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GSP Bhopal Photograph: (The Sootr)
BHOPAL. सरकार जिस ग्लोबल स्किल्स पार्क को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण सुविधाओं से लैस बता रही है उसकी हालत भी ठीक नहीं है। निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी के साथ ही यहां प्रशिक्षणार्थियों से खिलवाड़ किया जा रहा है। संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क के मेस में घटिया भोजन दिया जा रहा है।
यहां दाल-चावल में इल्ली मिलने पर छात्रों की नाराजगी देख प्रबंधन ने कुछ दिन के लिए मेस को बंद कर दिया गया है। प्रबंधन द्वारा मेस संचालक पर कार्रवाई नहीं की गई और न व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए गए। अचानक मेस बंद कराने से अब प्रशिक्षणार्थी दोपहर और रात के भोजन के लिए परेशान हैं।
भोपाल के नरेला क्षेत्र में औद्योगिक प्रशिक्षण के लिए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र के रूप में ग्लोबल स्किल पार्क की स्थापना कराई है। 1500 करोड़ से अधिक लागत से बना ग्लोबल स्किल पार्क विश्वस्तरीय प्रशिक्षण सुविधाओं से लैस है। इसमें संचालित विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में 600 से ज्यादा प्रशिक्षणार्थी हैं। स्किल पार्क में आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
बाजार से ज्यादा है मेस की फीस
प्रशिक्षण की लंबी अवधि और हॉस्टल में रहने वाले प्रशिक्षणार्थियों के लिए मेस की व्यवस्था भी है। इसके लिए प्रति प्रशिक्षार्थी मासिक 3350 रुपए जमा कराने होते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों से भोजन के बदले मेस में जो राशि ली जा रही है वह दूसरी मैस से कहीं ज्यादा है। यानी मेस में रुपए तो ज्यादा लिए जा रहे हैं लेकिन बदले में गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं मिल रहा।
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इल्ली मिली फिर भी मेस पर नहीं जुर्माना
ग्लोबल स्किल पार्क में उच्च स्तरीय औद्योगिक प्रशिक्षण और विश्वस्तरीय सुविधाओं के दावे भले हों लेकिन हकीकत कुछ और है। बीते दिनों मेस के भोजन में कीड़े और इल्लियां उतरा रही थीं। प्रबंधन ने माहौल गरमाता देख इसे कुछ दिन के लिए बंद करा दिया है।
प्रबंधन ने भोजन की वैकल्पिक व्यवस्था करना भी जरूरी नहीं समझा। मेस प्रबंधन से भी जवाब-तलब नहीं किया और न ही उस पर जुर्माना या दूसरी कार्रवाई ही प्रस्तावित की गई।
विभिन्न क्षेत्रों से आकर ग्लोबल स्किल पार्क में प्रशिक्षण हासिल कर रहे युवा भोजन के लिए परेशान हैं। क्योंकि इनमें से ज्यादातर पहले ही मेस को फीस जमा कर चुके हैं और अब बाजार में भोजन करने के लिए उन्हें अलग से खर्च करना पड़ रहा है।
मेन्यू और टाइमिंग की मनमानी
ग्लोबल स्किल पार्क में टेंडर के जरिए जैन कैटर्स फर्म को मेस संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। टेंडर की शर्त के मुताबिक मेस से प्रतिदिन सुबह 7.30 बजे नाश्ता, दोपहर 1 बजे भोजन, शाम 4.30 बजे चाय और रात को 8 बजे भोजन देना है। इसके लिए भी मेन्यू निर्धारित है। भोजन में जहां चावल, रोटी, दाल, सब्जी, सलाद-अचार, पापड़ और दही-रायता तय है। वहीं सुबह नाश्ते में चाय, भारतीय डिश, ब्रेड बटर, टोस्ट के साथ फल भी देना है। हालांकि इन शर्तों का पालन केवल कागजी तौर पर ही हो रहा है। मेस से छात्रों को वहीं भोजन दिया जाता है जिसकी उपलब्धता होती है।
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सफाई का नहीं रखा जाता ध्यान
मेस का संचालन भोजन में कीड़े मिलने तक पूरी तरह मनमाने तरीके से चल रहा था। जबकि कैटर्स को भोजन करने वालों की शिकायत और सुझाव के लिए एक रजिस्टर भी रखना था। ये रजिस्टर मेस प्रबंधन द्वारा उपलब्ध ही नहीं कराया जाता। टेंडर की शर्तों में किचन और बर्तनों की सफाई के लिए भी सख्त हिदायत दी गई हैं।
सफाई से संतुष्ट नहीं होने पर जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है लेकिन भोजन में कीड़े पाए जाने के बाद भी ग्लोबल स्किल पार्क प्रबंधन चुप रहा। इन तमाम गड़बड़ियों के बावजूद मध्य प्रदेश सरकार के कौशल विकास संचालनालय ने शिकायतों पर चुप्पी साधी हुई है।
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