INDORE. पहले बीजेपी, फिर कांग्रेस में आकर विधानसभा चुनाव लड़कर हारे और फिर बीजेपी में गए पंडित रामकिशोर शुक्ला से महू विधायक उषा ठाकुर नाराज हैं। उन्होंने यह नाराजगी खुल्लम खुल्ला जता भी दी और चेतावनी भी जारी कर दी है। महू से उषा ठाकुर के सामने विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस से शुक्ला ही लड़े थे और 34 हजार वोट से हारे थे।
यह हुआ विवाद का कारण
दरअसल, महू में कुछ आयोजन के पोस्टर, बैनर लगे, यह पंडित रामकिशोर शुक्ला के समर्थकों द्वारा लगवाए गए। मुख्य तौर पर यह पोस्टर महू नगर परिषद के धार नाका में स्वागत द्वार में लगे। इसमें विधायक उषा ठाकुर की फोटो भी लगाए गए। बस इसी बात से दीदी नाराज हो गई। उन्होंने चेतावनी दे दी कि मेरी मंजूरी के बिना कोई मेरी फोटो का उपयोग नहीं करें। विधायक ठाकुर ने कहा कि मैंने पोस्टर, बैनर की दुकानों को आदेश दिए हैं कि बिना मेरी मंजूरी फोटो नहीं लगाएं, नहीं तो कार्रवाई करूंगी।
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विधायक ने शुक्ला को कसा तंज
उधर, शुक्ला के लिए विधायक ठाकुर ने कहा कि वह अभी तो कांग्रेस से चुनाव लड़े हैं, उन्हें तो कायदे से पांच-छह साल अभी अपनी पार्टी (कांग्रेस) के लिए काम करना चाहिए था।
दरअसल, अप्रैल 2024 में पंडित रामकिशोर शुक्ला वापस बीजेपी में आ गए थे। तब शुक्ला ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके गंभीर मुद्दा उछाला था और कहा था कि वह बीजेपी और संघ के नेताओं के कहने पर चुनाव के पहले कांग्रेस में गए थे, क्योंकि महू में उषा ठाकुर का बीजेपी में विरोध हो रहा था और उनकी स्थिति मजूबत नहीं दिख रही थी, तब यह रणनीति बनी थी मैं कांग्रेस में जाउ और चुनाव लड़ूं जिससे उषा ठाकुर जीत जाए और हमारी यह रणनीति काम कर गई। इसके बाद मैं वापस बीजेपी में आ गया हूं।
वहीं, बीजेपी विधायक उषा ठाकुर ने इन बयानों को गलत बताते हुए कहा था कि महू में बीजेपी पहले भी मजबूत थी और अभी भी, बीजेपी को इस तरह के काम करने की कोई जरूरत कभी नहीं रही।
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