BHOPAL. मध्य प्रदेश में साइबर क्राइम पुलिस के कड़े एक्शन के बाद भी साइबर ठग सक्रिय बने हुए हैं। ये शातिर ठग अलग- अलग तरीके अपनाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
ताजा मामला ग्वालियर से सामने आया है जहां शातिर जालसाजों ने ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर युवती से 41 लाख से ज्यादा की ठगी की। अब मामले में पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज किया है।
जानें क्या पूरा मामला
ग्वालियर में शातिर ठगों ने डॉक्टर की बेटी को पहले तो ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया। इसके बाद 15 ठगों ने मिलकर महिला को सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर छह अलग-अलग ग्रुप पर सदस्य बनाया। इसके साथ ही अलग-अलग के टास्क दिए।
इसके बाद ठगों ने 15 दिन में 41 लाख 50 हजार रुपए ठग लिए हैं। जालसाजों ने ठगी का यह पैसा 10 राज्यों में 15 से ज्यादा बैंक खातों में पहुंचा दिया है। इस मामले की शिकायत पीड़ित ने क्राइम ब्रांच में की थी। जिस पर जांच के बाद पुलिस ने गुरुवार रात को मामला दर्ज किया है।
जानें जाल में कैसे फंसी डॉक्टर की बेटी
सिटी सेंटर में आलोक नर्सिंग होम के संचालक डॉ. देवेंद्र गुप्ता की बेटी दिशा का मोबाइल नंबर को किसी ने 609-A18-5- अर्न फाइव थाउजेंड विथ अस नाम के व्हाट्स एप ग्रुप से जोड़ दिया।
ग्रुप से मोबाइल नंबर 9 जून की शाम को जोड़ा गया। फिर इस ग्रुप पर पार्ट टाइम जाब के मैसेज आना शुरू हो गए। दिशा ने मैसेज पर क्लिक किया तो मूवी की रेटिंग का टास्क मिला।
टास्क पूरा करने पर स्क्रीन शॉट शेयर किया तो उनके खाते में 50 रुपये आ गए। इस तरह टास्क को पूरा करने करने पर दिशा को प्रॉफिट होता रहा है। इसी के साथ वह ठगों के जाल में फंस गई।
शातिर ठगों ने पढ़ी लिखी युवती को लगाया चूना
इस बीच शातिर ठगों ने पढ़ी लिखी युवती को सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म टेलीग्राम के अलग-अलग ग्रुप में जोड़ा गया। इसके साथ ही उसे टास्क देकर हर दिन 5 हजार रुपए तक कमाने का लालच दिया गया।
इसके बदले में युवती से रुपए लिए गए। और बताया गया कि टास्क कंप्लीट होने के बाद प्रॉफिट के साथ यह पैसा खाते में वापस जमा कर दिया जाएगा। इसके बाद एक बार प्रॉफिट के साथ रुपए वापस भी आ गए। फिर इन ठगों ने ऐसा जाल बिछाया कि युवती इनके जाल में फंसते चली गई।
ज्यादा प्रॉफिट के चक्कर में युवती ने टास्क के लिए अलग-अलग करके 15 दिन में करीब 41 लाख 50 हजार रुपए अलग-अलग बैंक खातों में जमा करा दिए।
ऐसे पता चला की ठगी हुई है..
इस बीच डॉक्टर की बेटी के पास एक कॉल आया और सामने वाले ने खुद को इनकम टैक्स का अधिकारी बताया और कहा कि उन्हें लाखों रुपए की कमाई हुई है, इसलिए रुपए तभी निकाल सकेंगी जब इनकम टैक्स का भुगतान करेंगी। तब युवती को अपने साथ ठगी का अहसास हुआ। जिसके बाद उसने पूरा मामला परिवार को बताया। माता पिता और युवती ने एसपी आफिस पहुंचकर मामले में शिकायत की।
पुलिस की जांच में चौंकाने वाला खुलासा
मामले में शिकायत के बाद पुलिस साइबर क्राइम टीम ने जांच शुरू की जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ। जांच में सामने आया कि युवती के मध्य प्रदेश सहित 10 से ज्यादा राज्यों के 15 से ज्यादा बैंक अकाउंट में भेजे गए हैं। अब पुलिस इन खातों की डिटेल निकालकर आगे की कार्रवाई की तैयारी में लगी हुई है।
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ठगी से बचने के लिए क्या करें
साइबर क्राइम सेल अधिकारी ने बताया कि वाट्स एप ग्रुप पर एक फीचर होता है। जिसमें कोई भी हमारा नंबर किसी ग्रुप, कम्युनिटी में एड कर सकता है। इस फीचर को डिसेबल कर दिया जाए तो आपकी अनुमति के बिना कोई भी आपको किसी ग्रुप में एड नहीं कर सकेगा। यही इस मामले में गलती हुई।
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