/sootr/media/media_files/2025/07/18/heavy-rain-mp-2025-07-18-19-59-41.jpg)
Photograph: (THESOOTR)
मध्यप्रदेश में भारी बारिश ने कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। छतरपुर और टीकमगढ़ में कई गांव जलमग्न हो गए हैं। इन क्षेत्रों में निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। ग्वालियर समेत चार जिलों में डैम के गेट खोलने का निर्णय लिया गया है। ताकि पानी का स्तर नियंत्रित किया जा सके और बाढ़ से बचाव किया जा सके।
शिवपुरी में मलबा गिरने से हाईवे बंद
शिवपुरी जिले के मड़ीखेड़ा अटल सागर डैम के पास पटी घाटी में पहाड़ी धंसने के कारण मलबा और पेड़ सड़क पर गिर गए, जिससे हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। यह घटना शुक्रवार को हुई और ट्रैफिक करीब दो घंटे तक पूरी तरह से बंद रहा।
मलबा गिरने से मार्ग पर यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने तुंरत मलबा हटाने का काम शुरू किया, ताकि हाईवे को फिर से चालू किया जा सके।
ये खबर भी पढ़ें...
इंदौर ने दुनिया को सिखाया कचरे से कमाई का तरीका, कंपोजिट सिस्टम को देख गांधी जी भी हुए थे चकित
जिलेवार बारिश की स्थिति
शिवपुरी में 9 घंटे में डेढ़ इंच बारिश हुई, जबकि गुना और ग्वालियर में सवा इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। रतलाम जिले में 1.2 इंच और छतरपुर के नौगांव में 1 इंच बारिश हुई। इससे कई जगहों पर जलभराव हुआ और यातायात बाधित हुआ।
प्रदेश में कुल 20 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश हो रही है, जिसमें भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, जबलपुर, छतरपुर, मंडला, सागर, सिवनी, टीकमगढ़, बालाघाट, रीवा और सतना शामिल हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
मध्यप्रदेश में प्रमोशन का रास्ता साफ हुआ तो हर साल निकलेंगी 75 हजार भर्तियां
ग्वालियर-चंबल में भारी बारिश का अलर्ट
ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के 7 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, अशोकनगर, विदिशा, सागर, दमोह, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा और मऊगंज शामिल हैं। इन जिलों में भारी बारिश की आशंका है, जिससे बाढ़ की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
ये खबर भी पढ़ें...
IMA का बड़ा खुलासा : फर्जी पत्रकारों और कथित RTI एक्टिविस्ट नेताओं पर वसूली के आरोप
छतरपुर में सबसे ज्यादा बारिश
छतरपुर जिले में पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। खजुराहो में 6 इंच और नौगांव में 5.2 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। अन्य स्थानों पर भी भारी बारिश हुई, जैसे कि सतना में 5.7 इंच, दतिया में 5.1 इंच, और टीकमगढ़ में 3.6 इंच। ग्वालियर में भी 1.8 इंच बारिश हुई, जिससे इलाके में जलभराव और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ा
ये खबर भी पढ़ें..
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में कवासी लखमा को बड़ा झटका, हाईकोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका
निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा
मध्यप्रदेश के विभिन्न इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। डेमों से पानी छोड़ने के बाद निचले इलाके जैसे छतरपुर और पन्ना में जलभराव हो सकता है, जिससे स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के उपायों को तेज कर दिया है।
प्रशासन ने तेज किए राहत कार्य
राज्य सरकार और प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए राहत कार्य तेज कर दिए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है, और जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी निकालने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन ने नागरिकों से भी सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
thesootr links
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें 📢🔃 🤝💬👩👦👨👩👧👧