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Photograph: (The Sootr)
BHOPAL. रविवार को अजाक्स संगठन के कार्यक्रम में नए प्रदेश अध्यक्ष संतोष वर्मा का बयान विवादों में आ गया है। उन्होंने कहा कि आरक्षण तब तक जारी रहना चाहिए जब तक कोई ब्राह्मण उनके बेटे से रिश्ते नहीं बनाता।
इस बयान के सामने आते ही मंत्रालय सेवा अधिकारी, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक ने इसपर विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि यह घोर आपत्तिजनक है और समूचे सवर्ण समुदाय का अपमान है। नायक ने वर्मा के खिलाफ आईएएस आचरण नियमों के तहत वैधानिक कार्रवाई की मांग की। इस बयान के बाद वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है। विवाद के चलते संतोष वर्मा के बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
19 साल बाद अजाक्स को मिला नया प्रदेश अध्यक्ष
बता दें कि मध्यप्रदेश अजाक्स ने 23 नवंबर 2025 को भोपाल के अंबेडकर पार्क में अपना वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया था। इस सम्मेलन में संगठन को 19 साल बाद नया प्रदेश अध्यक्ष मिला है। अब आईएएस अधिकारी और कृषि विभाग के उपसचिव संतोष वर्मा ने अजाक्स की कमान संभाली है। संतोष वर्मा ने कहा कि अजाक्स प्रदेश की लगभग 3 करोड़ आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने यह भी कहा कि अजाक्स सरकार और समाज के पिछड़े तबकों के बीच एक सेतु का काम करता है।
आरक्षण तब तक जारी रहना चाहिए...
संतोष वर्मा ने कहा कि, जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या उससे संबंध नहीं बनता, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में आरक्षण तब तक रहेगा, जब तक रोटी-बेटी का व्यवहार समान नहीं होता।
कंसोटिया का लंबा कार्यकाल समाप्त
इससे पहले, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ (अजाक्स) के अध्यक्ष के रूप में रिटायर्ड आईएएस जेएन कंसोटिया थे। उनका कार्यकाल 19 साल तक चला।
अब उनका स्थान आईएएस संतोष वर्मा ने ले लिया है। कंसोटिया के नेतृत्व में अजाक्स ने कई अमह मुद्दों को उठाया। अब संतोष वर्मा नए अध्यक्ष बनकर संगठन के विकास की दिशा में नए कदम उठाएंगे।
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आरक्षण और प्रमोशन अजाक्स के मुख्य मुद्दे
इस सम्मेलन में सरकारी विभागों में आरक्षित वर्गों को एकजुट करने का संकल्प लिया गया है। वर्मा ने कहा कि अजाक्स का मुख्य उद्देश्य आरक्षित वर्ग की समस्याओं का हल करना है।
इसमें प्रमोशन में आरक्षण, बैकलॉग पदों पर भर्ती और सफाई कर्मचारियों के अधिकार शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने न्यायिक सेवाओं में आरक्षण पर भी जोर दिया।
मध्यप्रदेश अजाक्स के प्रदेश अध्यक्ष वाली खबर पर एक नजर...
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सरकारी विभागों में आरक्षित वर्ग का प्रतिनिधित्व कम
अजाक्स के पूर्व अध्यक्ष जेएन कंसोटिया ने बताया कि सरकारी विभागों में आरक्षित वर्ग का प्रतिनिधित्व कम है। इस असमानता को दूर करने के लिए आरक्षण के नियमों का पालन करना जरूरी है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस मुद्दे पर हाईकोर्ट में मामला चल रहा है। अजाक्स इस मामले को मजबूती से लड़ने का संकल्प लेगा।
सभी से संविधान पढ़ने का आह्वान
राज्यसभा सांसद उमेश नाथ ने सभी से संविधान पढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपने नाम के साथ अंबेडकर जोड़ने की कोशिश करनी चाहिए।
उनका मानना था कि जैसे लोग गीता और रामायण पढ़ते हैं, वैसे ही संविधान को भी पढ़ना चाहिए। इससे समाज की सही दिशा तय की जा सकती है।
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