एमपी के इस सबसे बड़े फ्लाईओवर की सुरक्षा पर सवाल, जाली तक नहीं छोड़ रहे चोर, 15 दिन में दर्जनभर चोरियां

मध्य प्रदेश के सबसे बड़े वीरांगना रानी दुर्गावती फ्लाईओवर पर चोर-नशेड़ियों द्वारा चेंबर की जाली चुराने से दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। इसके कारण फ्लाईओवर पर अब वाहन चालकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न हो गई है।

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Sanjay Dhiman
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Photograph: (the sootr)

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मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर, लगभग सात किलोमीटर लंबाई, एक हजार करोड़ रुपए से अधिक की लागत, लेकिन सुरक्षा के नाम पर शून्य। हम बात कर रहे हैं जबलपुर में एक पखवाड़ा पूर्व प्रारंभ किए गए प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाईओवर का, जिसे वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम से जाना जाता है।

इस फ्लाईओवर को अपने शुभारंभ के बाद से ही चोरों और नशेड़ियों की नजर लगी हुई है। बीते एक पखवाड़े में ही यहां चोरों ने दर्जनभर से अधिक चैंबरों की जालियों और सुरक्षा रैलिंगों को चोरी कर लिया है। इन लगातार हो रही चोरियों के कारण फ्लाईओवर पर अब वाहन चलाना काफी खतरनाक हो रहा है। अब इस फ्लाईओवर पर सुरक्षा इंतजामों की मांग की जा रही है। 

चेंबर की जाली की चोरी और दुर्घटना का खतरा

इस फ्लाईओवर में बरसात के पानी की निकासी के लिए जगह-जगह चेंबर बनाए गए थे, जिन्हें लोहे की जालियों से ढंका गया था। लोक निर्माण विभाग ने इन जालियों को मजबूती से नट-बोल्ट से स्थापित किया था। बावजूद इसके, नशेड़ी इन जालियों और लोहे की रॉड को काट कर चुराने में सफल हो गए। इस चोरी से फ्लाईओवर पर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है क्योंकि अब खुले चेंबर में वाहन के टायर घुसने का खतरा है, जिससे वाहन पलट भी सकते हैं। 

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रात को नशेड़ियों का अड्डा बना फ्लाईओवर

23 अगस्त से प्रारंभ हुए इस फ्लाईओवर की शुरुआत के साथ ही यह नशा करने वाले लोगों का ठिकाना बनकर रह गया है। रात के समय यहां जगह-जगह नशा करने वाले लोगों की टोलियां देखी जा सकती हैं। बताया जा रहा है कि फ्लाईओवर पर जगह-जगह खाली शराब की बोतलें, नशे के इंजेक्शन और अन्य सामान बिखरे देखे जा सकते हैं। इन नशेड़ियों पर ही फ्लाईओवर के चैंबर और जालियां चुराने का शक जाहिर किया जा रहा है।

फ्लाईओवर पर सुरक्षा पर गंभीर सवाल

इन घटनाओं के बाद, फ्लाईओवर की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोग और प्रशासन दोनों ही इस बात पर विचार कर रहे हैं कि फ्लाईओवर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, ताकि चोरों और नशेड़ियों को पकड़ने में मदद मिल सके। इससे न केवल फ्लाईओवर की संरचना को नुकसान होने से बच सकेगा, बल्कि सड़क पर आने-जाने वालों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सकेगी। 

स्टंटबाजों पर भी अड्डा बना फ्लाईओवर

जबलपुर के वीरांगना रानी दुर्गावती फ्लाईओवर पर हाल ही में एक और घटना ने सुर्खियां बटोरीं। दो युवकों ने मोटरसाइकिल पर स्टंट करते हुए फ्लाईओवर पर झंडा लहराया और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस घटना के कारण सड़क पर अन्य वाहन चालकों के लिए दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। दोनों युवकों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और उनकी तलाश जारी है।   

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चोरी की घटनाएँ:वीरांगना रानी दुर्गावती फ्लाईओवर जबलपुर पर चोरों और नशेड़ियों ने चेंबर की लोहे की जालियां चुराई, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।

नशेड़ियों का प्रभाव: चोरों ने चेंबर की जाली चुराने के बाद नशे के इंजेक्शन छोड़े, जिससे यह साबित होता है कि नशे के लिए सामग्री चुराई जा रही है।

दुर्घटना का खतरा: चुराई गई जालियां खुले चेंबर में होने के कारण तेज रफ्तार वाहनों के टायर फंस सकते हैं, जिससे बड़े हादसे की संभावना है।

सीसीटीवी की आवश्यकता: फ्लाईओवर पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की मांग उठ रही है, ताकि चोरों और नशेड़ियों पर नियंत्रण किया जा सके।

मोटरसाइकिल स्टंट और एफआईआर: फ्लाईओवर पर दो युवकों द्वारा स्टंट किए जाने और वीडियो बनाने के कारण उनकी तलाश की जा रही है, ताकि यातायात सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

एक हजार करोड़ से हुआ है निर्माण

मध्यप्रदेश के जबलपुर के दमोह नाका से मदन महल तक बनाए गए इस एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण एक हजार 52 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। इस फ्लाईओवर पर भोपाल के राजाभोज सेतु की भांति रेलवे स्टेशन के ऊपर आकर्षक केबल स्टे ब्रिज का निर्माण भी किया गया है। फ्लाईओवर की कुल लंबाई 6.855 किलोमीटर है। इसके निर्माण में तीन साल से अधिक का समय लगा है।

23 अगस्त को हुआ है फ्लाईओवर का लोकार्पण

एमपी के इस सबसे बड़े फ्लाईओवर का लोकार्पण एक पखवाड़ा पूर्व 23 अगस्त को देश के केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा किया गया था। इस दौरान मध्यप्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह भी मौजूद थे। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने इसे प्रदेश के लिए बड़ी सौगात करार दिया था।

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