/sootr/media/media_files/2024/12/24/Pw8ybJRPTXsLLxfndDKl.jpg)
मध्य प्रदेश में एक बार फिर से बेस्ट ऑफ फाइव योजना को लागू कर दिया गया है, जिससे स्टूडेंट्स को बड़े फायदे मिलने की उम्मीद है। इस योजना के तहत स्टूडेंट्स को एग्जाम में बेहतर प्रदर्शन करने और आत्मविश्वास बढ़ाने का मौका मिलेगा। यह योजना खास तौर से उन स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद होगी जो किसी एक विषय (सब्जेक्ट) में कमजोर हैं।
5वीं-8वीं कक्षा के लिए फिर बदले नियम, जानें क्या है नो डिटेंशन पॉलिसी
क्या है बेस्ट ऑफ फाइव योजना?
एमपी बोर्ड के 10वीं क्लास के एग्जाम में छह अनिवार्य विषय होते हैं, बेस्ट ऑफ फाइव योजना के तहत अगर स्टूडेंट इन छह में से किसी पांच विषयों में पास हो जाता है, तो उसे एग्जाम में पास ही माना जाएगा। इसका उद्देश्य स्टूडेंट्स पर एग्जाम का दबाव कम करना और उनके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है।
NEET स्टूडेंट का आखिरी मैसेज, लिखा- मैं पढ़ाई में अच्छा नहीं..दे दी जान
योजना का उद्देश्य और लाभ
इस योजना का मुख्य उद्देश्य स्टूडेंट्स को परीक्षा के दौरान मानसिक तनाव से बचाना और उन्हें अपनी ताकत के अनुसार प्रदर्शन करने का अवसर देना है। यदि किसी स्टूडेंट को एक विषय में कमजोरी महसूस होती है, तो वह दूसरे पांच विषयों में अच्छे मार्क्स लाकर पास हो सकता है, इससे बच्चों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
NEET EXAM 2024 : दर्जन भर से ज्यादा गिरफ्तारी, एक आरोपी का कबूलनामा, जानिए आरोपी ने क्या कहा
किसे मिलेगा योजना का फायदा
यह योजना उन स्टूडेंट्स के लिए खास तौर पर फायदेमंद होगी जो किसी एक विषय में कमजोर होते हुए भी दूसरे विषयों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। इससे उन्हें पूरी परीक्षा में सफलता पाने का मौका मिलेगा और वे मानसिक रूप से संतुलित रहेंगे, जिससे उनके परफॉर्मेंस में सुधार होगा।
MP के किंग कांस्टेबल सौरभ शर्मा के दुबई में छिपे होने की आशंका
पहले रद्द हुई थी योजना
यह योजना अप्रैल में पहले रद्द कर दी गई थी, ताकि स्टूडेंट सभी विषयों पर समान रूप से ध्यान दे सकें। हालांकि, छात्रों की मांग को ध्यान में रखते हुए इसे फिर से लागू किया गया है।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक