनाई जाती है। यह आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर के अप्रैल महीने में पड़ता है।
भगवान महावीर कौन थे?
भगवान महावीर जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर थे। उन्हें आध्यात्मिक जागृति प्राप्त व्यक्ति माना जाता है, जिन्होंने जैन धर्म के सिद्धांतों का उपदेश दिया। वह अहिंसा, अपरिग्रह ( गैर-जमाखोरी ), सत्य, अस्तेय ( चोरी न करना ) और ब्रह्मचर्य ( पवित्रता ) के सिद्धांतों के लिए जाने जाते हैं।
महावीर जयंती कैसे मनाई जाती है?
महावीर जयंती को जैन धर्म के अनुयायी जैन मंदिरों में जाकर मनाते हैं। वे भगवान महावीर की पूजा करते हैं, उनके उपदेशों का पाठ करते हैं, और उपवास रखते हैं। जुलूस निकालना, धार्मिक नाटक करना और दान-पुण्य करना भी इस त्योहार का हिस्सा है। अहिंसा पर जोर देने के लिए, कुछ लोग इस दिन शाकाहारी भोजन खाते हैं और हिंसा को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों से दूर रहते हैं।
महावीर जयंती का महत्व क्या है?
महावीर जयंती जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह दिन भगवान महावीर के जीवन और उनके उपदेशों को याद करने का अवसर प्रदान करता है। यह अहिंसा, सत्य, और अपरिग्रह जैसे मूल्यों को अपनाने का संदेश भी देता है।